उन्नावः जनपद का महिला जिला चिकित्सालय एक बार फिर चर्चा में है. इस बार चर्चा में आने का प्रमुख कारण जिला महिला चिकित्सालय की सीएमएस व प्रबंधक हैं. जिन्होंने अपने हिटलरशाही रवैया के चलते 15 कर्मियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
- महिला जिला चिकित्सालय के गेट पर सीएलसी कंपनी के द्वारा रखे गए 15 कर्मचारियों ने महिला सीएमएस व प्रबंधक के खिलाफ प्रदर्शन किया.
- उनका आरोप है कि 5 माह से मानदेय नहीं मिला है और बिना किसी पूर्व सूचना के काम पर आने से मना कर दिया गया.
- सीएलसी कंपनी ने जरूरत के अनुसार आउटसोर्सिंग कर्मियों को 12 महीने के लिए रखा था.
- कर्मचारियों ने कहा कि अब वह गैर जनपद के रहने वाले है और यहां रूम लेकर अपने बच्चों के साथ रह रहे हैं.
- जॉइनिंग के बाद से उनको कोई सैलरी नहीं मिली है..
- अब उनको नौकरी से निकालने की धमकी महिला सीएमएस और महिला अस्पताल की मैनेजर ममता दे रही हैं.
- 2 नवंबर से जिस रजिस्टर पर उनके साइन होते थे वह रजिस्टर गायब करा दिया गया.
हमारे पास बजट नहीं है, जब तक बजट नहीं आएगा, हम उस सभी को काम पर नहीं रख सकते.
-डॉ.अंजू दूबे, सीएमएस, महिला चिकित्सालय