उन्नाव: जिले में सोशल डिस्टेस्टिंग का लोगों ने मजाक बना दिया है. सरकारी राशन दुकानों पर उमड़ी भीड़ को किसी भी तरह की सोशल डिस्टेस्टिंग का न तो निर्देश दिया गया और न ही राशन दुकानदार पालन कराने को आगे आ रहे हैं. जिससे लापरवाही बड़ी मुसीबत का सबब बन सकती है. हालांकि डीएम ने कई राशन दुकानों का निरीक्षण किया और भीड़ पर नाराजगी जताई है. वहीं राशन दुकानों पर मॉनिटरिंग में लगे अधिकारियों के न मिलने पर सूची तलब की है. साथ ही डीएम सोशल डिस्टेस्टिंग में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की हिदायत दी है.
वहीं राशन दुकानों पर सोशल डिस्टेस्टिंग भी दम तोड़ गई और लोग भीड़ में ठसाठस होकर राशन पाने के लिए कतार में खड़े हो गए. इस दौरान न तो राशन विक्रेताओं ने सुध ली और न ही लोग अपनी जिम्मेदारी निभातें नजर आए. वहीं डीएम रवींन्द्र कुमार व एसपी विक्रान्तवीर ने शहर के अलावा गंगाघाट व सिकंदरपुर कर्ण की कई राशन दुकानों का औचक निरीक्षण किया, जहां भीड़ का समूह में जमावड़ा देखकर डीएम ने फटकार लगाते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी . इसके अलावा जिन सरकारी राशन दुकानों पर सोशल डिस्टेस्टिंग नहीं मिली, वहां के नोडल अधिकारियों से सूची तलब कर कार्रवाई की चेतावनी दी है.
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डीएम रवींन्द्र कुमार ने कहा कि करोना वायरस की वजह से जो बीमारी चल रही है . इस वजह से शासन ने विशेष रूप से 1 अप्रैल से खाद्यान्न वितरण के आदेश दिए थे. उन्नाव में वितरण का काम शुरू हो गया है. शहर के अलावा शुक्लागंज की कई दुकानों का निरीक्षण किया. जो शासन ने विशेष रूप से नई सुविधाएं दी हैं. साथ ही सभी को योजना का लाभ दिया जा रहा है. वहीं शुक्लागंज में भी जांच की है, यहां एक दो लोगों ने शिकायत की है, जिसकी अलग से जांच की जाएगी.