उन्नाव: किसान देश का अन्नदाता होता है, क्योंकि वह कड़ी मेहनत से अनाज की पैदावार कर पूरे देश का पेट भरता है. उन्नाव में उसी किसान पर न सिर्फ बर्बर प्रशासन ने लाठियां भांजी, बल्कि खेत की फसलों को भी बुलडोजर से रौंद डाला.
कई बीघा फसलों पर चलवाया बुलडोजर
हैरानी की बात तो यह है कि प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने भी फसल नष्ट करने की हरकत पर कार्रवाई के बजाए उसे सही ठहराया. प्रशासन ने किसानों की कई बीघा फसलों पर बुलडोजर चलवाया.
किसानों पर किया लाठीचार्ज
उन्नाव में यूपीएसआईडीसी द्वारा किसानों की अधिग्रहित की गई जमीन पर कब्जेदारी को लेकर शनिवार को प्रशासन ने किसानों पर बर्बरता की सारी इंतेहा पार कर दी. पुलिस फोर्स ने मुआवजे की मांग कर रहे किसानों पर न सिर्फ लाठीचार्ज किया, बल्कि महिलाओं और बच्चों को भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा.
हद तो तब हो गई जब प्रशासन की दबंगई के आगे बेबस हो चुके किसान के खेतों पर यूपीएसआईडीसी के अधिकारियों ने बुलडोजर चलवा दिया. खेत मे खड़ी सरसों की फसल और सब्जियों को बुलडोजर के पहियों के नीचे रौंद डाला गया.
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फसले को नष्ट करने की कार्रवाई को जिलाधिकारी ने बताया सही
किसानों की कई बीघा फसलों को नष्ट करने के बाद भी उन्नाव के जिलाधिकारी इसे सही कदम ठहराते रहे. देश के अन्नदाता की कड़ी मेहनत का सिर्फ मजाक उड़ाते रहे. जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय ने किसानों की फसल को ही गलत ठहरा दिया और कार्रवाई की बात कही.
जहां तक फसल का सवाल है तो खेतों से धान की फसल कट चुकी है. खेतों में कोई महत्वपूर्ण फसल नहीं है, लेकिन यह तो सुनिश्चित है कि ये सरकारी जमीन है और कोई अवैध रूप से अतिक्रमण करता है तो हम उस पर माफी नहीं मागेंगे. सरकारी जमीन है तो आज नहीं तो कल छोड़नी ही है. अगर खेतों में फसल बोई भी गई है तो वो किसानों की नहीं है.
- देवेंद्र पांडेय, जिलाधिकारी