उन्नाव: उन्नाव में 63 दिन से लापता लड़की का शव मिलने व पुलिस की ओर से समय से कार्रवाई न करने को लेकर मृतक की मां व परिवार को न्याय दिलाने के लिए अधिवक्ता सीमा कुशवाहा उन्नाव पहुंची और उन्होंने पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान वो मृतक लड़की की मां को लेकर पुलिस अधीक्षक के पास गई, जहां उन्होंने इस मामले में फिलहाल तक हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने व मदद करने की बात पुलिस अधीक्षक से कही.
दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग
इस दौरान सीमा ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट, पुलिस की कार्यशैली और कार्रवाई पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अभी तक किन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है, एसपी ने इस बात की लिखित जानकारी नहीं दी है. उन्होंने पीजीआई के चिकित्सकों से दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की भी मांग की.
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बता दें कि शुक्रवार को चंदन घाट पर युवती का अंतिम संस्कार हो चुका है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि बीते साल 8 दिसंबर से लापता युवती के मामले में उन्नाव पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी. अगर पुलिस समय से कार्रवाई करती तो आज उनकी बेटी जिंदा होती. वहीं, मृतका की मां ने पुलिस पर सपा सरकार में पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह से मिली भगत होने और लापरवाही का भी आरोप लगाया है.
वहीं, मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुई अधिवक्ता व बसपा नेत्री सीमा कुशवाहा ने कहा कि वह चाहती हैं कि पहले वीवो व इंस्पेक्टर के साथ ही अन्य जो भी अधिकारी इसमें शामिल हैं. जिनको इस पूरे घटना की जानकारी थी और उन्होंने कार्रवाई नहीं की उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए. जिससे जांच प्रभावित न हो. साथ ही उन्होंने यह भी मांग की कि पुलिस अधीक्षक ने अभी तक जो भी कार्रवाई की है, वो एक प्रेस नोट के जरिए सभी लोगों के समक्ष रखें.
इतना ही नहीं आगे उन्होंने उक्त मामले में दोषी अधिकारी के खिलाफ एक्शन लेने की भी मांग की है. इस दौरान सीमा ने सीओ को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सीओ लगातार मृतक बेटी की मां को भगाते रहे, लेकिन दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की.
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