वाराणसी: काशी प्रवास पर आए पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने पिछले दिनों वाराणसी में अल्लाह शब्द को संस्कृत से लिए गए शब्द और इसका शाब्दिक अर्थ मातृशक्ति बताया था. जिसके बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने उनके इस बात का खंडन करते हुए अल्लाह शब्द को फारसी का शब्द कहते हुए उनकी बातों का विरोध किया था. वहीं, एक बार फिर उन्होंने अल्लाह शब्द को संस्कृत का शब्द बताया है.
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए पाकिस्तान के वर्तमान हालात पर भारत की तरफ से मदद किए जाने को लेकर सवाल पर कहा कि 'मेरा मानना है कि मदद का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. यह जरूर देखना चाहिए कि आने वाले समय में दी जाने वाली मदद का सदुपयोग हो. यदि वह गलत कामों में उसका दुरुपयोग करते हैं तो यह उचित नहीं होगा'. उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समझदार हैं. उन्हें कूटनीतिज्ञ का ज्ञान है. उन्हें क्या करना है क्या नहीं वह बेहतर तरीके से जानते हैं.'
वहीं, अल्लाह शब्द के संस्कृत के शब्द कहने के अपने बयानों पर कायम रहते हुए उन्होंने कहा कि 'व्याकरण और अथर्ववेद में अल्लाह शब्द का अर्थ शब्दकोश में साफ तौर पर दुर्गा भगवती अंबा के रूप में बताया गया है. मैं दर्शन, विज्ञान और व्यवहार तीनों में सामंजस्य साध कर बातें करता हूं. इसलिए कम्युनिस्ट या कोई भी अन्य मेरी बातों का विरोध नहीं कर पाता है. लेकिन अब किसी के सिर में दर्द हो रहा है तो मैं क्या कर सकता हूं.'
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