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अन्नपूर्णा मठ के महंत रामेश्वर पुरी का निधन, पीएम और सीएम ने जताया दुख - वाराणसी का समाचार

अन्नपूर्णा मंदिर मठ के महंत रामेश्वर पुरी का शनिवार को वाराणसी के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. रामेश्वर पुरी बीते 11 जून से बीमार चल रहे थे.

महंत रामेश्वर पुरी का निधन
महंत रामेश्वर पुरी का निधन
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Published : Jul 10, 2021, 6:51 PM IST

Updated : Jul 10, 2021, 9:45 PM IST

वाराणसीः काशी के अन्नपूर्णा मंदिर मठ के महंत रामेश्वर पुरी अब नहीं रहे. उन्होंने वाराणसी के एक निजी अस्पताल में शनिवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. वे बीते 11 जून से बीमार चल रहे थे. हरिद्वार में कुंभ स्नान से लौटने के बाद रामेश्वर पुरी कोरोना संक्रमित हो गए थे. जिन्हें इलाज के लिए लखनऊ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. कोरोना से ठीक होने के बाद उन्हें वाराणसी लाया गया था. जिसके बाद उनकी तबीयत दोबारा बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें वाराणसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

हरिद्वार में कुंभ स्नान से लौटने के बाद रामेश्वरपुरी कोरोना संक्रमित हो गए थे. गंभीर हालत में उन्हें लखनऊ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. आपको बता दें कि मेदांता में 30 जून से वो वेंटिलेटर पर थे. हालत सुधरने के बाद उन्हें 2 दिन पहले वाराणसी लाया गया था. इसी बीच एकाएक उनकी तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां शनिवार की दोपहर को उनका निधन हो गया. महंत रामेश्वर पुरी के निधन से संत समाज ने श्रद्वांजलि अर्पित की है. उन्होंने उनके निधन को संत समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति बताया है.

  • काशी अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी जी के देहावसान से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने धर्म और अध्यात्म को समाज सेवा से जोड़कर लोगों को सामाजिक कार्यों के लिये निरंतर प्रेरित किया। ॐ शांति !

    — Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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आपको बता दें कि बांदा के रहने वाले रामेश्वरपुरी 1993 में गुजरात से वाराणसी घूमने के लिए आए थे. जिसके बाद रामेश्वर पुरी को 17 अक्टूबर 2004 में महानिर्वाणी अखाडे़ से संबंध श्री अन्नपूर्णा मंदिर के मठ का महंत बनाया गया था. रामेश्वर पुरी के नेतृत्व में काशी अन्नपूर्णा अन्य क्षेत्र ट्रस्ट भी संचालित है, जो निरंतर समाज सेवा कर रहा था. लेकिन उनके जाने से अब ये जगह खाली हो गई.

इसे भी पढ़ें- देश का सबसे ज्यादा मेडिकल कॉलेज वाला राज्य होगा उत्तर प्रदेश

वाराणसीः काशी के अन्नपूर्णा मंदिर मठ के महंत रामेश्वर पुरी अब नहीं रहे. उन्होंने वाराणसी के एक निजी अस्पताल में शनिवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. वे बीते 11 जून से बीमार चल रहे थे. हरिद्वार में कुंभ स्नान से लौटने के बाद रामेश्वर पुरी कोरोना संक्रमित हो गए थे. जिन्हें इलाज के लिए लखनऊ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. कोरोना से ठीक होने के बाद उन्हें वाराणसी लाया गया था. जिसके बाद उनकी तबीयत दोबारा बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें वाराणसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

हरिद्वार में कुंभ स्नान से लौटने के बाद रामेश्वरपुरी कोरोना संक्रमित हो गए थे. गंभीर हालत में उन्हें लखनऊ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. आपको बता दें कि मेदांता में 30 जून से वो वेंटिलेटर पर थे. हालत सुधरने के बाद उन्हें 2 दिन पहले वाराणसी लाया गया था. इसी बीच एकाएक उनकी तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां शनिवार की दोपहर को उनका निधन हो गया. महंत रामेश्वर पुरी के निधन से संत समाज ने श्रद्वांजलि अर्पित की है. उन्होंने उनके निधन को संत समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति बताया है.

  • काशी अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी जी के देहावसान से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने धर्म और अध्यात्म को समाज सेवा से जोड़कर लोगों को सामाजिक कार्यों के लिये निरंतर प्रेरित किया। ॐ शांति !

    — Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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आपको बता दें कि बांदा के रहने वाले रामेश्वरपुरी 1993 में गुजरात से वाराणसी घूमने के लिए आए थे. जिसके बाद रामेश्वर पुरी को 17 अक्टूबर 2004 में महानिर्वाणी अखाडे़ से संबंध श्री अन्नपूर्णा मंदिर के मठ का महंत बनाया गया था. रामेश्वर पुरी के नेतृत्व में काशी अन्नपूर्णा अन्य क्षेत्र ट्रस्ट भी संचालित है, जो निरंतर समाज सेवा कर रहा था. लेकिन उनके जाने से अब ये जगह खाली हो गई.

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Last Updated : Jul 10, 2021, 9:45 PM IST
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