वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में ऑल इंडिया आशा बहू कार्यकर्ता कल्याण सेवा समिति के बैनर तले सोमवार को सैकड़ों आशा बहुओं ने प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन दुर्गाकुंड स्थित सीएमओ कार्यालय पर हुआ. आशा बहुओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने अपनी 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सीएमओ को सौंपा.
आशा बहुओं की मांग है कि वैश्विक महामारी के संक्रमण काल में दैनिक मजदूरी 30 रुपया से बढ़ाकर 300 रुपया किया जाए. कोविड-19 जैसी महामारी के दौरान पीड़ित आशाओं की मृत्यु होने पर मृतक आश्रित का मुआवजा पांच लाख कर दिया जाए. आशा बहुओं को मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के पारिश्रमिक 750 रुपये की जारी शासनादेश को लागू किया.
उनकी मांग है कि सरकार आशा कार्यकर्ताओं की न्यूनतम मजदूरी प्रतिमाह 18,000 रुपये दे. ऑल इंडिया आशा बहू कार्यकर्ता कल्याण सेवा समिति की जिलाध्यक्ष संगीता गिरि ने बताया हम लोग वैश्विक महामारी के दौर में लगातार ड्यूटी कर रहे हैं. लॉकडाउन में भी हर गली-मोहल्ले में जाकर लोगों की जानकारी एकत्रित कर रहे हैं. हमारी पांच सूत्रीय मांग जल्द से जल्द सरकार द्वारा पूरी की जाए.
वैश्विक महामारी के दौर में हमें एक हजार रुपये महीने वेतन दिया जा रहा. इसको 300 रुपये प्रतिदिन जल्द से जल्द किया जाए. आज हम लोगों ने वाराणसी सीएमओ को ज्ञापन सौंपा है. अगर हमारी मांग पूरी नहीं होगी तो हम लोग वैश्विक महामारी खत्म होने के साथ ही आरपार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. जरूरत पड़ी तो हम कार्य बहिष्कार करेंगे.