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उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के समर्थन पर उतरे लोग, इंडिया गेट पर निकाला टॉर्च लाइट मार्च

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रेप पीड़िता के सड़क हादसे के बाद लोगों में काफी आक्रोश है. इस घटना के बाद लोगों ने पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया.

इंडिया गेट पर निकाला टॉर्च लाइट मार्च
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Published : Jul 30, 2019, 8:42 AM IST

नई दिल्ली: उन्नाव रेप केस की पीड़िता के साथ हुए कार हादसे को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का हुजूम रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए इंडिया गेट पर इकट्ठा हुआ. इसके बाद घटना के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया.

उन्नाव रेप रेस की पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग को लेकर प्रदर्शन.

रेप पर सख्त कानून बनाने की मांग

  • उन्नाव रेप केस को लेकर सोमवार देर शाम बड़ी संख्या में लोग इंडिया गेट पर इकट्ठा हुए.
  • पीड़िता को इंसाफ दिलाने की मांग की.
  • लोगों ने मोबाइल टॉर्च जलाकर शांतिपूर्ण विरोध किया.
  • साथ ही 2 मिनट का मौन रखकर भी विरोध जताया.
  • रेप जैसे घृणित कार्य के लिए सख्त कानून बनाने और दोषी को कड़ी सजा देने की मांग की.
  • प्रदर्शनकारी 'तुम अकेली नहीं हो' का बैनर भी लेकर पहुंचे थे.
  • इसके जरिए वो पीड़िता को आश्वासन दिलाने की कोशिश कर रहे थे कि बुरे वक्त में जनता उसके साथ है.
  • प्रदर्शन कर रही एक महिला ने कहा कि सरकार नारा लगाती है 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ'.
  • इस नारे में ही बेटी को कमजोर ठहराया जाता है. ऐसी स्थिति ही क्यों आती है कि बेटी को बचाना पड़े.
  • आज भी समाज बेटी-बेटे में भेदभाव क्यों करता है.

हर संगठन और पार्टी से ऊपर उठकर देश के सभी नागरिक एक लड़की को इंसाफ दिलाने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं. मुद्दा केवल महिला के साथ दुष्कर्म का नहीं है, बल्कि इसमें राजनीति का खेल भी खेला गया है. महिला के साथ दुष्कर्म करने वाला एक विधायक है, जिसने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए केस को दबाने की कोशिश की.
-योगेंद्र यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, स्वराज इंडिया

नई दिल्ली: उन्नाव रेप केस की पीड़िता के साथ हुए कार हादसे को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का हुजूम रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए इंडिया गेट पर इकट्ठा हुआ. इसके बाद घटना के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया.

उन्नाव रेप रेस की पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग को लेकर प्रदर्शन.

रेप पर सख्त कानून बनाने की मांग

  • उन्नाव रेप केस को लेकर सोमवार देर शाम बड़ी संख्या में लोग इंडिया गेट पर इकट्ठा हुए.
  • पीड़िता को इंसाफ दिलाने की मांग की.
  • लोगों ने मोबाइल टॉर्च जलाकर शांतिपूर्ण विरोध किया.
  • साथ ही 2 मिनट का मौन रखकर भी विरोध जताया.
  • रेप जैसे घृणित कार्य के लिए सख्त कानून बनाने और दोषी को कड़ी सजा देने की मांग की.
  • प्रदर्शनकारी 'तुम अकेली नहीं हो' का बैनर भी लेकर पहुंचे थे.
  • इसके जरिए वो पीड़िता को आश्वासन दिलाने की कोशिश कर रहे थे कि बुरे वक्त में जनता उसके साथ है.
  • प्रदर्शन कर रही एक महिला ने कहा कि सरकार नारा लगाती है 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ'.
  • इस नारे में ही बेटी को कमजोर ठहराया जाता है. ऐसी स्थिति ही क्यों आती है कि बेटी को बचाना पड़े.
  • आज भी समाज बेटी-बेटे में भेदभाव क्यों करता है.

हर संगठन और पार्टी से ऊपर उठकर देश के सभी नागरिक एक लड़की को इंसाफ दिलाने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं. मुद्दा केवल महिला के साथ दुष्कर्म का नहीं है, बल्कि इसमें राजनीति का खेल भी खेला गया है. महिला के साथ दुष्कर्म करने वाला एक विधायक है, जिसने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए केस को दबाने की कोशिश की.
-योगेंद्र यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, स्वराज इंडिया

Intro:नई दिल्ली ।

महिलाएं भारत में कितनी सुरक्षित हैं इसकी पुष्टि आये दिन कोई न कोई घटना कर ही देती है. महिलाओं की सुरक्षा और शिक्षा का दावा कर वोट मांगने वाली सरकारें क्या वास्तव में ये दावे पूरे कर रही हैं? यही सवाल लेकर इंडिया गेट पर पहुचे प्रदर्शनकारी. निर्भया के लिए उठी इंसाफ की गुहार के सात साल बीत जाने पर ये भीड़ अब एक और रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए इंडिया गेट पर इकट्ठी हुई. बता दें कि उन्नाव में एक महिला के साथ हुए दुष्कर्म से लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया है. वहीं इस दुष्कर्म में विधायक का हाथ होने के चलते लोगों का आक्रोश और बढ़ गया है और उन्होंने जल्द से जल्द रेप जैसे घृणित कार्य के लिए सख्त कानून बनाने और दोषी को कड़ी सज़ा देने की मांग की है.


