उन्नाव: मंगलवार टीजीटी/ पीजीटी पास करने के बाद भी अभ्यार्थियों को नियुक्ति न देने वाले छह कॉलेज प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई सीएम योगी के आदेश के बाद हुई है. सीएम दफ्तर के आदेश के 24 घंटे के अंदर उन्नाव जिला विद्यालय निरीक्षक ने छह कालेज प्रबंधकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया.
आपको बता दें कि 2021 में भर्ती निकली थी. 31 अक्टूबर को आए रिजल्ट में जिले के लिए 150 टीजीटी और पीजीटी अभ्यर्थियों का चयन हुआ था. 8 नवंबर को पैनल आने के बाद बाकी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देकर स्कूलों में नियुक्ति दे दी गयी थी. मगर 42 शिक्षकों को नियुक्ति नहीं मिल पायी थी. जब इन्हें भी नियुक्त करने का आदेश मिला, तो डीआईओएस ने प्रबंध तंत्र को पत्र जारी कर नियुक्ति देने का आदेश दिया था. फिर भी पास अभ्यर्थियों को नियुक्ति के लिए अधिकारियों के दफ्तर और कॉलेज के चक्कर लगाने पड़ रहे थे.
इन अभ्यार्थियों में लखनऊ गोमतीनगर विनयखंड की रहने वाली शोभा जलाल भी थीं. उनको उन्नाव के गंज मुरादाबाद के एक स्कूल में गृह विज्ञान विषय पर सहायक अध्यापक पद के लिए चुना गया था. वो नियुक्ति के लिए पहुंचीं, तो प्रबंधक ने नियुक्ति नहीं कराई. शोभा ने पहले डीआईओएस से शिकायत की. इसके बाद वह अपनी शिकायत लेकर जिले के आला अफसरों के पास भी गईं, मगर कहीं सुनवाई नहीं हुई.
वो सोमवार को मुख्यमंत्री के पास फरियाद लेकर पहुंचीं. उनकी समस्या को गंभीरता से लेते हुए सीएम ऑफिस ने डीएम को फोन करके अभ्यर्थी को नियुक्ति न देने वाले कालेज प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई करने और अभ्यार्थियों को तुरंत नियुक्ति दिलाकर रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए. सीएम ऑफिस से फोन आते ही उन्नाव में हड़कंप मच गया.
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सूत्रों की मानें, तो मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन आने के बाद पुलिस के साथ डीआईओएस विकास भवन पहुंचे. इसके बाद एक बार फिर डीआईओएस ने कालेज प्रबंधकों को अभ्यर्थियों को ज्वाइन कराने का आदेश दिया. इसमें एक कालेज ने अपने यहां अभ्यार्थी को ज्वाइन करा लिया, मगर बाकी आनाकानी करने लगे. आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया डीआईओएस ने छह कालेज प्रबंधको के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.
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