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छात्र की मौत की वजह पता करने में असफल रही उन्नाव पुलिस, परिजन इकठ्ठा कर रहे एविडेंस - Unnao latest news

उन्नाव जिले में एक महीने पहले एक युवक का लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के किनारे शव मिला था. पुलिस अभी भी बीएड के छात्र की मौत की गुत्थी सुलझाने में पुलिस सफल नहीं हो पाई है. वहीं, परिजनों लगातार न्याय की मांग की कर रहे हैं.

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बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र
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Published : Apr 17, 2023, 6:48 PM IST

उन्नावः बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के अंतर्गत लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के किनारे घर से पेपर देने निकले छात्र का अगले दिन शव मिला था. शव मिले हुए एक माह का समय बीत गया है, लेकिन पुलिस अभी भी बीएड के छात्र की मौत की गुत्थी सुलझाने में पुलिस सफल नहीं हो पाई है. पुलिस के ढीले रवैये के चलते परिजनों व ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. परिजनों की मानें तो पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जो भी एविडेंस पुलिस को इकट्ठा करने चाहिए वह हम लोग इकट्ठे करके पुलिस को दे रहे हैं.

क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के सबली खेड़ा गांव का रहने वाला विपिन बीएड का पेपर देने जाने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन विपिन देर रात तक घर वापस नहीं आया. परिजनों ने विपिन से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन उसका मोबाइल नंबर बंद होने के चलते उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया. वहीं, अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने देखा कि गांव के बाहर से गुजरे लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे के अंडर पास के पास विपिन का शव संदिग्ध अवस्था में पड़ा हुआ है.

विपिन के शव पर लगभग एक दर्जन चोट के निशान थे. साथ ही जिन परिस्थितियों में शव पाया गया, उससे परिजनों व ग्रामीणों ने हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी. जिसने भी इस घटना को कारित किया था, उसका खुलासा करने की बात कही थी.

शव देख परिजनों में व्याप्त हुआ था आक्रोश
15 मार्च को विपिन का शव गांव के बाहर से निकले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के किनारे शादीपुर अंडरपास के पास मिला था. परिजनों को जैसे ही सूचना मिली कि विपिन का शव वहां पर पड़ा है तो मौके पर पहुंचे परिजनों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस घटना को दुर्घटना बताने में जुटी थी, जिससे परिजनों में काफी आक्रोश व्याप्त हो गया और परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया.

परिजनों का कहना था कि जब तक पुलिस घटना कार्य करने वाले लोगों को नहीं पकड़ती तब तक शव नहीं उठने दिया जाएगा. हालांकि काफी समझाने बुझाने के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था.

एक माह बीतने के बाद भी नहीं मिली कोई सफलता
विपिन के शव को मिले हुए 1 माह का समय हो गया है, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है. पुलिस के आला अधिकारियों से भी परिजनों ने मुलाकात की है, लेकिन अभी तक पुलिस की कार्यप्रणाली से परिजन बिल्कुल भी खुश नहीं है.

पुलिस की कार्यशैली पर परिजन उठा रहे सवाल
मृतक विपिन के भाई मानसिंह का कहना है कि पुलिस कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है, जो एविडेंस पुलिस को इकट्ठे करने चाहिए वह एविडेंस हम लोग खुद इकट्ठे करके पुलिस को दे रहे हैं. लेकिन पुलिस अभी तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है, जिससे या प्रतीत हो रहा है कि पुलिस इस हत्या को दुर्घटना में बदलना चाह रही है. विपिन के भाई की मानें तो जब से घटना हुई है 1 माह का समय बीतने को है, लेकिन सिर्फ पुलिस 1 दिन ही गांव आई है. ऐसे में पुलिस घटना का खुलासा कैसे करेगी?

परिवार में मां व बाप का हाथ सर से पहले ही उठ चुका है
ईटीवी भारत से बात करते हुए मृतक विपिन के भाई मान सिंह ने रोते हुए बताया कि उनके सर से उनके मां और पिता के हांथ का साया पहले ही उठ चुका था. एक भाई था, जिसकी किसी ने हत्या कर दी है. विपिन के परिवार में चार बहने हैं. विपिन सबसे छोटा था. विपिन के बड़े भाई मान सिंह की शादी हो चुकी है. परिवार में इस समय मान सिंह अकेला ही है. मान सिंह की माने तो गांव व आसपास पड़ोस में उसकी किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं है न ही उसके पिता से किसी की दुश्मनी थी.

टीचर बनकर बच्चों को नई राह दिखाना चाहता था विपिन
मान सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई विपिन बीएड की पढ़ाई कर रहा था. वह छोटे बच्चों को पढ़ाकर उन्हें नई दिशा देने के लिए इच्छुक था. लगातार मेहनत कर रहा था. घर पर बीएड का पेपर देने जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन वापस नहीं आया. मान सिंह ने बताया कि उससे जब उसके भाई की आखिरी बार बात हुई थी तो उसने उससे 1500 रुपये भेजने के लिए कहा था, जो उसने भेज भी दिए थे. लेकिन उसे यह नहीं पता था कि उसका भाई वापस नहीं आएगा.

शव देखकर लोगों ने जतायी थी हत्या की आशंका
विपिन का शव जिन परिस्थितियों में एक्सप्रेसवे के किनारे पड़ा हुआ पाया गया था, उसको देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि किसी ने हत्या कर शव को यहां पर फेंक दिया है. वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की माने तो विपिन के शरीर पर जो भी चोट के निशान थे. वह बहुत ही गहरे थे, जो एक एक्सीडेंट में संभव नहीं है.

वहीं, मीडिया से बात करते हुए बेहटा मुजावर थाना इंचार्ज रमेश चंद साहनी ने बताया कि जांच की जा रही है. कई लोगों से पूछताछ भी की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई भी सफलता पुलिस को नहीं मिली है. हालांकि प्रयास जारी है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.

