उन्नाव: जिले के माखी रेप कांड मामले में भले ही योगी सरकार और यू पी पुलिस की जमकर किरकिरी हुई हो. लेकिन इस घटना के बाद भी न तो पुलिस सुधारने का नाम ले रही है और न ही सत्ता के हुक्मरान. यही वजह है कि उन्नाव मे दबंगों के दहशत से परेशान होकर अपनी पढ़ाई छोड़ चुकी बेटियां प्रधानमंत्री मोदी से अपनी मां और खुद की रक्षा की गुहार लगा रही हैं.
वहीं अपनी बेटियों के साथ अकेले जीवन गुजार रही पीड़िता ने जब इसका विरोध किया तो दबंगों ने लाठी डंडें और असलहे के साथ पीड़िता के घर में घुसकर उसे पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया. वहीं बेटियां जब घायल मां को लेकर थाने पहुचीं तो दबंगों पर कार्यवाही की बजाय अचलगंज थाने की पुलिस ने उसे चलता कर दिया. पुलिस के इस रवैये ने दबंगो के हौसले इस कदर बुलंद कर दिए, कि बेटियों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया.
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वहीं बेटियों की सलामती के डर से सुनीता ने दोनों बेटियों का स्कूल जाना बंद करवा दिया और उन्नाव शहर आकर अपनी बहन के यहां रहने लगी. हैरानी की बात तो ये है पुलिस के आलाधिकारियों की चौखट से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में भी इस परिवार को न्याय नहीं मिला. वहीं निराश होकर बेटियां अब प्रधानमंत्री मोदी से इंसाफ की गुहार लगाते हुए पूछ रही हैं कि क्या ऐसे ही पढ़ेगी बेटियां और बढ़ेगी बेटियां.
हैरानी की बात तो ये है कि इस पूरे मामले पर जब ईटीवी भारत ने पुलिस अधीक्षक माधव प्रसाद से बात की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. वहीं दबंगों की दहशत से डरी सहमी एक बेबस मां प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से अपनी बेटियों की सलामती और उन दबंगो पर कार्यवाही की गुहार लगा रही हैं.