उन्नाव: सरकार भले ही सर्व शिक्षा अभियान के तहत अरबों रुपए खर्च कर बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के दावे कर रही हो, लेकिन उन्नाव के प्राथमिक विद्यालयों की हालत इस कदर बदहाल है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन से लेकर शौच मुक्त भारत के सारे दावों की ये विद्यालय पोल खोल रहे है. ये हालत किसी ग्रामीण क्षेत्र की नहीं बल्कि शहर से चंद कदमों की दूरी पर स्थित हिन्दू खेड़ा प्राथमिक विद्यालय की है. यहां पर छात्र अंधेरे कमरे में शिक्षा लेने को मजबूर हैं. विद्यालय में बिजली कनेक्शन नहीं होने से अंधेरे में अध्यापक बच्चों को 'ककहरा' सिखाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं. यही नहीं शौचालय की हालत भी जर्जर है और छात्र खुले में शौच जाने को मजबूर हैं.
अंधेरे कमरे में छात्रों का भविष्य
उन्नाव के हिन्दूखेड़ा का प्राथमिक विद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं को मुंह चिढ़ा रहा है. दरअसल प्राथमिक विद्यालय में बिजली कनेक्शन नहीं होने से छात्र अंधेरे कमरे में किताबें खोलकर पढ़ने को मजबूर हैं, वहीं विद्यालय के शौचालय जर्जर हैं. छात्र खुले में शौच जाने को मजबूर है. विद्यालय में छात्रों के शुद्ध पानी के लिए ट्रीटमेंट प्लांट है, लेकिन बिजली कनेक्शन न होने की वजह से अब तक सुविधा नहीं मिल रही है. विद्यालय परिसर में चारों ओर गंदगी फैली हुई है. इस बदहाल विद्यालय के बारे में शिक्षिका ने ईटीवी भारत से कहा कि उन्होंने इन समस्याओं से अधिकारियों को कई बार अवगत करा चुकी हैं.
बेसिक शिक्षा अधिकारी दूर कराएंगे खामियां
ईटीवी भारत से बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी को निरीक्षण करके विद्यालयों की खामियों को फौरन दुरुस्त कराने के आदेश दिया है.