उन्नाव: जनपद में अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है, फिर चाहे खनन माफिया कर रहे हो या फिर सरकारी निर्माण काम में लगी कंपनियां. जी हां इसी कड़ी में एनएच-31 का निर्माण कर रही कंपनी पीएनसी ने एक बड़ा कारनामा कर दिया है, जिसमें बिना खनन की अनुमति लिए ही 1863 घन मीटर पीली मिट्टी और बालू का अवैध खनन का डाला. मनबढ़ हो चुकी पीएनसी कम्पनी ने अवैध खनन करने के दौरान जमकर पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाया है और कई पेड़ों को जड़ सहित उखाड़ कर गिरा दिया.
जानकारी के मुताबिक, अचलगंज थाना क्षेत्र के छेरिहा गांव में एनएच-31 का निर्माण कर रही कंपनी पीएनसी के लिए मिट्टी खनन के लिए आवेदन किया था. लेकिन आवेदन पत्रावलियां पूरी होने से पहले ही पीएनसी कंपनी निर्धारित खेत पर पोकलैंड, जेसीबी और कई डम्फर लेकर पहुंची और नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए छेरिहा गांव में बिना अनुमति के ही अवैध खनन कर डाला. यहीं नहीं अवैध खनन के दौरान बीच में पड़ने वाले कई पेड़ों को भी जड़ समेत गिरा दिया गया. जबकि कई पेड़ खनन की जद में हैं, जिस कारण पर्यावरण को भी बड़ा नुकसान हो रहा है. अवैध खनन की शिकायत पर बीते 7 नवंबर को खनन अधिकारी संजय प्रताप ने मौके का स्थलीय निरीक्षण किया और मौके पर 994 घन मीटर पीली मिट्टी. जबकि 869 घन मीटर बालू का अवैध खनन किया जाना पाया. मौके पर कई पोकलैंड और जेसीबी समेत डंपर भी खड़े पाए गए, जिनकी तस्वीरें लेकर खनन अधिकारी ने जांच आख्या में शामिल कर जिम्मेदारों को प्रेषित किया था.
वहीं, खनन अधिकारी ने अवैध खनन कर रही कंपनी पीएनसी को 7 दिन के अंदर जवाब देने का समय दिया था. लेकिन 10 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मनबढ़ पीएनसी कंपनी की तरफ से कोई जवाब दायर नहीं किया गया है. यहीं नहीं बेखौफ होकर अभी भी अवैध खनन पीएनसी कंपनी द्वारा किया जा रहा है. पीएनसी कंपनी ने खनन क्षेत्र में जाने से रोकने के लिए गुंडों की पूरी फौज खनन क्षेत्र के एंट्री प्वाइंट पर तैनात कर रखी है, जो किसी से भी बदतमीजी करने में देर नहीं लगाते हैं.
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