ETV Bharat / state

दम घोंट रही है काशी की आबोहवा, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या

author img

By

Published : Nov 6, 2019, 5:32 PM IST

प्रदूषण को लेकर हर तरफ काफी हंगामा मचा हुआ है, लेकिन इसके बाद भी हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. वाराणसी की स्थिति भी एयर क्वालिटी इंडेक्स के मामले में काफी खराब हो चुकी है, शहर की आबोहवा दिनों दिन जानलेवा बनती जा रही है.

मंडलीय अस्पताल

वाराणसी: सरकार भी प्रदूषण को कम करने के प्रयास करने में जुटी हुई है. केंद्र सरकार की तरफ से अलग और प्रदेश सरकार की तरफ से अलग स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी की स्थिति भी एयर क्वालिटी इंडेक्स के मामले में काफी खराब है. सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं और बच्चों और वृद्धों के लिए है. इस समय सांस लेने में दिक्कत गले में समस्या और आंखों में जलन की शिकायत आम है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है.

देखें वीडियो.
प्रदूषित हो चुकी शहर की आबोहवा की वजह से मरीजों की संख्या में वृद्धि को लेकर मंडलीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि मरीजों की संख्या में लगभग 15% का इजाफा हुआ है. इसमें सांस की तकलीफ, गले में तकलीफ और आंखों में तकलीफ के मरीज हैं. महिलाओं, वृद्धों और बच्चों में भी इन समस्याओं की वजह से दिक्कतें पैदा हो रही हैं. शहर में चल रहा कंस्ट्रक्शन और खराब सड़कों के साथ ही विभागों की लापरवाही भी प्रदूषण बढ़ा रही है.
शहर में तमाम जगहों पर लगाए गए जनरेटर मानक के अनुरूप ऑपरेट नहीं हो रहे हैं, जिसकी वजह से स्थिति और बिगड़ रही है और इसका नतीजा लोगों को बीमारी के रूप में सामने देखने को मिल रहा है.बनारस में मुख्य प्रदूषण तत्व यानी पीएम 2.5 की बात की जाए, तो अर्दली बाजार में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेंटर पर लगे संयंत्र के मुताबिक इसका स्तर लगातार दो दिनों से 450 से 490 के बीच दर्ज किया गया है.
इसका औसत स्तर 345 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होना चाहिए, इससे भी गंभीर कमांड कंट्रोल सेंटर के आंकड़ों की है. इनके अनुसार सामान्य रूप से धुर और गुबार में घिरे रहने वाले शहर के अलग-अलग इलाकों के हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं. एयर क्वालिटी इंडेक्स भी 447 से 490 के बीच बना हुआ है. वहीं पीएम10 की अगर बात की जाए तो इसका अधिकतम स्तर 459 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है.

स्थान एयर क्वालिटी इंडेक्स
वरुणा शास्त्री चौक 122
पड़ाव 468
बीएचयू 409
चितईपुर 408
दशाश्वमेध 432
भेलूपुर 445
मंडुवाडीह 499
मलदहिया 406
बौलिया 426
आदमपुर 402
कैंट स्टेशन 417
अर्दली बाजार 406
सारनाथ 447
तरना 473
पंचक्रोशी 406

वाराणसी: सरकार भी प्रदूषण को कम करने के प्रयास करने में जुटी हुई है. केंद्र सरकार की तरफ से अलग और प्रदेश सरकार की तरफ से अलग स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी की स्थिति भी एयर क्वालिटी इंडेक्स के मामले में काफी खराब है. सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं और बच्चों और वृद्धों के लिए है. इस समय सांस लेने में दिक्कत गले में समस्या और आंखों में जलन की शिकायत आम है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है.

