उन्नाव: गंगाघाट थानाक्षेत्र के चन्दनघाट पर आज सुबह तड़के ही दलित युवती का दोबारा अंतिम संस्कार किया गया. युवती के शव को दफनाया गया. इस दौरान पुलिस मौजूद रही. बुधवार को कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के आने की सूचना पर युवती के परिजन उनका इंतजार करते रहे, लेकिन देर रात वे नहीं पहुंचीं. इससे परिजन नाराज हो गए.
दलित युवती की हत्या के मामले में दोबारा पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने दूसरी पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए थे. 24 घंटे बीत जाने के बाद भी परिजन शव को उठाने नहीं दे रहे हैं. दोपहर में कांग्रेसियों ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के आने की सूचना दी थी. इसके बाद से परिजन और कांग्रेसी कार्यकर्ता पोस्टमार्टम हाउस में धरने पर बैठे थे. प्रियंका गांधी के न आने पर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम को ज्ञापन सौंपा और मायूस होकर चले गए.
पोस्टमार्टम हाउस पर देर शाम तक डीएम-एसपी कई बार परिजनों से बात कर शव को डिस्पोज कराने के लिए मान मनव्वल करते रहे, लेकिन परिजन किसी भी शर्त पर राजी नहीं हुए. उधर, पीड़िता की ओर से उन्नाव न्यायालय में जिला जज के यहां मेडिकल पैनल में तीसरी बार परीक्षण कराए जाने की मांग की थी. इस पर शेसन जज ने खारिज करते हुए हाईकोर्ट जाने को कहा.
देर शाम लखनऊ-कानपुर नेशनल हाईवे से कानपुर से निकलीं प्रियंका गांधी के आने की सूचना पर फिर से पोस्टमार्टम हाउस में सुरक्षा की व्यवस्था को चाक चौबंद करते हुए 14 थानों की पुलिस को लगाया गया, लेकिन अचानक प्रियंका गांधी उन्नाव न रुकते हुए सीधे लखनऊ निकल गई. प्रियंका गांधी के न आने पर कांग्रेसियों ने जिला प्रशासन को एक सामूहिक ज्ञापन सौंपा. वहीं, प्रियंका के न आने की सूचना मिलते ही कांग्रेसियों में मायूषी छा गई.
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एडीएम नरेंद्र सिंह ने बताया कि यह लोग जिला जज के यहां गए थे. वहां से आदेश पारित हुआ जो इनका लीगल होगा वह कोर्ट में जाएंगे. प्रशासन को इसमें कोई भी निर्देश नहीं है. मां-बाप की जो इच्छा होगी, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. उनके द्वारा पोस्टमार्टम की मांग के ऊपर पोस्टमार्टम करा दिया गया है.
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