ETV Bharat / state

उन्नाव में दशानन बने रोजगार का जरिया, पूर्णमाशी को होगा रावण दहन

author img

By

Published : Oct 12, 2019, 5:26 PM IST

उन्नाव में 13 अक्टूबर को पूर्णमासी के दिन होने वाले रावण दहन की तैयारी जोरों पर है. दशहरे मेले इस बार रावण के तरह-तरह के पुलते देखने को मिल रहे हैं. वहीं दुकानदार रावण को रोजगार का जरिया मान रहे हैं.

रावण दहन को लेकर दुकानों में बढ़ी रौनक.

उन्नाव: यूं तो पूरे देश मे 7 अक्टूबर को विजयदशमी के मौके पर रावण का दहन किया जा चुका है, लेकिन उन्नाव में परंपरा के अनुसार पूर्णमासी को होने वाले रावण दहन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. 13 अक्टूबर को पूर्णमासी के दिन होने वाले रावण दहन हो लेकर दशहरे मेले में इस बार रावण के पुतलों की दुकान लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.

उन्नाव में रावण बना रोजगार का जरिया.

इसे भी पढ़ें- 9 सिर वाले रावण का हुआ दहन, बेकाबू हुई भीड़

दुकाने बनी लोगों के आकर्षण का केन्द्र
3 फिट के रावण से लेकर 20 फिट के रावण कई दुकानों में मौजूद है और सबकी कीमत भी दुकानदारों ने निर्धारित कर रखी है. पहली बार सजी रावण की दुकान लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

इसे भी पढ़ें- अधर्म पर धर्म की हुई जीत, धूं-धूं करा जले दशानन

दशानन बने रोजगार का जरिया
इन दुकानों में तरह-तरह के दशानन के पुतले लगाए हैं. जिसमे सबसे छोटे पुतले का रेट जहां 300 रुपये है वहीं बड़े पुतले का रेट 2000 रुपये निर्धारित किया गया है. उन्नाव के दशहरे मेले में पहली बार सजी रावण की दुकानों मे ग्राहकों की भीड़ भी लग रही है. वहीं दुकानदार रावण को रोजगार का जरिया मान रहा है, वहीं अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद भी जता रहा हैं.

कुल मिलाकर रावण दहन करके लोग भले ही इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयदशमी के रूप में मानते हो, लेकिन उन्नाव में बुराई का प्रतीक माना जाने वाला रावण रोजगार का जरिया बना हुआ है.

उन्नाव: यूं तो पूरे देश मे 7 अक्टूबर को विजयदशमी के मौके पर रावण का दहन किया जा चुका है, लेकिन उन्नाव में परंपरा के अनुसार पूर्णमासी को होने वाले रावण दहन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. 13 अक्टूबर को पूर्णमासी के दिन होने वाले रावण दहन हो लेकर दशहरे मेले में इस बार रावण के पुतलों की दुकान लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.

उन्नाव में रावण बना रोजगार का जरिया.

इसे भी पढ़ें- 9 सिर वाले रावण का हुआ दहन, बेकाबू हुई भीड़

दुकाने बनी लोगों के आकर्षण का केन्द्र
3 फिट के रावण से लेकर 20 फिट के रावण कई दुकानों में मौजूद है और सबकी कीमत भी दुकानदारों ने निर्धारित कर रखी है. पहली बार सजी रावण की दुकान लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

इसे भी पढ़ें- अधर्म पर धर्म की हुई जीत, धूं-धूं करा जले दशानन

दशानन बने रोजगार का जरिया
इन दुकानों में तरह-तरह के दशानन के पुतले लगाए हैं. जिसमे सबसे छोटे पुतले का रेट जहां 300 रुपये है वहीं बड़े पुतले का रेट 2000 रुपये निर्धारित किया गया है. उन्नाव के दशहरे मेले में पहली बार सजी रावण की दुकानों मे ग्राहकों की भीड़ भी लग रही है. वहीं दुकानदार रावण को रोजगार का जरिया मान रहा है, वहीं अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद भी जता रहा हैं.

कुल मिलाकर रावण दहन करके लोग भले ही इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयदशमी के रूप में मानते हो, लेकिन उन्नाव में बुराई का प्रतीक माना जाने वाला रावण रोजगार का जरिया बना हुआ है.

Intro:उन्नाव:-यू तो पूरे देश मे 7 अक्टूबर को विजयदशमी के मौके पर रावण का दहन किया जा चुका है लेकिन उन्नाव में परंपरा के अनुसार पूर्णमासी को होने वाला रावण दहन को लेकर तैयारियां जोरों पर है 13 अक्टूबर को पूर्णमासी के दिन होने वाले रावण दहन हो लेकर दशहरे मेले में इस बार रावण के पुतलों की दुकान लोगो के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है 3 फिट के रावण से लेकर 20 फिट के कई रावण दुकान में मौजूद है और सबके अलग अलग रेट भी दुकानदार ने निर्धारित कर रखे है वही पहली बार सजी रावण की दुकान लोगो के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।


Body:उन्नाव में 13 अक्टूबर को पूर्णमासी के दिन होने वाले रावण दहन की तैयारी जोरों पर है दशहरे मेले में जगह जगह तरह तरह की दुकाने भी सजने लगी है लेकिन इन दुकानों के बीच इस बार पहली पर मेले में लगी रावण के पुतलों की दुकानें लोगो के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है दुकान में तरह तरह के छोटे से लेकर बड़े दशानन के पुतले लगाए है जिसमे सबसे छोटे पुतले का रेट जहां 300 रुपये वही बड़े पुतले का रेट 2000 रुपये निर्धारित किया गया है वही उन्नाव के दशहरे मेले में पहली बार सजी रावण की इस दुकान मे ग्राहकों की भीड़ भी लग रही है वही दुकानदार रावण को जहां रोजगार का जरिया मान रहा है वही अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद भी जता रहा है।

बाईट--संजय (दुकानदार)


Conclusion:कुल मिलाकर रावण दहन करके लोग भले ही इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयदशमी के रूप में मानते हो लेकिन उन्नाव में बुराई का प्रतीक माना जाने वाला रावण रोजगार का जरिया बना हुआ है।

वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.