पढ़ेंः आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर डिवाइडर से टकराकर पलटी दूध गाड़ी, पिता-पुत्र की मौत

उन्नावः बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के अंतर्गत लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के किनारे घर से पेपर देने निकले छात्र का अगले दिन शव मिला था. शव मिले हुए एक माह का समय बीत गया है, लेकिन पुलिस अभी भी बीएड के छात्र की मौत की गुत्थी सुलझाने में पुलिस सफल नहीं हो पाई है. पुलिस के ढीले रवैये के चलते परिजनों व ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. परिजनों की मानें तो पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जो भी एविडेंस पुलिस को इकट्ठा करने चाहिए वह हम लोग इकट्ठे करके पुलिस को दे रहे हैं.

क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के सबली खेड़ा गांव का रहने वाला विपिन बीएड का पेपर देने जाने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन विपिन देर रात तक घर वापस नहीं आया. परिजनों ने विपिन से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन उसका मोबाइल नंबर बंद होने के चलते उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया. वहीं, अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने देखा कि गांव के बाहर से गुजरे लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे के अंडर पास के पास विपिन का शव संदिग्ध अवस्था में पड़ा हुआ है.

विपिन के शव पर लगभग एक दर्जन चोट के निशान थे. साथ ही जिन परिस्थितियों में शव पाया गया, उससे परिजनों व ग्रामीणों ने हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी. जिसने भी इस घटना को कारित किया था, उसका खुलासा करने की बात कही थी.

शव देख परिजनों में व्याप्त हुआ था आक्रोश
15 मार्च को विपिन का शव गांव के बाहर से निकले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के किनारे शादीपुर अंडरपास के पास मिला था. परिजनों को जैसे ही सूचना मिली कि विपिन का शव वहां पर पड़ा है तो मौके पर पहुंचे परिजनों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस घटना को दुर्घटना बताने में जुटी थी, जिससे परिजनों में काफी आक्रोश व्याप्त हो गया और परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया.

परिजनों का कहना था कि जब तक पुलिस घटना कार्य करने वाले लोगों को नहीं पकड़ती तब तक शव नहीं उठने दिया जाएगा. हालांकि काफी समझाने बुझाने के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था.

एक माह बीतने के बाद भी नहीं मिली कोई सफलता
विपिन के शव को मिले हुए 1 माह का समय हो गया है, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है. पुलिस के आला अधिकारियों से भी परिजनों ने मुलाकात की है, लेकिन अभी तक पुलिस की कार्यप्रणाली से परिजन बिल्कुल भी खुश नहीं है.

पुलिस की कार्यशैली पर परिजन उठा रहे सवाल
मृतक विपिन के भाई मानसिंह का कहना है कि पुलिस कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है, जो एविडेंस पुलिस को इकट्ठे करने चाहिए वह एविडेंस हम लोग खुद इकट्ठे करके पुलिस को दे रहे हैं. लेकिन पुलिस अभी तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है, जिससे या प्रतीत हो रहा है कि पुलिस इस हत्या को दुर्घटना में बदलना चाह रही है. विपिन के भाई की मानें तो जब से घटना हुई है 1 माह का समय बीतने को है, लेकिन सिर्फ पुलिस 1 दिन ही गांव आई है. ऐसे में पुलिस घटना का खुलासा कैसे करेगी?

परिवार में मां व बाप का हाथ सर से पहले ही उठ चुका है
ईटीवी भारत से बात करते हुए मृतक विपिन के भाई मान सिंह ने रोते हुए बताया कि उनके सर से उनके मां और पिता के हांथ का साया पहले ही उठ चुका था. एक भाई था, जिसकी किसी ने हत्या कर दी है. विपिन के परिवार में चार बहने हैं. विपिन सबसे छोटा था. विपिन के बड़े भाई मान सिंह की शादी हो चुकी है. परिवार में इस समय मान सिंह अकेला ही है. मान सिंह की माने तो गांव व आसपास पड़ोस में उसकी किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं है न ही उसके पिता से किसी की दुश्मनी थी.

टीचर बनकर बच्चों को नई राह दिखाना चाहता था विपिन
मान सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई विपिन बीएड की पढ़ाई कर रहा था. वह छोटे बच्चों को पढ़ाकर उन्हें नई दिशा देने के लिए इच्छुक था. लगातार मेहनत कर रहा था. घर पर बीएड का पेपर देने जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन वापस नहीं आया. मान सिंह ने बताया कि उससे जब उसके भाई की आखिरी बार बात हुई थी तो उसने उससे 1500 रुपये भेजने के लिए कहा था, जो उसने भेज भी दिए थे. लेकिन उसे यह नहीं पता था कि उसका भाई वापस नहीं आएगा.

शव देखकर लोगों ने जतायी थी हत्या की आशंका
विपिन का शव जिन परिस्थितियों में एक्सप्रेसवे के किनारे पड़ा हुआ पाया गया था, उसको देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि किसी ने हत्या कर शव को यहां पर फेंक दिया है. वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की माने तो विपिन के शरीर पर जो भी चोट के निशान थे. वह बहुत ही गहरे थे, जो एक एक्सीडेंट में संभव नहीं है.

वहीं, मीडिया से बात करते हुए बेहटा मुजावर थाना इंचार्ज रमेश चंद साहनी ने बताया कि जांच की जा रही है. कई लोगों से पूछताछ भी की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई भी सफलता पुलिस को नहीं मिली है. हालांकि प्रयास जारी है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.

पढ़ेंः आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर डिवाइडर से टकराकर पलटी दूध गाड़ी, पिता-पुत्र की मौत

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