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वाराणसी: जल्द नगर निगम की सीमा में शामिल होंगी 61 ग्राम पंचायतें

यूपी के वाराणसी जिले में नगर निगम की सीमा का विस्तार किया जा रहा है. जिले के 61 ग्राम पंचायतों को गांवों की सूची से बाहर कर दिया है. अब इसे शहरी क्षेत्र में शामिल किया जाएगा. पंचायती राज अधिनियम के तहत नगर निगम इन ग्राम पंचायतों को 1 अक्टूबर को नगर निगम में शामिल करने का पत्र जिला प्रशासन को सौंपेगा.

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वाराणसी नगर निगम की सीमा का विस्तार
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Published : Sep 29, 2020, 8:57 AM IST

वाराणसी: जिले में गांवों की सूची से 61 ग्राम पंचायतों को बाहर कर दिया गया है. अधिसूचना के बाद 61 ग्राम पंचायतों को बाहर किए जाने की कागजी कार्रवाई फिलहाल अभी जारी है, लेकिन सोमवार को पंचायत की समीक्षा सूची से इनको बाहर कर दिया गया है. पंचायत राज अधिनियम के तहत इन गांवों को शहरी क्षेत्र में शामिल होने का पत्र 1 अक्टूबर को नगर निगम को जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा. जिसके बाद यह नगर निगम सीमा में शामिल होंगे.

दरअसल, उत्तर प्रदेश शासन ने इन 61 गांवों में तैनात सफाई कर्मियों का भदोही स्थानांतरण करने का आदेश दे दिया था. कुछ दिन पहले इस आदेश के आने के बाद ग्राम पंचायत सचिव के पास कुछ गांव कम हो जाएंगे, लेकिन वह अपने स्थान पर बने रहेंगे. दूसरी ओर इन पंचायतों से लेखा-जोखा तलब किया जा रहा है. जन्म और मृत्यु पंजीकरण लेकर परिवार रजिस्टर समेत अन्य प्रशासनिक लेखे जोखे की फाइलों को नगर निगम के सुपुर्द करने की तैयारी तेज हो गई है. इसके अलावा निगम की सीमा में आने वाले इन गावों को पंचायत की तरफ से मुहैया कराए गए संसाधन भी वापस लिए जाएंगे. शहरी क्षेत्र में शामिल होने वाले गांव में काशी विद्यापीठ ब्लॉक से 26 चिरईगांव ब्लॉक से 18 हरहुआ ब्लॉक से 17 गांव शामिल किए गए हैं.

अधिकारियों की मानें तो इस कार्रवाई में काशी विद्यापीठ ब्लॉक में अब सिर्फ 67 गांव रह जाएंगे, जबकि चिरईगांव ब्लाक में 76, हरहुआ में 79 गांव होंगे, 117 गांव के साथ आराजी लाइन सबसे बड़ा ब्लॉक होगा. इसके बाद पिंडरा 104' चोलापुर 89, सेवापुरी 87, बड़ागांव ब्लाक में 80 गांव शामिल होंगे.

वाराणसी: जिले में गांवों की सूची से 61 ग्राम पंचायतों को बाहर कर दिया गया है. अधिसूचना के बाद 61 ग्राम पंचायतों को बाहर किए जाने की कागजी कार्रवाई फिलहाल अभी जारी है, लेकिन सोमवार को पंचायत की समीक्षा सूची से इनको बाहर कर दिया गया है. पंचायत राज अधिनियम के तहत इन गांवों को शहरी क्षेत्र में शामिल होने का पत्र 1 अक्टूबर को नगर निगम को जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा. जिसके बाद यह नगर निगम सीमा में शामिल होंगे.

दरअसल, उत्तर प्रदेश शासन ने इन 61 गांवों में तैनात सफाई कर्मियों का भदोही स्थानांतरण करने का आदेश दे दिया था. कुछ दिन पहले इस आदेश के आने के बाद ग्राम पंचायत सचिव के पास कुछ गांव कम हो जाएंगे, लेकिन वह अपने स्थान पर बने रहेंगे. दूसरी ओर इन पंचायतों से लेखा-जोखा तलब किया जा रहा है. जन्म और मृत्यु पंजीकरण लेकर परिवार रजिस्टर समेत अन्य प्रशासनिक लेखे जोखे की फाइलों को नगर निगम के सुपुर्द करने की तैयारी तेज हो गई है. इसके अलावा निगम की सीमा में आने वाले इन गावों को पंचायत की तरफ से मुहैया कराए गए संसाधन भी वापस लिए जाएंगे. शहरी क्षेत्र में शामिल होने वाले गांव में काशी विद्यापीठ ब्लॉक से 26 चिरईगांव ब्लॉक से 18 हरहुआ ब्लॉक से 17 गांव शामिल किए गए हैं.

अधिकारियों की मानें तो इस कार्रवाई में काशी विद्यापीठ ब्लॉक में अब सिर्फ 67 गांव रह जाएंगे, जबकि चिरईगांव ब्लाक में 76, हरहुआ में 79 गांव होंगे, 117 गांव के साथ आराजी लाइन सबसे बड़ा ब्लॉक होगा. इसके बाद पिंडरा 104' चोलापुर 89, सेवापुरी 87, बड़ागांव ब्लाक में 80 गांव शामिल होंगे.

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