वाराणसी: धार्मिक नगरी काशी में पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन के मद्देनजर जिला प्रशासन ने देव दीपावली पर नौका संचालन पर रोक लगा दी है. प्रशासन के इस फैसले का नाविक समाज के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है. नौका संचालन को लेकर नाविक समाज की गुरुवार को एक बैठक हुई. इसमें नाविकों ने प्रशासन के फैसले का विरोध किया है. नाविकों का कहना है कि वैश्विक महामारी कोरोना के बाद देवदीपावली का त्योहार कमाई का आखरी मौका था.
देव दीपावली पर पीएम आएंगे काशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार देव दीपावली पर वाराणसी में गंगा तट पर दीप प्रज्वलित करेंगे. जिला प्रशासन ने पीएम के आगमन को देखते हुए गंगा में जल पुलिस को निर्देश देते हुए चौकसी बढ़ा दी है. पीएम की नौका के आसपास सुरक्षा का दायरा व्यापक स्तर पर रखा जाएगा. पीएम के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से घाट की रौनक देखने के लिए आने वाले पर्यटक नौका की सवारी नहीं कर सकेंगे.
देवदीपावली पर नाविकों की होती है कमाई
बनारस नौका एसोसिएशन के अध्यक्ष शंभू नाथ माझी ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे के समय गंगा में नौका पर प्रतिबंध होने से वर्ष भर में एक दिन होने वाली कमाई भी हम लोगों को हाथ धोना पड़ रहा है. पीएम के वापस जाने तक घाट पर रोशनी खत्म हो जाएगी और पर्यटकों को आनंद नहीं मिलेगा.
बुकिंग का पैसा करना पड़ेगा वापस
शंभूनाथ माझी ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान नाविक समाज के लोग पैसे-पैसे के लिए मोहताज हो गए थे. उसके बाद कमाई करने का यही एकमात्र मौका था. प्रशासनिक रोक के बाद ये भी खत्म हो गया है. काशी में देव दीपावली के मद्देनजर महीने भर पहले से ही नावों की बुकिंग शुरू हो जाती है. कुछ नाविक एडवांस बुकिंग भी कर चुके थे. नौका संचालन रद्द होने के बाद उन्हें पैसा वापस करना पड़ेगा.