उन्नाव: जिले के दूली खेड़ा गांव के पास से गुजरी पांडू नदी पर पिछले 10 सालों से टूटे पुल की नाप-जोख करने लखनऊ से पीडब्ल्यूडी विभाग की टीम पहुंची. बता दें कि पिछले 10 सालों से टूटे पुल को बनवाने के चक्कर में ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के खूब चक्कर काटे. जब ग्रामीण परेशान हो गए तो उन्होंने लकड़ी के जुगाड़ू पुल का निर्माण कर उसी से आवागमन शुरू किया. ग्रामीणों की इस परेशानी को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद राजधानी में बैठे अफसरों ने मामले का संज्ञान लिया और टीम भेजकर पुल की नाप-जोख करवाने की प्रक्रिया शुरू की.
10 से 15 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाकर जाना पड़ता था ग्रामिणों को
बता दें, इस पुल के टूटने से उन्नाव जनपद के निवासियों को उन्नाव आने के लिए गैर जनपद फतेहपुर का सहारा लेना पड़ता था.इतना ही नहीं ग्रामीणों को लगभग 10 से 15 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर भी काटना पड़ता था. इस पुल के बन जाने के बाद लोगों को आने जाने में सहूलियत हो जाेगी. साथ ही उनका समय भी बचेगा.
पीडब्ल्यूडी विभाग से पहुंचे थे कर्मचारी
पुल की नाप-जोख करने आए कर्मियों से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह पीडब्ल्यूडी विभाग से आए हैं. उन्हें इस पुल की नाप-जोख करने के लिए भेजा गया है. इस दौरान कर्मचारियों ने मीडिया से बात करने से इंकार कर दिया.
बता दें कि गुरुवार को उन्नाव के एक कार्यक्रम में शामिल होने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित आए थे. उन्होंने भी कहा था कि इस पुल का निर्माण जल्द ही कराया जाएगा.