उन्नाव: पैसे कमाने की चाहत में सऊदी अरब में फंसे जिले के तीन युवकों की वतन वापसी हो गई है. महीनों के शोषण के बाद मुल्क वापस आने पर ईटीवी भारत ने इन युवकों से खास बातचीत की. अपने साथ हुई ज्यादतियों की दास्तां सुनाते वक्त वे भावुक हो गए. इस दौरान युवाओं से अपील की कि थोड़ा कम खाएं लेकिन अपने देश में रहकर ही रोजी-रोटी कमाएं.
बता दें कि ईटीवी भारत ने इन युवकों के विदेश में फंसे होने की खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद स्थानीय विधायक और विदेश मंत्रालय के सहयोग से इन युवकों की सकुशल वतन वापसी हो गई.
...जब नौकरी के लिए गए युवक रियाद में फंसे
बता दें कि 17 मार्च को उन्नाव के ये तीन युवक अपने चचेरे भाईयों से बातचीत के बाद नौकरी के लिए सऊदी अरब निकले थे. इसके लिए उन्होंने अपने चचेरे भाईयों को एक लाख से अधिक रुपये भी दिए थे. मुंबई के रास्ते ये तीनों सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचे. यहां उन्हें एक महीने तक एक कंपनी में काम कराया गया. इसके कुछ दिन बाद उन्होंने घर फोन कर अपने फंसने की जानकारी दी थी. इसके बाद परिजनों ने स्थानीय विधायक और विदेश मंत्रालय से संपर्क किया था.
ईटीवी भारत ने दिखाई थी खबर
ईटीवी भारत ने 8 अगस्त को उन्नाव के देवारा गांव के रहने वाले युवक राहुल और उसके 2 अन्य साथियों की सऊदी अरब में फंसे होने की खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद भाजपा विधायक पंकज गुप्ता ने प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर इन युवकों की रिहाई की मांग की थी. खबर दिखाए जाने के बाद कई महीनों से आजादी की आस में बैठे तीनों युवकों को आखिरकार विदेश मंत्रालय की दखल के बाद आजादी मिल गई और तीनों युवक शनिवार को अपने घर वापस आ गए.
वतन वापसी को लेकर ईटीवी भारत से बात करते हुए जहां युवकों ने खुशी का इजहार किया वहीं सऊदी अरब में हुई दरिंदगी की बात करते ही वे फफक-फफक कर रो पड़े. यही नहीं विदेश जाकर पैसे कमाने की चाहत रखने वालों के लिए नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि भले ही कम खाओ लेकिन अपने वतन को छोड़कर नहीं जाना चाहिए.