वाराणसी: काशी को बाबा विश्वनाथ की नगरी कहा जाता है. इसे यहां की तंग गलियों, घाटों और जाम के लिए भी जाना जाता है. लेकिन अब काशी की सूरत बदल रही है. अब काशी घाट गलियों के साथ-साथ यहां की अद्भुत खूबसूरती के लिए भी पहचाना जा रहा है. जिसका एक नजारा वाराणसी के गोदौलिया चौराहे पर देखने को मिल रहा हैं. यूं तो इसे बनारस की धड़कन कहते हैं, लेकिन इन दिनों यह लंदन स्ट्रीट के नाम से भी फेमस हो रहा है. जी हां वाराणसी के गोदौलिया चौराहे से लेकर दशाश्वमेध घाट पर जाने वाले रास्ते को इतनी खूबसूरती से सजाया गया है कि ऐसा लग रहा है जैसे बनारस में लंदन स्ट्रीट बनाई गई हो और यही वजह है कि काशीवासी इसे लंदन स्ट्रीट या लंदन वाला चौराहा भी कह रहे हैं.
पिंक कॉरिडोर के तहत हुआ है विकास
बता दें कि वाराणसी में स्मार्ट सिटी के तहत तमाम योजनाएं चल रही हैं, जिसमें काशी को उसके मूल स्वरूप को ध्यान में रखते हुए विकसित किया जा रहा है. इसी क्रम में वाराणसी गोदौलिया मार्ग को भी विकसित किया जा रहा है. सड़कों के किनारे फसाड लाइट, गुलाबी रंग के मार्बल व सड़क के दोनों और एक समान रंग से रंगाई कर साइनेज लगा कर उसकी खूबसूरती को और बढ़ाया जा रहा है.
वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि स्मार्ट सिटी के पिंक कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत गोदौलिया चौराहे से लेकर दशाश्वमेध व मैदागिन इलाके तक काशी की पुरानी महत्वता को ध्यान में रखते हुए सजाया और संवारा जा रहा है. इसके तहत सारे भवनों को एक रंग में रंगा जा रहा है. इसके साथ ही दोनों किनारों की दुकानों को एकरूपता देने के लिए एक प्रकार के साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि जमीन पर विशेष प्रकार की मार्बल लगाए गए हैं जिसे आदर्श पथ के तौर पर विकसित किया गया है. उन्होंने बताया कि उसकी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए पिंक मार्बल संग ही दोनों तरफ फसाड लाइटें लगाई गई हैं जो यहां की खूबसूरती को और ज्यादा बढ़ा रही हैं.
वर्तमान में गोदौलिया की छवि देख कर ऐसा लग रहा है मानो काशी में लंदन स्ट्रीट दिख रहा है. काशी के लोग इसे लंदन वाला चौराहा भी कह रहे हैं. यह वाराणसी ही नहीं बल्कि बाहर से आने वाले मेहमानों को भी काफी पसंद आ रहा है और यही वजह है कि लोग पुराने व नए बनारस के संगम में तस्वीर लेने से पीछे नहीं हट रहे. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि गोदौलिया को विकसित करने में इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि यहां पर काशी की ऐतिहासिकत महत्व को बरकरार रखा जाए और यही वजह है कि यहां पर पिंक कलर के ऐतिहासिक कलाकृति को उकेरा गया है, जिसमें पुराने काशी के स्वरूप के साथ-साथ आधुनिकता का संगम दिख रहा है.
टूरिस्टों के लिए बनेगा आकर्षण का केंद्र
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि गोदौलिया चौराहा से एक मार्ग दशाश्वमेध घाट की ओर जाता है. जहां वृहद गंगा आरती होती है. हर दिन पर्यटक यहां आते हैं. इन सब बातों का ध्यान रखें जिस तरीके से इस मार्ग को विकसित किया जा रहा है वह निश्चित तौर पर पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा.
उन्होंने बताया कि यहां पर चौराहे की भव्यता को बढ़ाने के लिए मल्टीलेवल पार्किंग बनाया गया है. साथ ही एक बड़ी एलईडी लगाई गई है, जिसे लोग काशी के घाट पर गंगा आरती को जनता से देख सकें. इसके साथ ही सड़कों के किनारे आदर्श पथ बनाए गए हैं बैठने के लिए बेंचेज रखे गए हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में गोदौलिया चौराहा बनारस की खूबसूरती में चार चांद लगाएगा.