वाराणसी: जिले में आज वाराणसी राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. सुचिता चतुर्वेदी पहुंचीं. उन्होंने आजमगढ़ की दुष्कर्म पीड़ित से बीएचयू हॉस्पिटल में मिलकर उसका हाल जाना. उन्होंने बाल संरक्षण को लेकर संबंधित विभाग के लोगों के साथ सर्किट हाउस में बैठक भी की.
मीडिया से बात करते हुए डॉ. सुचिता चतुर्वेदी ने कहा कि बीते सोमवार को वह आजमगढ़ दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों से मिलने उनके घर गई थीं. मैंने आजमगढ़ में ही पीड़िता को रानी लक्ष्मीबाई कोष से तीन लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी. आज वाराणसी के बीएचयू हॉस्पिटल में दुष्कर्म पीड़िता के स्वास्थ्य का हाल जाना. अभी पीड़िता का एकाउंट नहीं खुला है. जल्द से जल्द पीड़िता का अकाउंट खुलवा कर उसमें तत्काल एक लाख रुपये भेजा जाएगा. फिर उसके 15 दिन बाद रानी लक्ष्मीबाई सम्मान निधि से दूसरी किश्त दो लाख रुपये पीड़िता के अकाउंट में भेजी जाएगी.
डॉ. सुचिता चतुर्वेदी ने बताया कि बाल संरक्षण के लिए इस कोरोना काल में वाराणसी ने अच्छा कार्य किया है. 1 सितंबर से 30 सितंबर तक श्रम विभाग की ओर से चलने वाले नो चाइल्ड लेबर कैम्पेन में 31 बाल श्रमिकों का रेस्क्यू किया गया. हालांक इसकी पूरी जानकारी श्रम विभाग के अधिकारी की उपस्थिति न होने से उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है.