वाराणसी: एक गुब्बारे से टूटा हजारों का दिल, यह जानकर आप हैरान हो रहे होंगे. लेकिन हैरान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है. यह हकीकत सार्थक हुई है, जिंदादिली के शहर बनारस में. इन दिनों इस शहर में एक गुब्बारे की बेवफाई की चर्चा है. इस बेवफा गुब्बारे ने जहां हजारों दिलों को तोड़ दिया है और कईयों के मन मे निराशा के ज्वार को भड़का दिया है.
वाराणसी में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया गया. जिसमें बलून में बैठ कर लोग काशी की खूबसूरती का दीदार कर सकेंगे. लेकिन इस बैलून में सिर्फ काशी के गणमान्य लोग व अधिकारी वर्ग को ही बैठने दिया जा रहा है. जिससे काशी के हजारों की संख्या में लोग निराश हैं और अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं.
गुब्बारे से टूटा दिल, नहीं कर पाए एडवेंचर सवारी: इस बारे में लोगों का कहना है कि हर बार यही होता है. कहा तो जाता है कि हॉट एयर बैलून शो आयोजित किया जा रहा है. लेकिन पैसे देने के बावजूद भी आम नागरिकों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. यदि आम नागरिकों के लिए पास ही नहीं है तो फिर इस तरीके की व्यवस्था शुरू ही क्यों की जाती है. हम सिर्फ इस बैलून को अपने छत से देखकर तालियां बजा रहे हैं, इसमें बैठने का सौभाग्य हमे मिला ही नहीं है. उम्मीद करते हैं कि आगे जब दोबारा ये शुरू किया जाएगा तो उसमें आम लोगों की भी व्यवस्था होगी.
100 मेहमानों ने भरी उड़ान: पर्यटन उपनिदेशक प्रीति श्रीवास्तव का कहना है कि इस बार ट्रायल बेस पर बैलून उड़ाया गया है. जो काशी आने वाले शंघाई के विशेष मेहमानों के स्वागत में आयोजित किया गया था. लगभग 100 से ज्यादा मेहमानों ने उड़ान भरी है. चूंकि बेहद लिमिटेड बलून थे और सवारी करने वालो का क्राउड ज्यादा था. लेकिन यदि यह सक्सेस होता है तो आगामी दिनों में इसे और भी वृहद स्तर पर संचालित किया जाएगा. आम नागरिकों के लिए भी टिकट की व्यवस्था कराई जाएगी.
पहले भी रहा है विवादों के घेरे में: गौरतलब है कि जब भी वाराणसी में बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. यह हमेशा विवादों में रहा है. बीते वर्ष टिकट न मिलने को लेकर के काफी विवाद हुआ था और स्थानीय लोगों के द्वारा आरोप लगाया गया था कि टिकट सिर्फ वीआईपी और अधिकारी वर्ग के लोगों के लिए उनके परिवार के लिए ही है. कोमोबेश इस बार भी स्थानीय लोगों की नाराजगी यही थी.
चार दिवसीय था हॉट एयर बैलून शो, रोमांचित रहा अनुभव: वाराणसी में दूसरी बार हॉट एयर बैलून फेस्टिवल मनाया जा रहा है. इसकी जिम्मेदारी इंग्लैंड स्पेन लगायत दस देशों के पायलटों को दी गयी है. इस बैलून फेस्टिवल में हर दिन कुल 10 हॉट एयर बैलून उड़ाए गए. जहां शंघाई देशों के मेहमानों के साथ काशी के कुछ गणमान्य पर्यटकों ने इसमें भाग लिया. भाग लेने वाले पर्यटकों का कहना रहा कि बनारस में गंगा के ऊपर बैलून में उड़ान का अनुभव बहुत आनंददायक रहा है. यहां लोगों ने खूब आनंद भी लिए. ये उनके लिए एक ख़ास अनुभव है जब वो गंगा किनारे इस तरह की उड़ान भरे. हालांकि जिन्होंने सफर नहीं किया उनके हाथ केवल निराश ही लगी.
शंघाई मेहमानों के स्वागत में था आयोजन: पर्यटन विभाग की ओर से शंघाई देशों के मेहमानों के स्वागत के लिए काशी में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रमों के क्रम में आज से बलून एवं बोट फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. जो 17 से 20 जनवरी तक था आज इस फेस्टिवल का समापन किया गया है. जिसमे कब तक लगभग 100 मेहमानों ने सफर किया और काशी के बेहतरीन अनुभव एवं ख़ास पलों को कैमरे में कैद भी किया.
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Balloon Festival in Banaras:वाराणसी में जाने कैसे, एक गुब्बारे ने तोड़ा हजारों का दिल
वाराणसी में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ाने के लिए बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया गया. वहीं, स्थनीय लोगों के लिए हॉट बैलून शो न होने कारण उन्होने नाराजगी जाहिर की. पर्यटन विभाग की ओर से शंघाई देशों के मेहमानों के स्वागत के लिए हॉट एयर बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया गया था.