देखें वीडियो.
प्रदूषित हो चुकी शहर की आबोहवा की वजह से मरीजों की संख्या में वृद्धि को लेकर मंडलीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि मरीजों की संख्या में लगभग 15% का इजाफा हुआ है. इसमें सांस की तकलीफ, गले में तकलीफ और आंखों में तकलीफ के मरीज हैं. महिलाओं, वृद्धों और बच्चों में भी इन समस्याओं की वजह से दिक्कतें पैदा हो रही हैं. शहर में चल रहा कंस्ट्रक्शन और खराब सड़कों के साथ ही विभागों की लापरवाही भी प्रदूषण बढ़ा रही है.
शहर में तमाम जगहों पर लगाए गए जनरेटर मानक के अनुरूप ऑपरेट नहीं हो रहे हैं, जिसकी वजह से स्थिति और बिगड़ रही है और इसका नतीजा लोगों को बीमारी के रूप में सामने देखने को मिल रहा है.बनारस में मुख्य प्रदूषण तत्व यानी पीएम 2.5 की बात की जाए, तो अर्दली बाजार में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेंटर पर लगे संयंत्र के मुताबिक इसका स्तर लगातार दो दिनों से 450 से 490 के बीच दर्ज किया गया है.
इसका औसत स्तर 345 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होना चाहिए, इससे भी गंभीर कमांड कंट्रोल सेंटर के आंकड़ों की है. इनके अनुसार सामान्य रूप से धुर और गुबार में घिरे रहने वाले शहर के अलग-अलग इलाकों के हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं. एयर क्वालिटी इंडेक्स भी 447 से 490 के बीच बना हुआ है. वहीं पीएम10 की अगर बात की जाए तो इसका अधिकतम स्तर 459 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है.

स्थान एयर क्वालिटी इंडेक्स
वरुणा शास्त्री चौक 122
पड़ाव 468
बीएचयू 409
चितईपुर 408
दशाश्वमेध 432
भेलूपुर 445
मंडुवाडीह 499
मलदहिया 406
बौलिया 426
आदमपुर 402
कैंट स्टेशन 417
अर्दली बाजार 406
सारनाथ 447
तरना 473
पंचक्रोशी 406
Intro:स्पेशल स्टोरी:

वाराणसी: प्रदूषण को लेकर हर तरफ काफी हंगामा मचा हुआ है सरकार भी प्रदूषण को कम करने के प्रयास करने में जुटी हुई है केंद्र सरकार की तरफ से अलग और प्रदेश सरकार की तरफ से अलग स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी की स्थिति भी एयर क्वालिटी इंडेक्स के मामले में काफी खराब है शहर की आबोहवा दिनों दिन जानलेवा बनती जा रही है. जिसकी वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं और बच्चों और वृद्धों के लिए है सांस लेने में दिक्कत गले में समस्या और आंखों में जलन की शिकायत आम है. जिसकी वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है.


Body:वीओ-01 प्रदूषित हो चुकी शहर की आबोहवा की वजह से मरीजों की संख्या में वृद्धि को लेकर मंडलीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि लगभग 15% का इजाफा सांस की तकलीफ गले में तकलीफ और आंखों में तकलीफ के मरीजों में हुआ है. महिलाओं वृद्धों और बच्चों में भी इन समस्याओं की वजह से दिक्कतें पैदा हो रही हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि शहर में चल रहा कंस्ट्रक्शन और खराब सड़कों के साथ ही विभागों की लापरवाही भी प्रदूषण बढ़ा रही है. शहर में तमाम जगहों पर लगाए गए जनरेटर मानक के अनुरूप ऑपरेट नहीं हो रहे हैं जिसकी वजह से स्थितियां और बिगड़ रही है और इसका नतीजा लोगों को बीमारी के रूप में सामने देखने को मिल रहा है.

बाइट- डॉ आर के शर्मा, चेस्ट फिजिशियन
बाईट- डॉ बीएन श्रीवास्तव, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक मंडलीय अस्पताल, वाराणसी


Conclusion:वीओ-02 बनारस में मुख्य प्रदूषण तत्व यानी पीएम 2.5 की बात की जाए तो अर्दली बाजार में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेंटर पर लगे संयंत्र के मुताबिक इसका स्तर लगातार दो दिनों से 450 से 490 के बीच दर्ज किया गया है. जबकि इसका औसत स्तर 345 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होना चाहिए इससे भी गंभीर स्थिति कमांड कंट्रोल सेंटर के आंकड़ों की है. इनके अनुसार सामान्य रूप से दूर और गुबार में घिरे रहने वाले शहर के अलग-अलग इलाकों के हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं. एयर क्वालिटी इंडेक्स भी 447 से 490 के बीच बना हुआ है वहीं pm10 की अगर बात की जाए तो इसका अधिकतम स्तर 459 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है.

शहर के 15 स्थानों की आवोहवा की स्थिति
स्थान एयर क्वालिटी इंडेक्स
वरुणा शास्त्री चौक 122
पड़ाव 468
बीएचयू 409
चितईपुर 408
दशाश्वमेध 432
भेलूपुर 445
मंडुवाडीह 499
मलदहिया 406
बौलिया 426
आदमपुर 402
कैंट स्टेशन 417
अर्दली बाजार 406
सारनाथ 447
तरना 473
पंचक्रोशी 406
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.