उन्नाव: नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में कमी लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कई योजनाएं संचालित हैं, लेकिन ग्रामीण स्तर पर आज भी बच्चे इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. ताजा मामला उन्नाव का है, जहां बिछिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के अभाव में एक मासूम बच्चे की मौत हो गई.
इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा काटा. इस दौरान ग्रामीणों ने डॉ. पर लापरवाही का आरोप भी लगाया. उन्नाव के बिछिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला अपने 10 माह के बीमार बच्चे को लेकर ओपीडी खुलने के समय पहुंची थी, लेकिन ओपीडी रूम में डॉक्टर नहीं मिले. इस पर महिला को इंतजार करने के लिए कहा गया. जब तक डॉक्टर आए, तब तक मासूम की मौत हो गई थी.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया में लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी डॉक्टरों की लापरवाही के मामले सामने आते रहे हैं. सरकार के सख्त रुख के बावजूद अस्पताल में ओपीडी के समय अक्सर डॉक्टर नदारत रहते हैं.