वाराणसी: एक गुब्बारे से टूटा हजारों का दिल, यह जानकर आप हैरान हो रहे होंगे. लेकिन हैरान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह कोई कहानी नहीं बल्कि हकीकत है. यह हकीकत सार्थक हुई है, जिंदादिली के शहर बनारस में. इन दिनों इस शहर में एक गुब्बारे की बेवफाई की चर्चा है. इस बेवफा गुब्बारे ने जहां हजारों दिलों को तोड़ दिया है और कईयों के मन मे निराशा के ज्वार को भड़का दिया है.
वाराणसी में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया गया. जिसमें बलून में बैठ कर लोग काशी की खूबसूरती का दीदार कर सकेंगे. लेकिन इस बैलून में सिर्फ काशी के गणमान्य लोग व अधिकारी वर्ग को ही बैठने दिया जा रहा है. जिससे काशी के हजारों की संख्या में लोग निराश हैं और अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं.
गुब्बारे से टूटा दिल, नहीं कर पाए एडवेंचर सवारी: इस बारे में लोगों का कहना है कि हर बार यही होता है. कहा तो जाता है कि हॉट एयर बैलून शो आयोजित किया जा रहा है. लेकिन पैसे देने के बावजूद भी आम नागरिकों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. यदि आम नागरिकों के लिए पास ही नहीं है तो फिर इस तरीके की व्यवस्था शुरू ही क्यों की जाती है. हम सिर्फ इस बैलून को अपने छत से देखकर तालियां बजा रहे हैं, इसमें बैठने का सौभाग्य हमे मिला ही नहीं है. उम्मीद करते हैं कि आगे जब दोबारा ये शुरू किया जाएगा तो उसमें आम लोगों की भी व्यवस्था होगी.
100 मेहमानों ने भरी उड़ान: पर्यटन उपनिदेशक प्रीति श्रीवास्तव का कहना है कि इस बार ट्रायल बेस पर बैलून उड़ाया गया है. जो काशी आने वाले शंघाई के विशेष मेहमानों के स्वागत में आयोजित किया गया था. लगभग 100 से ज्यादा मेहमानों ने उड़ान भरी है. चूंकि बेहद लिमिटेड बलून थे और सवारी करने वालो का क्राउड ज्यादा था. लेकिन यदि यह सक्सेस होता है तो आगामी दिनों में इसे और भी वृहद स्तर पर संचालित किया जाएगा. आम नागरिकों के लिए भी टिकट की व्यवस्था कराई जाएगी.
पहले भी रहा है विवादों के घेरे में: गौरतलब है कि जब भी वाराणसी में बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. यह हमेशा विवादों में रहा है. बीते वर्ष टिकट न मिलने को लेकर के काफी विवाद हुआ था और स्थानीय लोगों के द्वारा आरोप लगाया गया था कि टिकट सिर्फ वीआईपी और अधिकारी वर्ग के लोगों के लिए उनके परिवार के लिए ही है. कोमोबेश इस बार भी स्थानीय लोगों की नाराजगी यही थी.
चार दिवसीय था हॉट एयर बैलून शो, रोमांचित रहा अनुभव: वाराणसी में दूसरी बार हॉट एयर बैलून फेस्टिवल मनाया जा रहा है. इसकी जिम्मेदारी इंग्लैंड स्पेन लगायत दस देशों के पायलटों को दी गयी है. इस बैलून फेस्टिवल में हर दिन कुल 10 हॉट एयर बैलून उड़ाए गए. जहां शंघाई देशों के मेहमानों के साथ काशी के कुछ गणमान्य पर्यटकों ने इसमें भाग लिया. भाग लेने वाले पर्यटकों का कहना रहा कि बनारस में गंगा के ऊपर बैलून में उड़ान का अनुभव बहुत आनंददायक रहा है. यहां लोगों ने खूब आनंद भी लिए. ये उनके लिए एक ख़ास अनुभव है जब वो गंगा किनारे इस तरह की उड़ान भरे. हालांकि जिन्होंने सफर नहीं किया उनके हाथ केवल निराश ही लगी.
शंघाई मेहमानों के स्वागत में था आयोजन: पर्यटन विभाग की ओर से शंघाई देशों के मेहमानों के स्वागत के लिए काशी में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रमों के क्रम में आज से बलून एवं बोट फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. जो 17 से 20 जनवरी तक था आज इस फेस्टिवल का समापन किया गया है. जिसमे कब तक लगभग 100 मेहमानों ने सफर किया और काशी के बेहतरीन अनुभव एवं ख़ास पलों को कैमरे में कैद भी किया.
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