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उन्नाव: आवारा कुत्ते नोच रहे गोवंश के शव, सीएम के दावों की खुली पोल - गोवंशों की मौत

यूपी के उन्नाव में शीत लहर की चपेट में आने से गोवंशों की मौत हो रही है. गोवंशों की मौत के बाद इनके मृत शरीर को दफनाने की भी प्रशासन जहमत नहीं उठा रहा, बल्कि उन्हें कूड़े के ढेर में फेंक रहा है. जिसकी वजह से आवारा कुत्ते मृत गोवंशों को नोच नोचकर खा जाते हैं.

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कूड़े के ढेर में पड़े गोवंशों को नोच रहे आवारा कुत्ते.
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Published : Jan 8, 2020, 1:12 PM IST

उन्नाव: जिले की गोशालाओं में पशुओं की सुरक्षा का कोई व्यापक प्रबंध नहीं है. शीत लहर की चपेट में आने से गोवंशों की मौत हो रही है. यही नहीं अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं इस कदर मर चुकी है कि उन मृत मवेशियों को दफनाने की बजाय कूड़े के ढेर में फेंक देते हैं और आवारा कुत्ते मृत गोवंशों को नोच खा जाते है. इस पूरे मामले में पशु अधिकारी पी के सिंह से बात की तो उन्होंने मिलने से ही साफ इंकार कर दिया.

कूड़े के ढेर में पड़े गोवंशों को नोच रहे आवारा कुत्ते.

अधिकारी आपस मे बंदरबाट कर रहे
उन्नाव में अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं इस कदर मर चुकी है कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जिन गोवंशों की सुरक्षा के दावे कर रहे है, उन्ही गोवंशों को आवारा कुत्ते अपना निवाला बना रहे हैं. प्रशासन की लापरवाही के चलते गोवंश आवारा कुत्तों का निवाला बन रहे हैं. दरहसल गोशाला में गोवंशों के भरण पोषण और सुरक्षा के लिए शासन की तरफ से करोड़ो का जो बजट भेजा रहा है, अधिकारी आपस मे बंदरबाट कर रहे है.

गोवंशों के शवों को नोच खा रहे आवारा कुत्ते
गोशालाओं में गोवंशों की शीत लहर और बीमारी से मौत हो रही है. गोवंशों की मौत के बाद इनके मृत शरीर को दफनाने की भी प्रशासन जहमत नहीं उठा रहा, बल्कि उन्हें कूड़े के ढेर में फेंक रहा है. जिसकी वजह से आवारा कुत्ते इन गौवंशीय पशुओं के मृत शरीर को नोच नोचकर खा जाते है.

इसे भी पढ़ें- जौनपुरः ठंड से पशुओं की मौत के चलते गोशाला बनी कब्रिस्तान

उन्नाव: जिले की गोशालाओं में पशुओं की सुरक्षा का कोई व्यापक प्रबंध नहीं है. शीत लहर की चपेट में आने से गोवंशों की मौत हो रही है. यही नहीं अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं इस कदर मर चुकी है कि उन मृत मवेशियों को दफनाने की बजाय कूड़े के ढेर में फेंक देते हैं और आवारा कुत्ते मृत गोवंशों को नोच खा जाते है. इस पूरे मामले में पशु अधिकारी पी के सिंह से बात की तो उन्होंने मिलने से ही साफ इंकार कर दिया.

कूड़े के ढेर में पड़े गोवंशों को नोच रहे आवारा कुत्ते.

अधिकारी आपस मे बंदरबाट कर रहे
उन्नाव में अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं इस कदर मर चुकी है कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जिन गोवंशों की सुरक्षा के दावे कर रहे है, उन्ही गोवंशों को आवारा कुत्ते अपना निवाला बना रहे हैं. प्रशासन की लापरवाही के चलते गोवंश आवारा कुत्तों का निवाला बन रहे हैं. दरहसल गोशाला में गोवंशों के भरण पोषण और सुरक्षा के लिए शासन की तरफ से करोड़ो का जो बजट भेजा रहा है, अधिकारी आपस मे बंदरबाट कर रहे है.

गोवंशों के शवों को नोच खा रहे आवारा कुत्ते
गोशालाओं में गोवंशों की शीत लहर और बीमारी से मौत हो रही है. गोवंशों की मौत के बाद इनके मृत शरीर को दफनाने की भी प्रशासन जहमत नहीं उठा रहा, बल्कि उन्हें कूड़े के ढेर में फेंक रहा है. जिसकी वजह से आवारा कुत्ते इन गौवंशीय पशुओं के मृत शरीर को नोच नोचकर खा जाते है.

इसे भी पढ़ें- जौनपुरः ठंड से पशुओं की मौत के चलते गोशाला बनी कब्रिस्तान

Intro:उन्नाव:-सड़को पर घूम रहे आवारा गौवंशीय पशुओं की सुरक्षा के लिए भले ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हर जिले में गौशाला बनवाने के लिए करोड़ो रूपये पानी की तरह बहा रहे हो लेकिन उन्नाव में मुख्यमंत्री का फरमान भी अधिकारियों के लिए कोई मायने नही रखता है शायद यही वजह है गौशालाओ में पशुओं की सुरक्षा के कोई व्यापक प्रबंध नही है और शीत लहर की चपेट में आने से पशुओं की मौत हो रही है यही नही अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं इस कदर मर चुकी है कि उन मृत मवेशियों को दफनाने की बजाय कूड़े के ढेर में फेंक देते है और वहां आवारा कुत्ते मृत गौवंशीय पशु को नोच नोचकर खा जाते है।


Body:उन्नाव में अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं इस कदर मर चुकी है कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जिन गौवंशीय पशुओं की सुरक्षा के दावे कर रहे है उन्ही गौवंशीय पशुओं को आवारा कुत्ते अपना निवाला बना रहे है etv भारत आज आपको दिखायेगा की किस तरह प्रशासन की लापरवाही के चलते गौवंशीय पशु आवारा कुत्तों का निवाला बन रहे है। दरहसल गौशाला में गौवंशीय पशुओं के भरण पोषण और सुरक्षा के लिए शासन से करोड़ो का जो बजट भेजा रहा है अधिकारी आपस मे बंदरबाट कर रहे है जिसकी वजह से गौशालाओ में गौवंशीय पशुओं की शीत लहर और बीमारी से मौत हो रही है वही इन गौवंशीय पशुओं की मौत के बाद इनके मृत शरीर को दफनाने की भी प्रशासन जहमत नही उठा रहा बल्कि उन्हें कूड़े के ढेर में खुले में फेंक रहे है जिसकी वजह से आवारा कुत्ते इन गौवंशीय पशुओं के मृत शरीर को नोच नोच कर खा जाते है।


Conclusion:वही जब इस पूरे मामले पर हमने पशु अधिकारी पी के सिंह से बात की तो उन्होंने मिलने से ही साफ इंकार कर दिया।

वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000
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