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उन्नाव: जिला कारागार में कैदी निभाएंगे रेडियो जॉकी का किरदार

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिला कारागार में रेडियो स्टेशन की शुरुआत की गई है. इस रेडियो स्टेशन में जेल में बंद कैदी कार्यक्रमों का संचालन करेंगे और रेडियो जॉकी की भूमिका निभाएंगे. ऐसा माना जा रहा है कि संगीत के माध्यम से कैदियों का तनाव कम होगा.

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कैदी निभाएंगे रेडियो जॉकी का किरदार.
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Published : Jan 16, 2020, 12:05 PM IST

उन्नाव: जिला कारागार में बंद कैदी और बंदी अब रेडियो जॉकी का किरदार निभाएंगे. संगीत का हुनर रखने वाले बंदी रेडियो जॉकी बनेंगे और अपने संगीत के हुनर से बंद कैदी और बंदियों का मनोरंजन कर मानसिक तनाव दूर करने में अहम किरदार निभाएंगे. इस पहल के सारथी डॉ. प्रदीप रघुनंदन बने हैं, जो प्रदेश के कई जिलों में बंद बंदियों के आचरण सुधार में अहम भूमिका निभा रहे हैं. उन्नाव जिले में रेडियो जॉकी की शुरुआत मकर संक्रांति पर्व पर की गई है. इस अनूठे अभियान की शुरुआत जेल अधिकारियों और डीएम की मौजूदगी में की गई.

जेल में बंद कैदियों का संगीत से दूर होगा तनाव.
उन्नाव जिला कारागार में बंद बंदी रेडियो जॉकी की तरह अपने साथियों की फरमाइश पर गीत प्रस्तुत करेंगे. जेल समाचारों में दिन भर के क्रियाकलापों और मुख्य घटनाओं और प्रेरक प्रसंगों को भी प्रस्तुत करेगा. अब जेल का अपना रेडियो स्टेशन शुरू हो रहा है और प्रत्येक बंदी अपनी इच्छानुसार गानों और शेरों शायरी का लुफ्त उठा पाएंगे. यह सब जेल सुधार के क्षेत्र में 14 वर्षों से काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता और जेल सहायक डॉक्टर प्रदीप रघुनंदन के प्रयासों से संभव हो पाया है.

इसे भी पढ़ें- बालू ले जा रहा ट्रक ड्राइवर पुलिस के डर से नदी में कूदा, मौत

रेडियो की दुनिया की तरह उन्नाव जेल का अपना रेडियो जॉकी होगा. रेडियो जॉकी और कोई नहीं बल्कि जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहे बंदी ही रेडियो जॉकी की किरदार निभाएंगे. प्रत्येक दिन 4 घंटे रेडियो जॉकी का कार्यक्रम चलेगा. रेडियो जॉकी के माध्यम से जेल में बंद कैदियों और बंदियों के मानसिक तनाव को दूर करने की सोच है. इसके अलावा संगीत का हुनर रखने वाले बंदी अपनी प्रतिभा को भी निखार सकेंगे.

जेल में जेल रेडियो जॉकी का शुभारंभ किया गया है. जेल रेडियो के माध्यम से बंदी और कैदियों को स्वस्थ मनोरंजन मिलेगा. शासकीय योजनाओं की जानकारी और कौशल विकास संबंधी कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी, जिससे कि बाहरी दुनिया से भी जुड़े रहेंगे. गीत संगीत से उनके मन मस्तिष्क में सकारात्मकता आएगी.
-देवेंद्र कुमार पांडेय, डीएम

जिला जेल में प्रदीप रघुनंदन ने नि:शुल्क रेडियो जॉकी कार्यक्रम का आयोजन किया है. इसके पहले वह कई जिलों में कार्यक्रम शुरू कर चुके हैं. यह बंदियों का कार्यक्रम है और बंदियों के द्वारा ही संचालित किया जाएगा. इससे बंदियों में स्ट्रेस कम होने के साथ ही मनोरंजन भी होगा और विधिक जानकारी के साथ ही स्किल भी डेवलप हो सकेगी.
- एके सिंह, जेल अधीक्षक

