उन्नाव: जिले में गंगा एक्सप्रेस वे के लिए जमीन खरीदने का 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है. वहीं 10% बची भूमि का अधिग्रहण उन्नाव जिला प्रशासन ने शुरू कर दिया है. उत्तर प्रदेश के गंगा एक्सप्रेस वे की आधारशिला शनिवार को को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाहजहांपुर जिले में रखेंगे.
यह एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा. इनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज हैं. इसकी शुरुआत मेरठ जिले के बिजली गांव से होगी. प्रयागराज के जुदापुर डांडू गांव तक इसका निर्माण प्रस्तावित है. 594 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास, व्यापार और पर्यटन के क्षेत्र में होने वाली प्रगति में काफी अहम भूमिका निभाएगा. यह एक्सप्रेस वे जिन जनपदों से होकर गुजर रहा है, वहां आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
उन्नाव में गंगा एक्सप्रेस वे 76 गांवों से होकर गुजर रहा है. इस एक्सप्रेस वे के लिए लगभग 5,000 बैनामे हुए थे. इनमें लगभग 99.3 प्रतिशत किसानों को जमीन का भुगतान उन्नाव जिला प्रशासन ने कर दिया है. बाकी बैनामों का भुगतान जल्द से जल्द कराने की बात उन्नाव जिला अधिकारी ने कही.
उन्नाव से गुजर रहे गंगा एक्सप्रेस वे के लिए उन्नाव जनपद की 6 तहसीलों में पुरवा तहसील के 4, बीघापुर के 19, सदर तहसील के 15 गांव, हसनगंज के सात गांव, बांगरमऊ के 11 गांव एवं सफीपुर के 20 गांव के किसानों से जमीन खरीदी गयी हैं.
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उन्नाव जिला अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस वे शासन की महत्वपूर्ण योजना है. इसके लिए युद्ध स्तर पर जमीन खरीदी गई थी. सर्किल रेट से 4 गुना दाम किसानों को दिया गया. किसानों ने अपनी मर्जी से जमीन दी हैं. किसानों को अब तक 885 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है. गंगा एक्सप्रेस वे का काम पूरा होने पर प्रदेश के लोगों को इसका पूरा फायदा मिलेगा.
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