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BCCI ने बनारस में क्रिकेट स्टेडियम के लिए दी हरी झंडी, 24 मार्च को पीएम मोदी कर सकते हैं शिलान्यास

वाराणसी की राजातालाब तहसील के गंजारी गांव में उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम को बनाए जाने की प्लानिंग की गई है. स्टेडियम में वाराणसी समेत पूर्वांचल के खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के लिए विशेष सुविधाएं दी जाएंगी.

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Published : Mar 15, 2023, 10:51 PM IST

वाराणसी: बनारस में इंटरनेशनल लेवल के क्रिकेट स्टेडियम को बनाए जाने का रास्ता लगभग साफ हो गया है. वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे बीसीसीआई सचिव जय शाह और बीसीसीआई वाइस प्रेसिडेंट राजीव शुक्ला ने 2 दिन के मंथन के बाद स्टेडियम निर्माण को लेकर हरी झंडी दे दी. बुधवार को दोनों पदाधिकारियों ने कमिश्नर कौशल राज शर्मा के साथ मौके पर पहुंचकर पार्किंग से लेकर स्टेडियम निर्माण के लिए चारदीवारी को लेकर निरीक्षण भी किया.

पार्किंग की सुविधा से लेकर रास्तों पर क्या व्यवस्था होनी चाहिए, इसको भी देखा. साथ ही 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान शिलान्यास के लिए भी तैयारियां लगभग पूरी मानी जा रही हैं. दरअसल, राजातालाब तहसील के गंजारी गांव में उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम को बनाए जाने की प्लानिंग की गई है. इसे लेकर 2 दिन से बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला वाराणसी में डेरा डाले हुए हैं.

बुधवार की दोपहर में ही दोनों पदाधिकारियों ने कमिश्नर कौशल राज शर्मा के साथ चयनित स्थान का निरीक्षण किया. 400 करोड़ रुपए की लागत से वाराणसी में तैयार होने वाले इस क्रिकेट स्टेडियम के लिए 32 एकड़ भूमि को अधिग्रहित किया जाना है. इस क्रिकेट स्टेडियम में 30,000 से अधिक दर्शकों के बैठने की सुविधा के साथ ही इंटरनेशनल मानकों को ध्यान में रखते हुए स्टेडियम के डिजाइन को तैयार करने की पूरी प्लानिंग की गई है.

स्टेडियम में दर्शकों के बैठने के साथ ही वाराणसी समेत पूर्वांचल के खिलाड़ियों को यहां पर ट्रेनिंग के लिए भी विशेष सुविधाएं दी जाएंगी. स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की तरह बनाने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है. स्टेडियम में खिलाड़ियों के प्रैक्टिस करने के लिए प्रैक्टिस ग्राउंड, ड्रेसिंग रूम, हॉस्टल जैसी सभी सुविधाओं के इंतजाम किए जाएंगे. साथ ही स्टेडियम में डे-नाइट मैच हो सके, इसका इंतजाम भी किया जाएगा.

ग्राउंड में ड्रेनेज सिस्टम की बेहतर व्यवस्था की जाएगी, जिससे मूसलाधार बारिश में भी पिच को जल्द सुखाया जा सके. इसके अलावा ग्राउंड में बेहतरीन लाइटिंग सिस्टम का भी इंतजाम किया जाएगा. इंटरनेशनल लेवल के इस स्टेडियम का निर्माण हो जाने के बाद पूर्वांचल समेत उत्तर प्रदेश के आसपास के राज्यों के खिलाड़ियों को भी बड़ा तोहफा मिलेगा.

वाराणसी विकास प्राधिकरण को स्टेडियम के निर्माण के सुपर विजन की जिम्मेदारी दी जा सकती है. उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोशिएसन और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के बीच स्टेडियम निर्माण को लेकर इसी सप्ताह कॉन्ट्रैक्ट साइन हो सकता है. जिला प्रशासन भी इसको लेकर एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

यह स्टेडियम हरहुआ से राजातालाब तक बनाई गई रिंग रोड फेज टू के किनारे तैयार करवाया जा रहा है. जिसकी वजह से यातायात के सुगम साधन भी यहां उपलब्ध होंगे. वाराणसी व आसपास के जनपद जैसे प्रयागराज, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, कौशांबी, चंदौली, लखनऊ के अलावा बिहार मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल तक के लोगों की पहुंच इस स्टेडियम तक आसानी से हो सकेगी.

पूरी प्लानिंग के बारे में एसडीएम गिरीश कुमार द्विवेदी का कहना है कि 32 एकड़ भूमि में इस इंटरनेशनल स्टेडियम का निर्माण कराया जाना है. स्टेडियम निर्माण के लिए लगभग जितनी जमीन की जरूरत है, उसके आसपास जमीन का अधिग्रहण कार्य पूर्ण कर लिया गया, कुछ जमीन का हिस्सा बचा है, जो जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा.

माना जा रहा है कि आने वाले 2 से 3 दिन के अंदर स्टेडियम का एक प्रारूप भी तैयार करके वाराणसी आ जाएगा. राज्य सरकार ने इस स्टेडियम के लिए 95 करोड़ रुपये आवंटित किए थे, लेकिन जमीन अधिग्रहण के दौरान जिला प्रशासन ने शासन से 120 करोड़ की मांग की. बजट जारी होने के बाद जिला स्तर पर प्रशासन द्वारा 132 करोड़ रुपये का मुआवजा देकर 32 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है.

