उन्नाव: जिले में डीएम रवीन्द्र कुमार की अध्यक्षता में विकास से जुड़े अधिकारियों के साथ विकास भवन सभागार में जनकल्याण योजनाओं से जुड़े अन्य विभागों के कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक की गई. बैठक में जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सामुदायिक शौचालय एवं पंचायत भवन निर्माण की प्रगति के बारे में प्रतिदिन की रिपोर्ट उपलब्ध करायें.
जिला पंचायत राज अधिकारी को भी निर्देश दिये कि सामुदायिक शौचालयों को ग्राम पंचायत की भूमि का चिह्नांकन अनिवार्य रूप से कर निर्माण कार्य करायें. पूरे जनपद में शासन द्वारा दी गयी समय सीमा में लक्ष्य के सापेक्ष को पूरा कराया जाये. सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) एवं खण्ड विकास अधिकारी समन्वय बनाकर युद्व स्तर पर लक्ष्य के सापेक्ष कार्य को पूरा करायें. आधार आवास फीडिंग की प्रगति को युद्ध स्तर पर पूरा किया जाये.
विकास कार्यों की समीक्षा
जिलाधिकारी ने कहा कि सामुदायिक शौचालय बन जाने से एक व्यक्ति को रोजगार भी प्राप्त होगा. उन्होंने गरीब कल्याण योजना के तहत कार्य योजना में तेजी लाने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित किया जाए. जिलाधिकारी ने ओडीएफ के तहत पंचायत विभाग के अधिकारियों के साथ जियो टैगिंग, वसूली, एमआईएस आदि की विस्तार से चर्चा की. एडीओ पंचायत, खंड विकास अधिकारी अगले 3 दिन के अंदर प्रगति की समीक्षा अवश्य कर लें.
गुणवत्तापूर्ण हो काम
डीएम ने सभी विकास से जुड़े अधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित कर लें जो भी कार्य किया जाए, गुणवत्ता युक्त किया जाये. इससे वरिष्ठ अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान उन्नाव जनपद का अच्छा संदेश जाएगा. उन्होंने सामुदायिक शौचालय के निर्माण पर गंभीरता लेते हुए कहा कि अधिक से अधिक ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण करा लिया जाए. खंड विकास अधिकारी निर्धारित प्रारूप में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराएंगे. उन्होंने सामुदायिक शौचालय ग्राम पंचायत भवन के निर्माण की प्रगति पर कहा कि शासन द्वारा निर्धारित मानक/मानचित्र के अनुसार निर्माण कराया जाए.
सुरक्षा मानकों का रखें ध्यान
जिलाधिकारी ने कोविड-19 से बचाव एवं उससे जागरूकता पर विशेष ध्यान दिए जाने पर जोर दिया. उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया वृहद स्तर पर कराई जाए. प्रत्येक ग्राम सभाओं, न्याय पंचायतों में मानक के अनुरूप सैनिटाइजेशन अवश्य करा लिया जाए. निगरानी समितियों को अधिक से अधिक गतिशील रखा जाए क्योंकि वर्तमान समय में कोरोना वायरस के संक्रमण की संख्या अधिक बढ़ रही है. उन्होंंने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि थर्मामीटर और ऑक्सीमीटर जैसे उपकरण से गांव-गांव में जांच कराई जाए.
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति, परियोजना निदेशक जनार्दन सिंह, जिला विकास अधिकारी आरयू द्विवेदी, उप निदेशक सूचना डॉ. मुध ताम्बे, जिला पंचायत राज अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, उपायुक्त मनरेगा राजेश झा सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहे.