उन्नाव : जिले में विकास कार्यों में हो रही धांधली को रोकने के लिए भले ही अधिकारी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं, लेकिन ग्राम प्रधान और सचिव की केमिस्ट्री के आगे सब कुछ फेल है. प्रधान और सचिव की मिलीभगत का ऐसा ही एक मामला देखने को मिला असोहा ब्लाक में जहां प्रधान और सचिव ने मिलकर श्मशान घाट निर्माण के लिए आए हुए लाखों रुपए डकार गए. वहीं विकास कार्यों की जांच में पहुंचे अधिकारियों को जब मामले की हकीकत पता चली तो फौरन अधिकारियों ने प्रधान पर गबन का नोटिस और सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया.
- उन्नाव के असोहा ब्लाक के भावमऊ गांव का मामला.
- गांव के प्रधान धर्मराज और सचिव रवि प्रकाश ने मिलकर श्मशान घाट निर्माण की राशि का गबन कर लिया.
- 24 लाख में से 6 लाख का फर्जी भुगतान कर पैसे हड़प लिया.
विकास कार्यों की जांच करने पहुंचे जिला पंचायत राज अधिकारी राजेंद्र कुमार को समीक्षा की जांच के दौरान पता चला कि प्रधान ने सचिव की मदद से अंत्येष्टि स्थल बनाने के लिए आए हुए 24 लाख रुपए के बजट से 6 लाख रुपये फर्जी तरीके से किसी फर्म के नाम भुगतान करा लिया है, वहीं खुद को फंसता देख ग्राम प्रधान लगातार सफाई भी देता रहा, लेकिन जांच में दोषी सिद्ध होने पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने प्रधान को गबन का दोषी मानते हुए नोटिस जारी किया है. वहीं प्रधान का साथ देने पर सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. अधिकारियों की मानें तो जवाब न मिलने पर प्रधान और सचिव के वित्तीय अधिकार सीज कर दिए जाएंगे.