ये भी पढ़ेंः Technical Fest in Varanasi : 17 मार्च से बीएचयू में लगेगा भावी इंजीनियरों का मेला, अपनी तकनीकों का करेंगे प्रदर्शन

वाराणसी: बनारस में इंटरनेशनल लेवल के क्रिकेट स्टेडियम को बनाए जाने का रास्ता लगभग साफ हो गया है. वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे बीसीसीआई सचिव जय शाह और बीसीसीआई वाइस प्रेसिडेंट राजीव शुक्ला ने 2 दिन के मंथन के बाद स्टेडियम निर्माण को लेकर हरी झंडी दे दी. बुधवार को दोनों पदाधिकारियों ने कमिश्नर कौशल राज शर्मा के साथ मौके पर पहुंचकर पार्किंग से लेकर स्टेडियम निर्माण के लिए चारदीवारी को लेकर निरीक्षण भी किया.

पार्किंग की सुविधा से लेकर रास्तों पर क्या व्यवस्था होनी चाहिए, इसको भी देखा. साथ ही 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान शिलान्यास के लिए भी तैयारियां लगभग पूरी मानी जा रही हैं. दरअसल, राजातालाब तहसील के गंजारी गांव में उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम को बनाए जाने की प्लानिंग की गई है. इसे लेकर 2 दिन से बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला वाराणसी में डेरा डाले हुए हैं.

बुधवार की दोपहर में ही दोनों पदाधिकारियों ने कमिश्नर कौशल राज शर्मा के साथ चयनित स्थान का निरीक्षण किया. 400 करोड़ रुपए की लागत से वाराणसी में तैयार होने वाले इस क्रिकेट स्टेडियम के लिए 32 एकड़ भूमि को अधिग्रहित किया जाना है. इस क्रिकेट स्टेडियम में 30,000 से अधिक दर्शकों के बैठने की सुविधा के साथ ही इंटरनेशनल मानकों को ध्यान में रखते हुए स्टेडियम के डिजाइन को तैयार करने की पूरी प्लानिंग की गई है.

स्टेडियम में दर्शकों के बैठने के साथ ही वाराणसी समेत पूर्वांचल के खिलाड़ियों को यहां पर ट्रेनिंग के लिए भी विशेष सुविधाएं दी जाएंगी. स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की तरह बनाने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है. स्टेडियम में खिलाड़ियों के प्रैक्टिस करने के लिए प्रैक्टिस ग्राउंड, ड्रेसिंग रूम, हॉस्टल जैसी सभी सुविधाओं के इंतजाम किए जाएंगे. साथ ही स्टेडियम में डे-नाइट मैच हो सके, इसका इंतजाम भी किया जाएगा.

ग्राउंड में ड्रेनेज सिस्टम की बेहतर व्यवस्था की जाएगी, जिससे मूसलाधार बारिश में भी पिच को जल्द सुखाया जा सके. इसके अलावा ग्राउंड में बेहतरीन लाइटिंग सिस्टम का भी इंतजाम किया जाएगा. इंटरनेशनल लेवल के इस स्टेडियम का निर्माण हो जाने के बाद पूर्वांचल समेत उत्तर प्रदेश के आसपास के राज्यों के खिलाड़ियों को भी बड़ा तोहफा मिलेगा.

वाराणसी विकास प्राधिकरण को स्टेडियम के निर्माण के सुपर विजन की जिम्मेदारी दी जा सकती है. उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोशिएसन और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के बीच स्टेडियम निर्माण को लेकर इसी सप्ताह कॉन्ट्रैक्ट साइन हो सकता है. जिला प्रशासन भी इसको लेकर एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

यह स्टेडियम हरहुआ से राजातालाब तक बनाई गई रिंग रोड फेज टू के किनारे तैयार करवाया जा रहा है. जिसकी वजह से यातायात के सुगम साधन भी यहां उपलब्ध होंगे. वाराणसी व आसपास के जनपद जैसे प्रयागराज, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, कौशांबी, चंदौली, लखनऊ के अलावा बिहार मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल तक के लोगों की पहुंच इस स्टेडियम तक आसानी से हो सकेगी.

पूरी प्लानिंग के बारे में एसडीएम गिरीश कुमार द्विवेदी का कहना है कि 32 एकड़ भूमि में इस इंटरनेशनल स्टेडियम का निर्माण कराया जाना है. स्टेडियम निर्माण के लिए लगभग जितनी जमीन की जरूरत है, उसके आसपास जमीन का अधिग्रहण कार्य पूर्ण कर लिया गया, कुछ जमीन का हिस्सा बचा है, जो जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा.

माना जा रहा है कि आने वाले 2 से 3 दिन के अंदर स्टेडियम का एक प्रारूप भी तैयार करके वाराणसी आ जाएगा. राज्य सरकार ने इस स्टेडियम के लिए 95 करोड़ रुपये आवंटित किए थे, लेकिन जमीन अधिग्रहण के दौरान जिला प्रशासन ने शासन से 120 करोड़ की मांग की. बजट जारी होने के बाद जिला स्तर पर प्रशासन द्वारा 132 करोड़ रुपये का मुआवजा देकर 32 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है.

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