उन्नाव: रात में गश्त से लौटे उन्नाव जनपद की सफीपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर ने अपने सिपाहियों से 12 बजे फिर से गश्त पर चलने के लिए तैयार रहने के लिए कहा और अपने कमरे में चले गए. सिपाही जब निर्धारित समय पर इंस्पेक्टर साहब को बुलाने पहुंचे तो देखा उनका शव कमरे में लटका हुआ था. इस पर सिपाहियों ने आला अधिकारियों के सूचना दी. जांच में पता चला है कि मौत से पहले उनके घर से किसी का फोन आया था, जिसके बाद इंस्पेक्टर आत्महत्या कर ली.
उन्नाव के सफीपुर कोतवाली में कोतवाली इंचार्ज तैनात इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह ने रविवार की देर रात अपने कमरे में आत्महत्या कर ली. अशोक कुमार 2012 बैच के इंस्पेक्टर थे जो अमरोहा जिले के रहने वाले थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार गश्त करके इंस्पेक्टर अपने पुलिस स्टाफ के साथ वापस आए थे, जिसके बाद उनके फोन पर किसी का फोन आया था. इसके बाद उन्होंने मौत को गले लगा लिया.
इंस्पेक्टर ने अपने हमराही से कहा था कि वह रात में गश्त करेंगे. जैसे ही हमराही उनके कमरे पर पहुंचे तो देखा कि इंस्पेक्टर का शव लटक रहा था. हमराही ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी. उनके परिवार वाले भी मौके पर पहुंचे. सीओ सिटी आशुतोष कुमार व अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने शव को नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि आखिर आखिरी फोन किसका था?
अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि सफीपुर इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह ने गश्त से लौटते ही अपने हमराहियों से 12:00 बजे फिर से गश्त पर चलने की बात कही थी. प्रथम दृष्टया पता चल रहा है कि जब वह गश्त से लौटे थे तब उनके परिवार से किसी का फोन आया था, जिसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली. विभिन्न बिंदुओं पर भी जांच चल रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.