उन्नाव: डीएम रविंद्र कुमार ने विकास भवन में 11 समितियों के अधिकारियों के साथ लाॅकडाउन के दौरान लोगों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि बाहर से आए श्रमिकों का 14 दिनों की क्वारंटाइन अवधि में समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण होता रहे.
श्रमिकों को ठहराने हेतु रणनीति
बैठक में नोडल अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने बताया कि जनपद के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में बनाए गए नए आश्रय स्थल या क्वारंटाइन कैम्प में अन्य राज्यों से आए श्रमिकों को ठहराने की पूरी रणनीति तैयार कर ली गई है. ब्लाॅक स्तर के शेल्टर होम के प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी और तहसील स्तर पर उपजिलाधिकारी शेल्टर होम की सम्पूर्ण व्यवस्था की देखरेख करेंगे.
शेल्टर होम में कर्मचारी तैनात
डीएम ने बताया कि प्रत्येक सेल्टर होम पर दो-दो कर्मचारियों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि यह कार्य अत्यंत संवेदनशील है, जिन अधिकारियों, कर्मचारियों की तैनाती की जाए, चेक प्वाइंट के अनुसार व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाए.
यूनिक रिसार्ट का निरीक्षण
डीएम ने बैठक के उपरान्त यूनिक रिसार्ट का निरीक्षण किया. जहां पर अन्य प्रान्तों से आये 35 लोगों के ठहरने, खाने-पीने एवं स्वास्थ्य परीक्षण आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली.