ETV Bharat / state

वाराणसी: वाराणसी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को सुनने को मिलेंगे पुराने दौर के गाने

वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करने वाले यात्रियों को जन उद्घोषक यंत्र से अब मध्यम आवाज में पुराने दौर के गाने सुनने को मिलेंगे. रेलवे स्टेशनों पर अब ट्रेनों की अनाउंसमेंट के साथ पुराने गानों का दौर भी जारी रहेगा.

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन.
वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन.
author img

By

Published : Oct 22, 2020, 10:58 PM IST

वाराणसी : वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे बोर्ड की ओर से नई पहल की गयी है. रेलवे स्टेशनों पर जन उद्घोषक यंत्र से अब मध्यम आवाज में पुराने दौर के गाने सुनने को मिलेंगे. रेलवे स्टेशनों पर अब ट्रेनों की अनाउंसमेंट के साथ पुराने गानों का दौर भी जारी रहेगा.

रेलवे बोर्ड की पहल

फिलहाल शुरूआत में उत्तर रेलवे बोर्ड के द्वारा पांच क्षेत्रीय स्टेशनों पर यह व्यवस्था लागू की जाएगी. जिसके संबंध में बोर्ड के कार्यकारी निदेशक उमेश ब्लोन्द ने क्षेत्रीय रेलवे से 6 महीने के भीतर जवाब मांगा है. इस संबंध में कैंट स्टेशन के निदेशक आनंद मोहन सिंह ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी को एक बार फिर से पुराने जमाने के गाने सुनने को मिलेंगे.

शुरूआत में पांच स्टेशनों पर होगी व्यवस्था

प्रारंभिक दौर में ये व्यवस्था कुछ स्टेशनों पर ही लागू होगी. इसका मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को अतीत से वाकिफ कराना है. इसके लिए रेलवे बोर्ड के द्वारा पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे, दक्षिण रेलवे और पश्चिम मध्य रेलवे के कुछ स्टेशनों को चिन्हित किया गया है. इन गानों की ध्वनि इतनी होगी कि यात्रियों को इससे असुविधा न हो.

दूसरे देशों की तर्ज पर होगा प्रसारण

आपको जानकारी के लिए बता दूं कि भारत के अलावा कई दूसरे देशों में अपनी संस्कृति से परिचय कराने के लिए पुराने दौर के गीतों का प्रसारण किया जाता है. उसी तर्ज पर वाराणसी में भी अब पुराने दौर के गानों का प्रसारण रेलवे स्टेशनों पर किया जायेगा.

वाराणसी : वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे बोर्ड की ओर से नई पहल की गयी है. रेलवे स्टेशनों पर जन उद्घोषक यंत्र से अब मध्यम आवाज में पुराने दौर के गाने सुनने को मिलेंगे. रेलवे स्टेशनों पर अब ट्रेनों की अनाउंसमेंट के साथ पुराने गानों का दौर भी जारी रहेगा.

रेलवे बोर्ड की पहल

फिलहाल शुरूआत में उत्तर रेलवे बोर्ड के द्वारा पांच क्षेत्रीय स्टेशनों पर यह व्यवस्था लागू की जाएगी. जिसके संबंध में बोर्ड के कार्यकारी निदेशक उमेश ब्लोन्द ने क्षेत्रीय रेलवे से 6 महीने के भीतर जवाब मांगा है. इस संबंध में कैंट स्टेशन के निदेशक आनंद मोहन सिंह ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी को एक बार फिर से पुराने जमाने के गाने सुनने को मिलेंगे.

शुरूआत में पांच स्टेशनों पर होगी व्यवस्था

प्रारंभिक दौर में ये व्यवस्था कुछ स्टेशनों पर ही लागू होगी. इसका मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को अतीत से वाकिफ कराना है. इसके लिए रेलवे बोर्ड के द्वारा पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे, दक्षिण रेलवे और पश्चिम मध्य रेलवे के कुछ स्टेशनों को चिन्हित किया गया है. इन गानों की ध्वनि इतनी होगी कि यात्रियों को इससे असुविधा न हो.

दूसरे देशों की तर्ज पर होगा प्रसारण

आपको जानकारी के लिए बता दूं कि भारत के अलावा कई दूसरे देशों में अपनी संस्कृति से परिचय कराने के लिए पुराने दौर के गीतों का प्रसारण किया जाता है. उसी तर्ज पर वाराणसी में भी अब पुराने दौर के गानों का प्रसारण रेलवे स्टेशनों पर किया जायेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.