वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र कोरोना महामारी की इस घड़ी में मदद के लिए आगे आए हैं. कोरोना महामारी की इस भयंकर आपदा में जहां एक तरफ आम से खास तक बीमारी से जूझ रहा है, लोग अपनों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. अस्पतालों में एडमिट कराने, ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था, एम्बुलेंस, रेमडेसिविर इंजेक्शन या फिर अन्य दवा हो, सबके लिए मारामारी मची है. प्रशासन के प्रयासों के बाद भी समस्याएं बनी हुई हैं. अनेकों समाजसेवी संस्थाएं भी अपनी क्षमता के अनुसार आमजन का पूरा सहयोग कर रही हैं. ऐसे कोरोना आपदा में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व व वर्तमान छात्रों के फेसबुक समूह (बीएचयू महामना परिवार, वर्ल्ड वाइड) के द्वारा भी बनारस सहित पूरे देश में लोगों की मदद की जा रही है. इसमें लोगों को अस्पताल में एडमिट करवाना, दवा व इंजेक्शन समय पर उपलब्ध करवाना, अस्पताल पहुंचाना, ऑक्सीजन सिलेण्डर की व्यवस्था व रिफिल करवाना, प्लाज्मा डोनेट करवाना, फोन पर चिकित्सा परामर्श देना आदि कार्य किए जा रहे हैं.
एंबुलेंस के इंतजार में हुई थी मौत
अपने इसी सेवा के क्रम में एक सप्ताह पूर्व अपने ही महामना परिवार समूह की एक सदस्य ने कोरोना संक्रमित अपने परिवार को बीएचयू में बेड न होने के कारण किसी अन्य अस्पताल में ले जाने के लिए एम्बुलेंस की मदद मांगी. महामना परिवार के सदस्य अपनी पूरी कोशिश करने के बाद भी ऑक्सीजन वाली एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कर सके. दो घंटे तक लंका गेट पर ही एंबुलेंस व ऑक्सीजन के इन्तजार में मृत्यु हो गई. इस घटना से दुखी और आहत हो महामना परिवार के सदस्यों ने यह संकल्प लिया कि अब एंबुलेंस और ऑक्सीजन के अभाव में किसी को मरने नहीं दिया जाएगा. इसके लिए महामना परिवार खुद अपनी एंबुलेंस चलाएगा.
पांच दिन में पांच लाख रुपए
महामना एंबुलेंस को शुरू करने की व्यवस्था में लगी टीम ने मात्र 5 दिन में पांच लाख से अधिक धन जुटा लिया है. महामना परिवार से जुड़े हुए लोग पूर्ण समर्पण के साथ यथाशक्ति अपना सहयोग कर रहे हैं. समूह के संस्थापक बाबा शेषनाथ चौहान ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं से युक्त नई एम्बुलेन्स की सेवा 4-5 मई से शुरू हो जाएगी. इसमें आवश्यक सभी जरूरी चिकित्सा सामग्री उपलब्ध रहेगी. इस एम्बुलेन्स का परिचालन बनारस शहर के अन्दर ही किया जाएगा. यदि लोगों का सहयोग मिलता रहा तो निशुल्क संचालन होगा. सहयोग कम या न मिलने पर न्यूनतम शुल्क के साथ सेवा कार्य किया जाएगा.
68000 से अधिक लोग जुड़े
बीएचयू महामना परिवार (वर्ल्ड वाइड) बीएचयू के वर्तमान व पूर्व छात्रों का एक फेसबुक समूह है. इसमें लगभग 150 देशों के 68000 से अधिक पूर्व व वर्तमान छात्र जुड़े हैं. यह समूह अपने परिवार के सदस्यों की विभिन्न प्रकार के प्रकल्पों द्वारा मदद भी करता है. महामना के विचारों व उनके मूल्यों को प्रचारित भी करने का कार्य करता है. जैसे महामना ब्लड डोनेशन अभियान के द्वारा अबतक 1600 से अधिक यूनिट ब्लड डोनेशन जरूरतमन्दों को दान किया जा चुका है. इस कोरोना काल में भी 200 से अधिक लोगों को प्लाज्मा डोनेट किया जा चुका है.
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ये बोले संस्थापक
समूह के संस्थापक बाबा शेषनाथ चौहान ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं से युक्त नयी एंबुलेंस की सेवा 4-5 मई से शुरू हो जाएगी. इसमें आवश्यक सभी जरूरी चिकित्सा सामग्री उपलब्ध रहेगी. इस एंबुलेंस का परिचालन बनारस शहर के अन्दर ही किया जाएगा. यदि लोगों का सहयोग मिलता रहा हमेशा तो निशुल्क संचालन होगा, सहयोग कम या न मिलने पर एकदम न्यूनतम शुल्क के साथ सेवा कार्य किया जाएगा.