Body:बता दे कि ताजा मामला सामने आया हैं उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का जहां रहने वाली एक महिला के साथ दुष्कर्म हुआ है. वहीं इस दुष्कर्म का शिकार हुई महिला के समर्थन में दिल्ली की जनता आगे आई है. इसके चलते सोमवार देर शाम बड़ी संख्या में लोग इंडिया गेट इकट्ठा हुए और पीड़िता को इंसाफ दिलाने की मांग की. लोगों ने मोबाइल का टॉर्च जलाकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज किया. साथ ही 2 मिनट का मौन रखकर भी विरोध जताया. वहीं प्रदर्शनकारी 'तुम अकेली नहीं हो' का बैनर भी लेकर पहुंचे थे जिसके जरिए वह पीड़िता को आश्वासन दिलाने की कोशिश कर रहे थे कि बुरे वक्त में जनता उसके साथ है.

वहीं रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए प्रदर्शन के लिए पहुंची महिलाओं में खासा रोष देखने को मिला. उन्होंने कहा कि निर्भया केस के बाद सरकार ने दावा किया था कि रेप के खिलाफ सख्त से सख्त कानून बनाए जाएंगे और अब कोई भी महिला निर्भया जैसे घृणित अपराध का शिकार नहीं होगी. लेकिन यह सारे दावे खोखले नजर आ रहे हैं. वहीं एक अन्य महिला ने कहा कि सरकार नारा लगाती है 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' इस नारे में ही बेटी को कमजोर ठहराया जाता है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति ही क्यों आती है कि बेटी को बचाना पड़े. आज भी समाज में बेटी बेटे में भेदभाव क्यों. वहीं प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उन्नाव रेप पीड़िता को जल्द से जल्द इंसाफ मिले. प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि अब योगी सरकार से मुआवजा नहीं बल्कि दोषी को सजा चाहिए जिससे भविष्य में कोई भी किसी महिला के साथ दुष्कर्म करने की हिम्मत न जुटा सके. वहीं एक अन्य महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि जिस भारत का सपना देख रहे हैं वह तभी मुमकिन है जब इस तरह की घिनौने अपराध के लिए सख्त सजा तय की जाए. महिला का कहना है कि यदि प्रधानमंत्री इस पर कोई सख्त कानून बनाते हैं और इस तरह की घटनाएं कम होती हैं तो जनता उन्हें एक कुशल शासक के रूप में स्वीकार करेगी.

वहीं प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने लोगों की एकजुटता को सराहा और कहा कि हर संगठन और पार्टी से ऊपर उठकर देश के सभी नागरिक एक लड़की को इंसाफ दिलाने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं. योगेंद्र यादव ने बताया कि मुद्दा केवल महिला के साथ दुष्कर्म का नहीं है बल्कि इसमें राजनीति खेल भी खेला गया है. उन्होंने कहा कि महिला के साथ दुष्कर्म करने वाला एक विधायक है जिसने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए केस को दबाने की कोशिश की. साथ ही पीड़ित महिला के परिवार वालों को भी डराया और धमकाया गया जिसके चलते पीड़िता के परिवार ने केस को शिफ्ट करने की मांग की. इतने पर भी दुष्कर्म करने वालों का जी नहीं भरा और उन्होंने इस हादसे को दबाने के लिए पीड़ित लड़की की जान लेने की भी कोशिश की. उन्होंने कहा कि सरकार केवल बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देती है लेकिन लड़कियों को सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह असमर्थ है. हालांकि इंडिया गेट पर प्रदर्शन के लिए इकट्ठे हुए कॉलेज के कुछ छात्रों ने योगेंद्र यादव के विरुद्ध नारे लगाए और यह कहकर उन्हें वापस जाने को कहा कि वह इस मामले को लेकर राजनीति कर रहे हैं.


Conclusion:बता दें कि आज से तकरीबन 7 साल पहले दिल्ली में हुए निर्भया रेप कांड के विरोध में लोगों ने इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला था और सरकार से गुहार लगाई थी कि इस तरह के अमानवीय घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं. लेकिन हाल ही में दुष्कर्म की हुई इस वारदात ने वो घाव ताज़ा कर दिए और अब सरकार से लोग यही मांग कर रहे हैं कि वह इस मामले में सख्ती दिखाए.
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