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वाराणसी एयरपोर्ट पर 2022 में 23 लाख यात्रियों का हुआ आवागमन, कोरोना काल के बाद बड़ी उपलब्धि - Lal Bahadur Shastri International Airport

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Lal Bahadur Shastri International Airport) पर दिल्ली के बीच सर्वाधिक विमान संचालित किए जाते हैं. वहीं, एयरपोर्ट से 2022 में 23 लाख यात्रियों का आवागमन रहा है.

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे
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Published : Jan 2, 2023, 9:54 PM IST

वाराणसी: पिछले साल 2022 में वाराणसी एयरपोर्ट (Varanasi Airport) से 23 लाख यात्रियों ने हवाई सफर किया. कोरोना काल के बाद से यात्रियों की बढ़ती संख्या से एयरपोर्ट अधिकारी खुश हैं. एयरपोर्ट की ओर से सोमवार को वर्ष 2022 के यात्री यातायात के आंकड़े जारी किए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो इस साल के अंत तक वाराणसी एयरपोर्ट पर यात्रियों की आवाजाही को लेकर एक नया रिकॉर्ड बन जाएगा. एयरपोर्ट की डायरेक्टर (director of varanasi airport) अर्यमा सान्याल (Aryama Sanyal) का कहना है कि कोरोना काल के बाद यात्रियों की बड़ी संख्या वाराणसी एयरपोर्ट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. यह भीड़ यदि इसी तरह से आती रहेगी तो निश्चित तौर पर हमारे लिए आने वाला साल और भी बेहतर होगा.


वाराणसी एयरपोर्ट (Varanasi Airport) के अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2022 के नवंबर माह में वाराणसी एयरपोर्ट पर सर्वाधिक विमान यात्रियों का आवागमन हुआ. नवंबर माह में 2 लाख 40 हजार 6 सो 78 यात्रियों का मूवमेंट हुआ है. जबकी जनवरी माह में सबसे कम 1,15,867 यात्रियों का आवागमन हुआ था. 2022 के प्रारंभ में यात्रियों की संख्या काफी कम थी. लेकिन धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती गई. मई 2022 में 2,36,234 यात्रियों ने हवाई सफर किया. मई महीने के बाद यात्रियों की संख्या कम होने लगी और सितंबर महीने तक किसी भी माह में यात्रियों की संख्या 2 लाख से अधिक नहीं हुई. हालांकि अक्टूबर माह में यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ी तथा नवंबर माह में रिकॉर्ड बन गया. नवंबर माह में 2,40,678 तो दिसंबर माह में भी 2,12,576 यात्रियों ने हवाई सफर किया.

वाराणसी एयरपोर्ट पर बीते वर्ष मई माह में सर्वाधिक 1990 विमानों का आवागमन हुआ. जबकी जनवरी में सबसे कम 1214 विमानों का आगमन हुआ. एयरपोर्ट प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च से मई तक विमानों की संख्या अधिक रही. मार्च 2022 से 1961‚ अप्रैल में 1935, मई में 1990 विमानों का आवागमन हुआ. जुलाई से सितंबर तक तिमाही रिपोर्ट में प्रतिमाह 15 सौ से भी कम विमानों का आवागमन हुआ. अधिकारियों ने बताया कि जुलाई से सितंबर तक बरसात का मौसम होता है. ऐसे में यात्रियों का आवागमन काफी कम होता है. यही कारण है कि जुलाई से सितंबर तक विमानों और यात्रियों की संख्या कम रही. हालांकि अक्टूबर माह में वहां से विमानों और यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी थी.

भूमि की कमी के चलते वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास रुका हुआ है. अधिकारियों का कहना है कि भूमि अधिग्रहण किए जाने के बाद वाराणसी एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा. वर्तमान समय में वाराणसी एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2745 मीटर है. जिसके चलते बड़े बोइंग और एयरबस विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ वाराणसी एयरपोर्ट पर नहीं हो पाती है. भूमि अधिग्रहण किए जाने के बाद रनवे की लंबाई बढ़ाई जाएगी. जिससे वाराणसी एयरपोर्ट पर बड़े विमानों का आवागमन आसानी से हो पाएगा. अधिकारियों ने यह भी बताया कि एयरपोर्ट पर सिटी साइड एरिया और नया टर्मिनल भवन भी बनाया जाना है. ऐसे में भूमि की नितांत आवश्यकता है.

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Lal Bahadur Shastri International Airport) से दिल्ली के बीच सर्वाधिक विमान संचालित किए जाते हैं. इस रूट पर एक सप्‍ताह में विभिन्न एयरलाइंस के कुल 50 विमानों का आवागमन होता है. इसके बाद वाराणसी-मुंबई के बीच सप्ताह में 44 विमानों का आवागमन होता है. इसी तरह वाराणसी-बेंगलुरु के बीच 21 विमान, वाराणसी-हैदराबाद के बीच 15 विमान, वाराणसी-अहमदाबाद के बीच 12 विमान संचालित होते हैं. इसके अलावा वाराणसी से भुवनेश्वर और चेन्‍नई‚ कोलकाता के लिए भी विमान सेवाएं उपलब्‍ध हैं. अंतर्राष्ट्रीय हवाई मार्ग पर वाराणसी से शारजाह के बीच प्रतिदिन एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा सीधी विमान सेवा संचालित की जाती है. इसके अलावा बुद्धा एयर द्वारा वाराणसी से काठमांडू के लिए सप्ताह में 2 दिन विमान संचालित किया जाता है.

