उन्नाव: माखी दुष्कर्म कांड की पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार कर दिया गया. पीड़िता के चाचा ने पत्नी की चिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान गंगा घाट स्थित श्मशान स्थल पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात थे. आम लोगों को घाट पर जाने की अनुमति नहीं दी गई. परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में ही पूरी प्रक्रिया की गई. जिसके बाद पीड़िता के चाचा को दोबारा रायबरेली जेल ले जाया जाएगा.
पीड़िता के चाचा ने दी मुखाग्नि
रायबरेली जेल से सुबह 10 बजे पीड़िता के चाचा को कड़ी सुरक्षा के बीच उन्नाव के गंगाघाट लाया गया, जहां उसने रायबरेली हादसे में मृत अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार किया. इस दौरान पूरा घाट छावनी में तब्दील दिखा. चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती की गई थी. घाट पर आम लोगों का प्रवेश रोकने के साथ ही मीडिया को भी बैरिकेटिंग कर दूर रखा गया.
बतादें कि रविवार को रायबरेली में उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता कार से अपने चाचा से मिलने जा रही थी. उसकी चाची, मौसी और वकील भी उसके साथ कार में थे. रास्ते में एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी. हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी. दरअसल पीड़िता की चाची दुष्कर्म मामले में सीबीआई की गवाह थी.