उन्नाव : पानी बचाने को लेकर सोमवार को एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. यह गोष्ठी उन्नाव के नवाबगंज पक्षी विहार में विधायक एवं संसदीय अध्ययन संस्थान द्वारा आयोजित की गई. इसमें जल का महत्व, संकट और समाधान विषय पर चर्चा हुई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित उपस्थित रहे. वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह मौजूद रहे.
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जल संरक्षण को लेकर हुई चर्चा
वक्ताओं ने मंच से जल संचयन और उसकी बर्बादी रोकने को लेकर चर्चा की. इसके साथ ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया गया. जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने लोगों से जल संचय करने की अपील की. मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि सरकारी के साथ ही प्राइवेट संस्थान कोई भी हों, उन्हें भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर जोर देना होगा. इस दौरान मंत्री महेंद्र सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि 300 मीटर से ज्यादा बड़ा घर है, तो रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाना होगा. मंत्री ने कहा कि पीएम के सपनों के तहत हर घर नल योजना को भी उत्तर प्रदेश सरकार साकार कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने एक कानून बनाया है, जिसे उत्तर प्रदेश भूजल प्रबंधन विनिमय अधिनियम के तहत सभी सरकारी बिल्डिंगों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य किया गया है.
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'हर कॉलेज-स्कूल में अनिवार्य होगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम'
मंत्री महेंद्र सिंह ने आगे कहा कि सभी स्कूल कॉलेजों में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य किया गया है. इसी तरह इंडस्ट्री को भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाना होगा. सेमी क्रिटिकल और क्रिटिकल जोन में अगर कोई इंडस्ट्री लगाता है, तो उसे सेमी क्रिटिकल जोन में 150 प्रतिशत रिचार्ज करना होगा. क्रिटिकल जोन में 200 प्रतिशत रिचार्ज करना होगा. सामान्य क्षेत्र में 100 प्रतिशत रिचार्ज करना पड़ेगा. यानी कि जितने पानी का इस्तेमाल किया जाएगा, उतना ही पानी धरती में डालना होगा.