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उन्नावः सीएमएस की मनमानी से परेशान आउटसोर्सिंग कर्मियों ने किया प्रदर्शन - उन्नाव महिला जिला अस्पताल

उन्नाव के जिला महिला चिकित्सालय में अपना अहम योगदान देने वाले आउटसोर्सिंग कर्मियों को बीते 5 माह से मानदेय नहीं मिला और महिला सीएमएस उल्टा उन्हें नौकरी से निकाले जाने की धमकी दे रही है.

प्रदर्शन करते आउटसोर्सिंग कर्मी
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Published : Nov 8, 2019, 3:11 PM IST

उन्नावः जनपद का महिला जिला चिकित्सालय एक बार फिर चर्चा में है. इस बार चर्चा में आने का प्रमुख कारण जिला महिला चिकित्सालय की सीएमएस व प्रबंधक हैं. जिन्होंने अपने हिटलरशाही रवैया के चलते 15 कर्मियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

आउटसोर्सिंग कर्मियों का प्रदर्शन.
  • महिला जिला चिकित्सालय के गेट पर सीएलसी कंपनी के द्वारा रखे गए 15 कर्मचारियों ने महिला सीएमएस व प्रबंधक के खिलाफ प्रदर्शन किया.
  • उनका आरोप है कि 5 माह से मानदेय नहीं मिला है और बिना किसी पूर्व सूचना के काम पर आने से मना कर दिया गया.
  • सीएलसी कंपनी ने जरूरत के अनुसार आउटसोर्सिंग कर्मियों को 12 महीने के लिए रखा था.
  • कर्मचारियों ने कहा कि अब वह गैर जनपद के रहने वाले है और यहां रूम लेकर अपने बच्चों के साथ रह रहे हैं.
  • जॉइनिंग के बाद से उनको कोई सैलरी नहीं मिली है..
  • अब उनको नौकरी से निकालने की धमकी महिला सीएमएस और महिला अस्पताल की मैनेजर ममता दे रही हैं.
  • 2 नवंबर से जिस रजिस्टर पर उनके साइन होते थे वह रजिस्टर गायब करा दिया गया.

हमारे पास बजट नहीं है, जब तक बजट नहीं आएगा, हम उस सभी को काम पर नहीं रख सकते.
-डॉ.अंजू दूबे, सीएमएस, महिला चिकित्सालय

उन्नावः जनपद का महिला जिला चिकित्सालय एक बार फिर चर्चा में है. इस बार चर्चा में आने का प्रमुख कारण जिला महिला चिकित्सालय की सीएमएस व प्रबंधक हैं. जिन्होंने अपने हिटलरशाही रवैया के चलते 15 कर्मियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

आउटसोर्सिंग कर्मियों का प्रदर्शन.
  • महिला जिला चिकित्सालय के गेट पर सीएलसी कंपनी के द्वारा रखे गए 15 कर्मचारियों ने महिला सीएमएस व प्रबंधक के खिलाफ प्रदर्शन किया.
  • उनका आरोप है कि 5 माह से मानदेय नहीं मिला है और बिना किसी पूर्व सूचना के काम पर आने से मना कर दिया गया.
  • सीएलसी कंपनी ने जरूरत के अनुसार आउटसोर्सिंग कर्मियों को 12 महीने के लिए रखा था.
  • कर्मचारियों ने कहा कि अब वह गैर जनपद के रहने वाले है और यहां रूम लेकर अपने बच्चों के साथ रह रहे हैं.
  • जॉइनिंग के बाद से उनको कोई सैलरी नहीं मिली है..
  • अब उनको नौकरी से निकालने की धमकी महिला सीएमएस और महिला अस्पताल की मैनेजर ममता दे रही हैं.
  • 2 नवंबर से जिस रजिस्टर पर उनके साइन होते थे वह रजिस्टर गायब करा दिया गया.

