वाराणसी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का प्रचार का आज अंतिम दिन है. ऐसे में तमाम राजनीतिक पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है. दरअसल, पूर्वांचल के सीटों पर सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर है. पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं का गढ़ बना हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी जहां प्रबुद्ध जनों से मुलाकात कर रहे हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सुबह-सुबह बाबा काल भैरव के दरबार पर शीश नवाया. पूरे विधि विधान से पूजन पाठ करने के बाद अखिलेश यादव काशी के प्रसिद्ध महामृत्युंजय मंदिर पहुंचे.
प्रसिद्ध महामृत्युंजय मंदिर में पहली बार अखिलेश यादव पहुंचे. जहां पर पूरे विधि विधान से बाबा मृत्युंजय का पूजन पाठ और आरती उतारा. काशी के विद्वानों में एक स्वर में मंत्रोच्चारण किया. सभी ने हर हर महादेव का उद्घोष किया और बाबा महामृत्युंजय का दर्शन प्राप्त किया. मृत्युंजय मंदिर में आने का राजनीति कारण यह भी हो सकता है कि इसी मंदिर के महंत किशन दीक्षित सपा ने भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले दक्षिणी विधानसभा से प्रत्याशी भी बनाया है. मेहंदी 9 मंत्री और महंत की लड़ाई की चर्चा जोरों पर है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी से यहां पर पर्यटन मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी मैदान में है.
समाजवादी पार्टी यहां पर भारतीय जनता पार्टी को जोरदार टक्कर दे रही है अब यह तो आने वाला समय बताएगा कि अखिलेश यादव का मंदिरों में जाना कितना चुनाव में सफल हो पाएगा. फिलहाल दक्षिणी की जनता अपने विधानसभा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को देखकर काफी उत्साहित नजर आई.
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