बनारस में 132 ईकाइयां करेंगी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी वाराणसी: बनारस अब होटल, रेस्टोरेंट और टूरिज्म की इकाइयों में निवेशकों का हब बनने जा रहा है. धर्म नगरी काशी में विकास का बिगुल बज चुका है. जहां पहले से ही यहां के विकास के लिए सड़कों का चौड़ीकरण, विस्तार और नवीनीकरण किया जा चुका है. वहीं, यहां पर अब नए उद्यमों के लिए निवेश आने शुरू हो गए हैं. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर ने यहां के पर्यटन में उछाल लाया है. ऐसे में टूरिज्म सेक्टर में और भी निवेश आ रहे हैं. इससे टूरिज्म में बूम देखने को मिलेगा. वहीं, होटलों का नवीनीकरण और विस्तार भी किया जाएगा. इसके लिए भी एमओयू किए जा चुके हैं.
ग्लोबल समिट में वाारणसी में निवेश ग्लोबल सम्मिट के तहत निवेश को बढ़ाए जाने की सरकार की मंशा थी. इस मंशा का असर अब बनारस मंडल में नजर आने लगा है. बड़ी बात यह है कि इस पूरे मंडल में 982 इकाइयों ने एक लाख 62 हजार 596 करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट का प्रस्ताव दिया था. इनमें से 132 इकाइयां, जो 23 हजार 427 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट कर रही हैं, जल्द ही ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी शुरू करेंगे. इस सेरेमनी से उद्योग में बढ़ोतरी के साथ लोगों को रोजगार भी मिलेगा. इसके साथ ही बिजली, सड़क और पानी में अधिक सुधार देखने को मिलेगा.
ग्लोबल सम्मिट के तहत निवेश 23,427 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट: ज्वाइंट कमिश्नर उमेश कुमार सिंह ने बताया कि जीआईएस के बाद वाराणसी मंडल में जितने एमओयू हुए थे, उनकी नियमित समीक्षा हर जिले में जिलाधिकारी के स्तर पर और मण्डल स्तर पर आयुक्त द्वारा की जा रही है. मण्डल में कुल एक लाख 62 हजार 596 करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट के प्रस्ताव आए थे. इनके एमओयू हुए थे. ये एमओयू लगभग 982 इकाइयों के थे. इनमें 132 इकाइयां ऐसी हैं, जिनमें 23,427 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट है. इन सभी ने अपना काम लगभग शुरू कर दिया है.
टूरिज्म, MSME, यूपीसीडा और एनर्जी विभाग से मिले प्रस्ताव: उन्होंने बताया कि ये कंपनियां ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए तैयार हैं. ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से मतलब है कि किसी ने जमीन खरीद ली और बाउंड्री बनने लगी, मशीनों के लिए ऑर्डर दे दिए गए. ऐसे में 8 फीसदी ऐसी एमओयू हैं जो 6 महीने में ही काम शुरू होने की स्थिति में हैं. इसमें प्रमुख रूप से अरविंद मिल्स है, मोंटे कार्लो का एक प्रस्ताव है और कुछ होटलों का प्रस्ताव है. इसी के साथ कुछ फाइव स्टार होटलों के एक्सटेंशन का प्रस्ताव है. वहीं, टूरिज्म, एमएसएमई, यूपीसीडा और एनर्जी विभाग से भी प्रमुख प्रस्ताव मिले हैं.
कुल मिले प्रस्तावों में से 75 फीसदी वाराणसी से: उन्होंने बताया कि इस मण्डल से मिले प्रस्तावों में से 75 फीसदी प्रस्ताव वाराणसी से ही हैं. यहां पर बिजली, सड़कें आदि की उपलब्धता वाराणसी में है. इसकी वजह से उद्यमियों के लिए यहां पर अलग ही आकर्षण है. टूरिज्म की अगर बात करें तो यहां पर आने वाले समय में टूरिज्म सेक्टर में बूम है. आने वाले समय में तमाम होटल और रेस्टोरेंट जिन लोगों ने एमओयू किया, वे सभी आगे आएंगे. लगभग कुल प्रस्ताव के 75 फीसदी प्रस्ताव वाराणसी से हैं. जो ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए हैं, उनमें से भी 75 फीसदी यूनिट वाराणसी के लिए हैं.
विभिन्न क्षेत्रों में निवेश से बढ़ेंगे रोजगार: वाराणसी में होने वाले इन्वेस्टमेंट से कई इकाइयों जैसे टूरिज्म, होटल, रेस्टोरेंट आदि में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. इसके साथ ही इनके माध्यम से ही शहर के विकास में मदद मिलेगी. न सिर्फ वाराणसी में निवेश होगा बल्कि इस निवेश के कारण इन क्षेत्रों में लोगों की रुचि भी बढ़ेगी. इन क्षेत्रों में नए-नए काम शुरू होंगे. तमाम तरह से रोजगार और आय के साधन तैयार होंगे, जिससे यहां के लोगों की भी स्थिति में बदलाव होगा. इसे साथ ही साथ वाराणसी के जरूरी क्षेत्रों में सड़कें, पानी और बिजली की व्यवस्थाओं में भी और सुधार देखने को मिलेगा.
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