हमारे पास बजट नहीं है, जब तक बजट नहीं आएगा, हम उस सभी को काम पर नहीं रख सकते.
-डॉ.अंजू दूबे, सीएमएस, महिला चिकित्सालय

Intro:स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं में अपना अहम योगदान देने वाले आउटसोर्सिंग कर्मियों को बीते 5 माह से मानदेय की एक कौड़ी भी नसीब नहीं हुई है कर्मियों द्वारा अपनी पीड़ा जाहिर करने पर महिला सीएमएस उल्टा उन्हें नौकरी से निकाले जाने की धमकी दे रही है जिससे परेशान महिला व पुरुष कर्मियों ने आज उन्नाव के महिला चिकित्सालय के बाहर प्रदर्शन किया कर्मचारियों का कहना था कि महिला सीएमएस ने हम लोगों को बिना किसी पूर्व सूचना के काम पर आने से मना कर दिया है अब हम लोग कहां जाएं।


Body:आए दिन अपने कारनामों को लेकर चर्चा में रहने वाला उन्नाव का महिला जिला चिकित्सालय एक बार फिर चर्चा में आया है इस बार चर्चा किसी की मौत या स्वास्थ्य सेवाओं में गड़बड़ी की नहीं है इस बार चर्चा में आने का प्रमुख कारण जिला महिला चिकित्सालय की सीएमएस व प्रबंधक हैं जिन्होंने अपने हिटलर शाही रवैया के चलते 15 कर्मियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है और उन्हें अपनी सैलरी की व्यवस्था खुद करने का दिशा निर्देश दिया गया है वहीं कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के ही काम पर आने से मना कर दिया गया है ऐसे में कर्मचारी अधिकारियों के दरवाजे खटखटाने को मजबूर है लेकिन कहीं से भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।


Conclusion:वही आपको बता दूं आज उन्नाव के महिला जिला चिकित्सालय के गेट पर सीएलसी कंपनी के द्वारा रखे गए 15 कर्मचारियों ने महिला सीएमएस व प्रबंधक के खिलाफ प्रदर्शन किया और नौकरी पर वापस रखे जाने को लेकर मांग की। आपको बता दिया कर्मचारी बीते 5 महीने पहले सीएलसी कंपनी के दौरान जिला महिला चिकित्सालय की जरूरत के अनुसार रखे गए थे जिनका समय 12 महीने का था लेकिन उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के ही काम करने से मना कर दिया गया है वहीं जब वह काम पर जाते हैं तो वहां पर परमानेंट कर्मचारी उनसे अभद्रता करते हैं उल्टी सीधी बातें कहते हैं।

कर्मचारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब वह कहां जाएं कर्मचारियों ने बताया कि वह गैर जनपद से यहां रूम लेकर अपने बच्चों के साथ रह रहे हैं 6 महीने से उनको कोई सैलरी नहीं मिली है जब से उनकी जॉइनिंग हुई है। अब उनको नौकरी से निकालने की धमकी महिला सीएमएस और महिला अस्पताल की मैनेजर ममता दे रही हैं। ऐसे में उनकी जिंदगी कैसे चलेगी?

बाइट:--कमल

वही मीडिया से बात करते हुए रिचा मिश्रा ने बताया कि उनका सिलेक्शन सीएलसी कंपनी के द्वारा हुआ था जिसके बाद वह 6 महीने से अपनी सेवाएं दे रही है लेकिन 2 नवंबर से उनको काम पर आने से मना कर दिया गया है।

बाइट:--ऋचा मिश्रा

वहीं महिला कर्मचारी पूजा अवस्थी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि 2 नवंबर से जिस रजिस्टर पर उनके साइन होते थे वह रजिस्टर गायब करा दिया गया और उन्हें आश्वासन दिया गया कि सीएमएस लखनऊ जा रही है उनके लिए बात करने उसके बाद से जब वह वापस आए तो उन्होंने हमको काम पर से आने को मना कर दिया और कहा कि हमारे पास बजट नहीं है जब तक बदल नहीं आएगा तब तुम लोगों से काम नहीं करा सकते।

बाइट:--पूजा अवस्थी
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