यह भी पढ़ें-भारतीय मूल की भौतिक शास्त्री और गोरखपुर की बेटी प्रोफेसर मीनाक्षी नारायण का अमेरिका में निधन

वाराणसी: पिछले साल 2022 में वाराणसी एयरपोर्ट (Varanasi Airport) से 23 लाख यात्रियों ने हवाई सफर किया. कोरोना काल के बाद से यात्रियों की बढ़ती संख्या से एयरपोर्ट अधिकारी खुश हैं. एयरपोर्ट की ओर से सोमवार को वर्ष 2022 के यात्री यातायात के आंकड़े जारी किए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो इस साल के अंत तक वाराणसी एयरपोर्ट पर यात्रियों की आवाजाही को लेकर एक नया रिकॉर्ड बन जाएगा. एयरपोर्ट की डायरेक्टर (director of varanasi airport) अर्यमा सान्याल (Aryama Sanyal) का कहना है कि कोरोना काल के बाद यात्रियों की बड़ी संख्या वाराणसी एयरपोर्ट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. यह भीड़ यदि इसी तरह से आती रहेगी तो निश्चित तौर पर हमारे लिए आने वाला साल और भी बेहतर होगा.


वाराणसी एयरपोर्ट (Varanasi Airport) के अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2022 के नवंबर माह में वाराणसी एयरपोर्ट पर सर्वाधिक विमान यात्रियों का आवागमन हुआ. नवंबर माह में 2 लाख 40 हजार 6 सो 78 यात्रियों का मूवमेंट हुआ है. जबकी जनवरी माह में सबसे कम 1,15,867 यात्रियों का आवागमन हुआ था. 2022 के प्रारंभ में यात्रियों की संख्या काफी कम थी. लेकिन धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती गई. मई 2022 में 2,36,234 यात्रियों ने हवाई सफर किया. मई महीने के बाद यात्रियों की संख्या कम होने लगी और सितंबर महीने तक किसी भी माह में यात्रियों की संख्या 2 लाख से अधिक नहीं हुई. हालांकि अक्टूबर माह में यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ी तथा नवंबर माह में रिकॉर्ड बन गया. नवंबर माह में 2,40,678 तो दिसंबर माह में भी 2,12,576 यात्रियों ने हवाई सफर किया.

वाराणसी एयरपोर्ट पर बीते वर्ष मई माह में सर्वाधिक 1990 विमानों का आवागमन हुआ. जबकी जनवरी में सबसे कम 1214 विमानों का आगमन हुआ. एयरपोर्ट प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च से मई तक विमानों की संख्या अधिक रही. मार्च 2022 से 1961‚ अप्रैल में 1935, मई में 1990 विमानों का आवागमन हुआ. जुलाई से सितंबर तक तिमाही रिपोर्ट में प्रतिमाह 15 सौ से भी कम विमानों का आवागमन हुआ. अधिकारियों ने बताया कि जुलाई से सितंबर तक बरसात का मौसम होता है. ऐसे में यात्रियों का आवागमन काफी कम होता है. यही कारण है कि जुलाई से सितंबर तक विमानों और यात्रियों की संख्या कम रही. हालांकि अक्टूबर माह में वहां से विमानों और यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी थी.

भूमि की कमी के चलते वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास रुका हुआ है. अधिकारियों का कहना है कि भूमि अधिग्रहण किए जाने के बाद वाराणसी एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा. वर्तमान समय में वाराणसी एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2745 मीटर है. जिसके चलते बड़े बोइंग और एयरबस विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ वाराणसी एयरपोर्ट पर नहीं हो पाती है. भूमि अधिग्रहण किए जाने के बाद रनवे की लंबाई बढ़ाई जाएगी. जिससे वाराणसी एयरपोर्ट पर बड़े विमानों का आवागमन आसानी से हो पाएगा. अधिकारियों ने यह भी बताया कि एयरपोर्ट पर सिटी साइड एरिया और नया टर्मिनल भवन भी बनाया जाना है. ऐसे में भूमि की नितांत आवश्यकता है.

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Lal Bahadur Shastri International Airport) से दिल्ली के बीच सर्वाधिक विमान संचालित किए जाते हैं. इस रूट पर एक सप्‍ताह में विभिन्न एयरलाइंस के कुल 50 विमानों का आवागमन होता है. इसके बाद वाराणसी-मुंबई के बीच सप्ताह में 44 विमानों का आवागमन होता है. इसी तरह वाराणसी-बेंगलुरु के बीच 21 विमान, वाराणसी-हैदराबाद के बीच 15 विमान, वाराणसी-अहमदाबाद के बीच 12 विमान संचालित होते हैं. इसके अलावा वाराणसी से भुवनेश्वर और चेन्‍नई‚ कोलकाता के लिए भी विमान सेवाएं उपलब्‍ध हैं. अंतर्राष्ट्रीय हवाई मार्ग पर वाराणसी से शारजाह के बीच प्रतिदिन एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा सीधी विमान सेवा संचालित की जाती है. इसके अलावा बुद्धा एयर द्वारा वाराणसी से काठमांडू के लिए सप्ताह में 2 दिन विमान संचालित किया जाता है.

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