वाराणसी: दिल्ली में 26 जनवरी को लाल किले पर हुए उपद्रव को लेकर देशभर के लोगों में गुस्सा है. लाल किले पर हुए उपद्रव के दौरान तिरंगे के अपमान के विरोध में वाराणसी के अधिवक्ताओं ने गुरुवार को कचहरी परिसर प्रदर्शन किया. अधिवक्ता कमलेश चन्द्र त्रिपाठी और बनारस बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नित्यानन्द राय समेत दर्जनों अधिवक्ताओं ने जिला मुख्यालय पर मानव श्रृंखला बनाकर जुलूस निकाला.
अधिवक्ता नित्यानन्द राय और अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी के नेतृत्व में हाथ में स्लोगन लिखी तख्तियां के साथ अधिवक्ताओं ने डीएम कार्यालय से सर्किट हाउस तक जुलूस निकाला. इस दौरान अधिवक्ताओं ने 'तिरंगे के सम्मान मे अधिवक्ता मैदान में' और 'राष्ट्रीय झण्डे का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान' का नारा लगाया. इसके बाद अधिवक्ताओं का जुलूस एसीएम तृतीय सिद्धार्थ यादव की कोर्ट के पास पहुंचा और उन्हें प्रधानमंत्री को सम्बोधित एक मांग पत्र सौंपा.
बनारस बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नित्यानन्द राय ने कहा कि लाल किले पर जिस तरीके से तिरंगे का अपमान किया गया, वह बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनकी नागरिकता समाप्त कर देश से निकाल दिया जाए. किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा की कड़ी निन्दा करते हुए अधिवक्ताओं ने आरोपियों पर रासुका लगाकर उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की.
इस जुलूस में अधिवक्ता विनोद पांडे भैयाजी, मनीष राय, संजीवन यादव, अवधेश कुमार सिंह, प्रमोद जायसवाल, सत्यप्रकाश सिंह, अरुणकुमार मौर्य, विनय जायसवाल, दीपदर्शन, प्रभुनारायण यादव, प्रदीप सिंह, राजेश यादव, दुर्गा पटेल, नीरज शुक्ला, सोनू तिवारी, विकास सिंह, संजय मिश्रा, अभिषेक राय, संजय यादव आदि अधिवक्ता मौजूद रहे.