उन्नावः जिले में हुए दलित युवती हत्याकांड मामले में अब परिजन कोर्ट की शरण में पहुंच गये हैं. लड़की के परिजन कांग्रेस पार्टी की लीगल कोऑर्डिनेटर अवनी बंसल के साथ उन्नाव जिला जज के न्यायालय में न्याय की मांग करने पहुंचे हैं. अभी बंसल ने जिला जज के सामने मृतक के शव का मेडिकल बोर्ड से परीक्षण कराने की रिक्वेस्ट की है. वहीं जिला जज ने दलीलों को सुना है.
कोर्ट ने दलीलों को सुनने के बाद पीड़ित की ओर से दाखिल याचिका को खारिज कर दिया है. परिजनों ने जिला जज उन्नाव की कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. देर शाम उन्नाव सेशन जज ने याचिका खारिज कर दी. जिसके ऑर्डर की कॉपी पीड़ित परिवार के वकील को सौंप दी गयी है.
न्यायालय पहुंची पीड़ित परिवार की ओर से वकील अवनी बंसल ने जिला जज के सामने दलील रखी है कि पिछले 2 महीने से पीड़ित परिवार न्याय के लिए चक्कर काट रहा है. लेकिन उसे न्याय नहीं मिला और अंततः उनकी लड़की का शव एक गड्ढे में दफन पाया गया. वहीं अवनी बंसल ने जिला जज से अनुरोध किया है कि जो मृतक के शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट दो हैं, उन दोनों में भिन्नता पाई गई है. जिसको लेकर मेडिकल बोर्ड का गठन कराने का आदेश दिया जाए. जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके.
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इसके साथ ही अवनी बंसल ने बताया कि उन्होंने जिला जज से अनुरोध किया है कि मृतक का शव लगातार डी-कंपोज हो रहा है. जिससे इस पर तत्काल एक्शन लेने की जरूरत है. जब तक मेडिकल बोर्ड गठन नहीं किया जाएगा. तब तक पीड़ित को न्याय नहीं मिलेगा. वहीं अवनी बंसल ने बताया कि जिला जज ने उनकी दलीलें सुनी हैं.
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