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अब गंगा में अठखेलियों संग लोग पढ़ेंगे काशी का इतिहास - गंगा में नाव वाली लाइब्रेरी

वाराणसी में जल्द ही गंगा की लहरों पर तैरती हुई लाइब्रेरी नजर आएगी. सरकार के द्वारा काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस नई प्रकार की लाइब्रेरी की शुरूआत की जाएगी. इससे किताब पढ़ने के शौकीन गंगा विहार के साथ किताब पढ़ने का भी लुफ्त उठा सकेंगे.

गंगा में लाइब्रेरी.
गंगा में लाइब्रेरी.
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Published : Mar 13, 2021, 8:57 PM IST

वाराणसीः यूं तो शिव की नगरी काशी धर्म अध्यात्म और शिक्षा के लिए जानी जाती है. यही वजह है कि काशी को पर्यटकों का हब भी कहा जाता है. यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तमाम तरीके की कवायद और योजनाओं का संचालन भी किया जाता हैं. इसी क्रम में सरकार के द्वारा काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नई प्रकार की लाइब्रेरी शुरू की जाएगी.

गंगा में लाइब्रेरी.

बोट लाइब्रेरी के जरिए भी लोग जानेंगे काशी का इतिहास

काशी में धर्म और संस्कृति को सहेजने के लिए बोट लाइब्रेरी चलेगी. इस बोट लाइब्रेरी की खास बात यह हैं कि अब पर्यटक गंगा की गोद में भी काशी के धर्म और संस्कृति को जान सकेंगे. इसको लेकर के बोट लाइब्रेरी बनाई जाएगी. इसमें काशी के इतिहास, धर्म और संस्कृति की पुस्तकें रहेंगी. पर्यटक गंगा में अठखेलियां करते हुए इन पुस्तकों को पढ़ सकेंगे. साथ ही काशी के इतिहास और उसके महत्व के बारे में जान सकेंगे.

पुस्तकों और नावों का किया जा रहा है चयन

डीआईओएस डॉ. वी.पी. सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर जिला प्रशासन के पास बोट लाइब्रेरी का प्रस्ताव आया है. यहां पर काशी के इतिहास, अध्यात्म, संस्कृति से जुड़े हुई पुस्तकें रखी जाएंगी. इसका लाभ देशी और विदेशी दोनों सैलानी उठा सकेंगे. उन्होंने बताया कि बोट लाइब्रेरी शुरू करने को लेकर शासन की मंशा यह है कि लोग काशी के अध्यात्म और इतिहास के बारे में जान सकें. इसको लेकर के जिला प्रशासन के द्वारा नाव और पुस्तकों का चयन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में प्रशासन की यह मंशा लोगों को धरातल पर उपलब्ध मिलेगी.

इसे भी पढ़ें- टूट रही अब बिनकारी की सांसें, उजड़ रहे हैं बुनकर

वाराणसीः यूं तो शिव की नगरी काशी धर्म अध्यात्म और शिक्षा के लिए जानी जाती है. यही वजह है कि काशी को पर्यटकों का हब भी कहा जाता है. यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तमाम तरीके की कवायद और योजनाओं का संचालन भी किया जाता हैं. इसी क्रम में सरकार के द्वारा काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नई प्रकार की लाइब्रेरी शुरू की जाएगी.

गंगा में लाइब्रेरी.

बोट लाइब्रेरी के जरिए भी लोग जानेंगे काशी का इतिहास

काशी में धर्म और संस्कृति को सहेजने के लिए बोट लाइब्रेरी चलेगी. इस बोट लाइब्रेरी की खास बात यह हैं कि अब पर्यटक गंगा की गोद में भी काशी के धर्म और संस्कृति को जान सकेंगे. इसको लेकर के बोट लाइब्रेरी बनाई जाएगी. इसमें काशी के इतिहास, धर्म और संस्कृति की पुस्तकें रहेंगी. पर्यटक गंगा में अठखेलियां करते हुए इन पुस्तकों को पढ़ सकेंगे. साथ ही काशी के इतिहास और उसके महत्व के बारे में जान सकेंगे.

पुस्तकों और नावों का किया जा रहा है चयन

डीआईओएस डॉ. वी.पी. सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर जिला प्रशासन के पास बोट लाइब्रेरी का प्रस्ताव आया है. यहां पर काशी के इतिहास, अध्यात्म, संस्कृति से जुड़े हुई पुस्तकें रखी जाएंगी. इसका लाभ देशी और विदेशी दोनों सैलानी उठा सकेंगे. उन्होंने बताया कि बोट लाइब्रेरी शुरू करने को लेकर शासन की मंशा यह है कि लोग काशी के अध्यात्म और इतिहास के बारे में जान सकें. इसको लेकर के जिला प्रशासन के द्वारा नाव और पुस्तकों का चयन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में प्रशासन की यह मंशा लोगों को धरातल पर उपलब्ध मिलेगी.

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