उन्नाव: जिले के फतेहपुर 84 थाना क्षेत्र के अंतर्गत बीते दिनों चुनाव के उपरांत समसपुर अटिया कबूलपुर के मजरा अटवा में नवनिर्वाचित प्रधान और उसके पति समेत 7 लोगों पर हत्या का आरोप लगा है. मृतक के परिजनों ने चुनाव में हारे पूर्व प्रधान के भतीजे को गोली मारकर हत्या किए जाने का आरोप लगाया था, जिसमें अब तक पुलिस ने 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि प्रधान अनुराधा सिंह और उनके पति रणधीर सिंह समेत 2 लोग अभी भी फरार हैं. गिरफ्तार न होने वाले अभियुक्तों में से एक ने मंगलवार को प्रधान पद की शपथ भी ले ली लेकिन, पुलिस ने उनको नहीं गिरफ्तार किया. जिसको लेकर पीड़ित पक्ष ने पुलिस की मिलीभगत का आरोप लगाया है.
जानें पूरा मामला
बता दें कि समसपुर अटिया कबूलपुर के मजरा अटवा में नव निर्वाचित प्रधान के पति और हारी हुई प्रधान के पति में चुनाव के बाद मारपीट हुई थी. इसमें पीड़ित पक्ष के मनोज पाल ने नव निर्वाचित प्रधान अनुराधा सिंह और उसके पति रणधीर सिंह सहित 7 लोगों के खिलाफ मारपीट और फायरिंग करने की तहरीर दी थी. फायरिंग में मनोज के भतीजे दीपक की गोली लगने से मौत हो गई थी. पुलिस ने 7 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उनमें से 3 को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था. बचे हुए सभी आरोपित अब तक फरार हैं.
पीड़ित पक्ष ने पुलिस की मिलीभगत का लगाया आरोप
पीड़ित पक्ष का कहना है कि मिलीभगत का अंदाजा इससे लग सकता है कि नामित अनुराधा सिंह ने मंगलवार को शपथ भी ले ली है, जबकि पीड़ित ने बीते सोमवार को सीडीओ, एसपी, एसओ और बीडीओ को दिए प्रार्थना पत्र में बताया था कि मामले में नामित का शपथ ग्रहण है. इस दौरान उसकी लोकेशन दिखाकर उसकी गिरफ्तारी आसानी से की जा सकती है, लेकिन पुलिस गंभीर नहीं हुई और हत्या के आरोपियों ने प्रधान पद की शपथ ले ली.
एक दूसरे पर टाल रहे जिम्मेदारी
जब इस मामले को लेकर पुलिस से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण में पुलिस से कोई मतलब नहीं था. जबकि बीडीओ ने बताया कि उन्होंने इसकी जानकारी संबंधित थाना इंचार्ज को दी थी, जिसके बाद ही शपथ ग्रहण हुआ है.