उन्नाव: जिले की गोशालाओं में पशुओं की सुरक्षा का कोई व्यापक प्रबंध नहीं है. शीत लहर की चपेट में आने से गोवंशों की मौत हो रही है. यही नहीं अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं इस कदर मर चुकी है कि उन मृत मवेशियों को दफनाने की बजाय कूड़े के ढेर में फेंक देते हैं और आवारा कुत्ते मृत गोवंशों को नोच खा जाते है. इस पूरे मामले में पशु अधिकारी पी के सिंह से बात की तो उन्होंने मिलने से ही साफ इंकार कर दिया.
अधिकारी आपस मे बंदरबाट कर रहे
उन्नाव में अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं इस कदर मर चुकी है कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जिन गोवंशों की सुरक्षा के दावे कर रहे है, उन्ही गोवंशों को आवारा कुत्ते अपना निवाला बना रहे हैं. प्रशासन की लापरवाही के चलते गोवंश आवारा कुत्तों का निवाला बन रहे हैं. दरहसल गोशाला में गोवंशों के भरण पोषण और सुरक्षा के लिए शासन की तरफ से करोड़ो का जो बजट भेजा रहा है, अधिकारी आपस मे बंदरबाट कर रहे है.
गोवंशों के शवों को नोच खा रहे आवारा कुत्ते
गोशालाओं में गोवंशों की शीत लहर और बीमारी से मौत हो रही है. गोवंशों की मौत के बाद इनके मृत शरीर को दफनाने की भी प्रशासन जहमत नहीं उठा रहा, बल्कि उन्हें कूड़े के ढेर में फेंक रहा है. जिसकी वजह से आवारा कुत्ते इन गौवंशीय पशुओं के मृत शरीर को नोच नोचकर खा जाते है.
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