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उन्नाव: पहले बुआ के साथ हुआ था गैंगरेप, अब भतीजा गायब

यूपी के उन्नाव में दिसंबर 2019 में गैंगरेप की शिकार पीड़िता का भतीजा पिछले 48 घंटे से गायब है. पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी है. इस मामले की तफ्तीश स्वयं एसपी आनंद कुलकर्णी कर रहे हैं. गैंगरेप पीड़िता की शिकार युवती के दुष्कर्म के मुकदमे की सुनवाई करने जाते समय रेप के दो आरोपियों ने 3 लोगों के साथ मिलकर उस पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी थी. इसके चलते दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.

पहले बुआ के साथ हुआ था गैंगरेप
पहले बुआ के साथ हुआ था गैंगरेप
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Published : Oct 3, 2020, 4:53 PM IST

उन्नाव: जनपद के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब ग्रामीणों को सूचना मिली कि विगत दिसंबर में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता का भतीजा लापता हो गया है. देखते ही देखते यह सूचना आस-पास के गांव में आग की तरह फैल गई. परिजनों की सूचना पर बिहार थाना पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

सामूहिक रेप पीड़िता के भतीजे के गायब होने की सूचना पर मौके पर उन्नाव पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी पहुंचकर जांच-पड़ताल करने में जुट गए हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्नाव पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. बच्चे को सकुशल बरामद करने के लिए पुलिस टीमें लगा दी गई हैं. जल्द ही बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा.

दिसंबर 2019 में हुई थी दुष्कर्म की घटना

यह बच्चा उस परिवार का है, जिस परिवार की लड़की के साथ बीते दिसंबर माह में गैंगरेप की घटना हुई थी. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए भी जांच-पड़ताल की जा रही है. गौरतलब है कि विगत दिसम्बर में उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में एक मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी थी. जब अपने साथ हुए दुष्कर्म के मुकदमे की तारीख पर रेलवे स्टेशन बैसवारा से ट्रेन पकड़कर रायबरेली जा रही युवती को 5 लोगों ने मिलकर गांव के बाहर खेतों में पहले तो पीटा और उसके बाद मिट्टी का तेल डालकर उस पर आग लगा दी थी. इससे युवती बुरी तरह आग से झुलस गई थी. मौके पर पहुंचे युवती के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने युवती को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां से डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया था. बाद में गैंगरेप पीड़िता को दिल्ली इलाज के लिए रेफर कर दिया गया था. दिल्ली में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था. वहीं घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश देखने को मिला था.

मुकदमे की पैरवी करने जाते समय जला दिया गया था
पीड़िता ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुमेरपुर में अपने बयान में बताया था कि वह सुबह 4 बजे खुद के साथ हुए दुष्कर्म के मुकदमे की पैरवी करने रायबरेली जा रही थी. तभी रास्ते में 5 लोग हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर, शुभम त्रिवेदी, शिवम त्रिवेदी और उमेश बाजपेयी ने जो उसके ही गांव के निवासी थे, ने उसे घेर लिया और डंडे से उसके सिर पर हमला कर दिया. इसके बाद उसके ऊपर तेल डाल कर आग लगा दी. वहीं उसके चिल्लाने पर भीड़ इकट्ठा हो गई, जिससे आरोपी मौके से भाग निकले थे. उसने बताया कि इन पांच लोगों में से 2 लोगों शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने उसके साथ रेप किया था और उनके नाम मुकदमा भी पंजीकृत था.

पांच आरोपी भेजे गए थे जेल

इस मामले में तत्कालीन उन्नाव पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने पुलिस टीम बनाकर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. विक्रांत वीर वर्तमान में हाथरस के पुलिस अधीक्षक थे, जिनको हाथरस की घटना के बाद बीते शुक्रवार सस्पेंड कर दिया गया है.

उन्नाव: जनपद के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब ग्रामीणों को सूचना मिली कि विगत दिसंबर में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता का भतीजा लापता हो गया है. देखते ही देखते यह सूचना आस-पास के गांव में आग की तरह फैल गई. परिजनों की सूचना पर बिहार थाना पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

सामूहिक रेप पीड़िता के भतीजे के गायब होने की सूचना पर मौके पर उन्नाव पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी पहुंचकर जांच-पड़ताल करने में जुट गए हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्नाव पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. बच्चे को सकुशल बरामद करने के लिए पुलिस टीमें लगा दी गई हैं. जल्द ही बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा.

दिसंबर 2019 में हुई थी दुष्कर्म की घटना

यह बच्चा उस परिवार का है, जिस परिवार की लड़की के साथ बीते दिसंबर माह में गैंगरेप की घटना हुई थी. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए भी जांच-पड़ताल की जा रही है. गौरतलब है कि विगत दिसम्बर में उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में एक मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी थी. जब अपने साथ हुए दुष्कर्म के मुकदमे की तारीख पर रेलवे स्टेशन बैसवारा से ट्रेन पकड़कर रायबरेली जा रही युवती को 5 लोगों ने मिलकर गांव के बाहर खेतों में पहले तो पीटा और उसके बाद मिट्टी का तेल डालकर उस पर आग लगा दी थी. इससे युवती बुरी तरह आग से झुलस गई थी. मौके पर पहुंचे युवती के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने युवती को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां से डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया था. बाद में गैंगरेप पीड़िता को दिल्ली इलाज के लिए रेफर कर दिया गया था. दिल्ली में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था. वहीं घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश देखने को मिला था.

मुकदमे की पैरवी करने जाते समय जला दिया गया था
पीड़िता ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुमेरपुर में अपने बयान में बताया था कि वह सुबह 4 बजे खुद के साथ हुए दुष्कर्म के मुकदमे की पैरवी करने रायबरेली जा रही थी. तभी रास्ते में 5 लोग हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर, शुभम त्रिवेदी, शिवम त्रिवेदी और उमेश बाजपेयी ने जो उसके ही गांव के निवासी थे, ने उसे घेर लिया और डंडे से उसके सिर पर हमला कर दिया. इसके बाद उसके ऊपर तेल डाल कर आग लगा दी. वहीं उसके चिल्लाने पर भीड़ इकट्ठा हो गई, जिससे आरोपी मौके से भाग निकले थे. उसने बताया कि इन पांच लोगों में से 2 लोगों शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने उसके साथ रेप किया था और उनके नाम मुकदमा भी पंजीकृत था.

पांच आरोपी भेजे गए थे जेल

इस मामले में तत्कालीन उन्नाव पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने पुलिस टीम बनाकर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. विक्रांत वीर वर्तमान में हाथरस के पुलिस अधीक्षक थे, जिनको हाथरस की घटना के बाद बीते शुक्रवार सस्पेंड कर दिया गया है.

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