उन्नाव: जिला कारागार में बंद कैदी और बंदी अब रेडियो जॉकी का किरदार निभाएंगे. संगीत का हुनर रखने वाले बंदी रेडियो जॉकी बनेंगे और अपने संगीत के हुनर से बंद कैदी और बंदियों का मनोरंजन कर मानसिक तनाव दूर करने में अहम किरदार निभाएंगे. इस पहल के सारथी डॉ. प्रदीप रघुनंदन बने हैं, जो प्रदेश के कई जिलों में बंद बंदियों के आचरण सुधार में अहम भूमिका निभा रहे हैं. उन्नाव जिले में रेडियो जॉकी की शुरुआत मकर संक्रांति पर्व पर की गई है. इस अनूठे अभियान की शुरुआत जेल अधिकारियों और डीएम की मौजूदगी में की गई.

जेल में बंद कैदियों का संगीत से दूर होगा तनाव.
उन्नाव जिला कारागार में बंद बंदी रेडियो जॉकी की तरह अपने साथियों की फरमाइश पर गीत प्रस्तुत करेंगे. जेल समाचारों में दिन भर के क्रियाकलापों और मुख्य घटनाओं और प्रेरक प्रसंगों को भी प्रस्तुत करेगा. अब जेल का अपना रेडियो स्टेशन शुरू हो रहा है और प्रत्येक बंदी अपनी इच्छानुसार गानों और शेरों शायरी का लुफ्त उठा पाएंगे. यह सब जेल सुधार के क्षेत्र में 14 वर्षों से काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता और जेल सहायक डॉक्टर प्रदीप रघुनंदन के प्रयासों से संभव हो पाया है.

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रेडियो की दुनिया की तरह उन्नाव जेल का अपना रेडियो जॉकी होगा. रेडियो जॉकी और कोई नहीं बल्कि जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहे बंदी ही रेडियो जॉकी की किरदार निभाएंगे. प्रत्येक दिन 4 घंटे रेडियो जॉकी का कार्यक्रम चलेगा. रेडियो जॉकी के माध्यम से जेल में बंद कैदियों और बंदियों के मानसिक तनाव को दूर करने की सोच है. इसके अलावा संगीत का हुनर रखने वाले बंदी अपनी प्रतिभा को भी निखार सकेंगे.

जेल में जेल रेडियो जॉकी का शुभारंभ किया गया है. जेल रेडियो के माध्यम से बंदी और कैदियों को स्वस्थ मनोरंजन मिलेगा. शासकीय योजनाओं की जानकारी और कौशल विकास संबंधी कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी, जिससे कि बाहरी दुनिया से भी जुड़े रहेंगे. गीत संगीत से उनके मन मस्तिष्क में सकारात्मकता आएगी.
-देवेंद्र कुमार पांडेय, डीएम

जिला जेल में प्रदीप रघुनंदन ने नि:शुल्क रेडियो जॉकी कार्यक्रम का आयोजन किया है. इसके पहले वह कई जिलों में कार्यक्रम शुरू कर चुके हैं. यह बंदियों का कार्यक्रम है और बंदियों के द्वारा ही संचालित किया जाएगा. इससे बंदियों में स्ट्रेस कम होने के साथ ही मनोरंजन भी होगा और विधिक जानकारी के साथ ही स्किल भी डेवलप हो सकेगी.
- एके सिंह, जेल अधीक्षक

Intro: खबर, उन्नाव से है, जहां जिला कारागार में बंद कैदी व बंदी अब रेडियो जॉकी का किरदार निभाएंगे । जैसा कि आप रेडियो पर सुनते हैं । संगीत का हुनर रखने वाले बंदी रेडियो जॉकी बनेंगे और अपने संगीत के हुनर से बंद कैदी व बंदियों का मनोरंजन कर मानसिक तनाव दूर करने में अहम किरदार निभाएंगे । इस पहल के सारथी डॉ प्रदीप रघुनंदन बने हैं । जो प्रदेश के कई जिलों में बंद बंदियों के आचरण सुधार में अहम भूमिका निभा रहे हैं । उन्नाव में रेडियो जॉकी की शुरुआत मकर सक्रांति पर्व पर हो चुकी है । इस अनूठे अभियान की शुरुआत में जेल अधिकारियों व डीएम की मौजूदगी में हुआ है । डीएम ने इस कार्यक्रम की सराहना की है ।

