वाराणसी: अब जेल में बंद कैदियों को आधार में संशोधन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. दरअसल, डाक विभाग द्वारा जेल में बंद कैदियों का आधार अपडेशन किया जा रहा है. बता दें कि वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव के निर्देश पर कैंट प्रधान डाकघर के डाककर्मियों ने शिवपुर स्थित केंद्रीय कारागार, वाराणसी में विशेष कैंप लगाकार कैदियों के आधार अपडेशन का कार्य किया जा रहा है. इस दौरान 237 कैदियों का आधार अपडेट किया गया. इससे जहां कैदियों को सहूलियत हुई, वहीं जेल प्रशासन को भी सुविधा मिली.
कैंप लगाकर कैदियों के आधार का किया जा रहा संसोधन
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कैदियों के आधार संसोधन व नए आधार को बनाने के लिए कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक ने डाक विभाग से अनुरोध किया गया था. जिसके पश्चात कैंप लगाकर आधार अपडेशन का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आम जनों के सुविधा के लिए भी आधार नामांकन व अपडेशन को लेकर हर मंडल में समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर लोगों को सहूलियत दी जा रही है. बता दें कि वाराणसी परिक्षेत्र में कुल 136 आधार किट्स में से 132 सक्रिय हैं, जोकि 97 प्रतिशत के साथ पूरे उत्तर प्रदेश परिमंडल में द्वितीय स्थान पर है.
71 हजार लोगों के आधार का किया गया है अपडेशन
सहायक निदेशक शम्भु राय ने बताया कि पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव की पहल पर वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में विशेष अभियान चलाकर इस साल जनवरी से 13 फरवरी तक 71,000 से ज्यादा लोगों का आधार इनरोलमेंट व अपडेशन का कार्य किया जा चुका है. इसमें 27,000 लोगों ने नया आधार बनवाया और 44,000 से ज्यादा लोगों ने आधार में संशोधन कराया.
डाकघरों में निःशुल्क बनते हैं आधार कार्ड
बता दें कि डाकघरों में नया आधार पूर्णतया नि:शुल्क बनाया जाता है. सिर्फ पुराने आधार में संशोधन हेतु ही शुल्क लगता है. इसमें डेमोग्राफिक संशोधन नाम, जन्म तिथि, लिंग, पता, मोबाइल व ईमेल के लिए 50 रुपये और बायोमेट्रिक संशोधन फिंगरप्रिंट, आईरिस व फोटो के लिए 100 रुपये शुल्क देना होता है.
इसे भी पढे़ं- फर्जी आधार कार्ड से बनवा लिया वोट, शिकायत दर्ज