उन्नाव: एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की सरकार आवारा गोवंशों की सुरक्षा के लिए अरबो रुपये खर्च कर रही है तो वहीं जिले में अभी भी 23 हजार आवारा गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं. जिले के अधिकारियों को सीएम योगी के आदेशों की कितनी परवाह है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है.
29 हजार आवारा पशुओं में सिर्फ छह हजार पशुओं को गोशाला तक पहुचायां जा सका है. लापरवाह अफसरों की इस नाफरमानी की कहानी अफसर ही बता रहे हैं. इस नाकामी के पीछे अफसरों की वजह सुनकर शायद लखनऊ में बैठे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी चौक जाएंगे.
अवारा पशु फसलों को कर रहे नष्ट
किसानों की फसल को नष्ट होने से बचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक अलग विभाग बनाकर अरबो रुपये के बजट भी मंजूर कर दिया है. वहीं जिले में तीन चौथाई से अधिक जानवर अभी भी सड़कों पर अवारा घूम रहे हैं.
पशु विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में कुल 28 हजार 900 आवारा पशु हैं, जिसमें अभी तक सिर्फ छह हजार पशुओं को ही गोशालाओं तक पहुंचाए जा सका है. जिले में स्थायी और अस्थायी मिलाकर कुल 135 गोशालाएं चल रही हैं और रोजाना लाखों रुपये का चारा भी खर्च हो रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये लगातार आवारा पशुओं को सुरक्षित गोशालाओं में पहुंचाने के आदेश भी दे रहे हैं. वहीं अधिकारी सीएम योगी की इस बात को अनदेखा कर रहे हैं. नतीजन अभी तक एक चौथाई से कम जानवर ही गोशालाओं तक पहुंचाए जा सके हैं. यही नहीं अपनी नाकामी को छुपाने के लिए अधिकारी जो दलीले दे रहे हैं, वह हैरान करने वाली हैं.
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