Body: बता दें कि उन्नाव जिला कारागार में बंद बंदी रेडियो जॉकी की तरह अपने साथियों की फरमाइश पर गीत प्रस्तुत करेंगे । यही नही जेल समाचारों में दिन भर के क्रियाकलापों व मुख्य घटनाओं एव प्रेरक प्रसंगों को भी प्रस्तुत करेगा । अब जेल का अपना रेडियो स्टेशन शुरू हो रहा है । और प्रत्येक बंदी अपनी इच्छा अनुसार गानों व शेरो शायरी का लुफ्त उठा पाएंगे । यह सब संभव हो पाया है । जेल सुधार के क्षेत्र में 14 वर्षों से काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता व जेल सहायक डॉक्टर प्रदीप रघुनंदन के प्रयासों से । अब रेडियो की दुनिया की तरह उन्नाव जेल का अपना रेडियो जॉकी होगा । रेडियो जॉकी और कोई नहीं बल्कि जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहे बंदी ही रेडियो जॉकी की किरदार निभाएंगे । बता दें कि प्रत्येक दिन 4 घंटे रेडियो जॉकी का कार्यक्रम चलेगा । रेडियो जॉकी के माध्यम से जेल में बंद कैदियों व बंदियों के मानसिक तनाव को दूर करने की सोच है । इसके अलावा संगीत का हुनर रखने वाले बंदी अपनी प्रतिभा को भी निखार सकेंगे। डीएम ने कहा कि जेल में जेल रेडियो जॉकी का शुभारंभ किया गया है जेल रेडियो के माध्यम से बंदी व कैदियों को स्वस्थ मनोरंजन मिलेगा और शासकीय योजनाओं की जानकारी व कौशल विकास संबंधी कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी । जिससे कि बाहरी दुनिया से भी जुड़े रहेंगे । गीत संगीत से उनके मनो- मस्तिष्क में सकरातमक्ता आएगी ।


बाईट- देवेंद्र कुमार पांडेय, डीएम उन्नाव ।

Conclusion: जेल अधीक्षक ने कहा कि जिला जेल में प्रदीप रघुनंदन ने निशुल्क रेडियो जॉकी कार्यक्रम का आयोजन किया है । इसके पहले वह कई जिलों में कार्यक्रम शुरू कर चुके हैं । यह बंदियों का कार्यक्रम है, बंदियों के द्वारा ही संचालित किया जाएगा । उन्हीं के लाभ के लिए होगा । इससे बंदियों में स्ट्रेस कम होगा और मनोरंजन भी होगा । विधिक जानकारी के साथ ही स्किल भी डेवलप होगी । बंदियों व कैदियों की लिए जो नए डेवलपमेंट के दिशा निर्देश आते हैं, उसके बारे में भी अवगत कराया जाएगा । जो बंदी दिन भर तनाव में रहता है, मनोरंजन के माध्यम से तनाव कम होगा । जल्द ही बंदियों को अपनी अभिव्यक्ति सभी के बीच में रखने की छूट भी दी जाएगी । अनुभव बता सकता है । जिला जेल की प्रतिदिन की गतिविधियों के बारे में भी अवगत करा सकता है। जिला प्रशासन ने रेडियो जॉकी कार्यक्रम की काफी सराहना की । पूरे दिन में बंदियों के बीच 4 घंटे रेडियो जॉकी का कार्यक्रम होगा । इस रेडियो जॉकी कार्यक्रम में जेल के बंदी ही रेडियो जॉकी का किरदार निभाएंगे ।

बाईट- एके सिंह, जेल अधीक्षक उन्नाव
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