उन्नाव: जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने सोमवार को विकास खण्ड सिकन्दरपुर सरोसी के प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र सरोसी का औचक निरीक्षण किया. जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में दो कर्मचारी बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाए गए. जिलाधिकारी ने निरीक्षण कर मुख्य चिकित्साधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि यहां पर भी कोविड हेल्प डेस्क बनाया जाए.
जिलाधिकारी ने वहां अनुपस्थित पाये गए कोल्ड चैन हैंगर आरिफ का एक दिन का वेतन काटे जाने के साथ उसके विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए. वहीं निरीक्षण के दौरान आरएस त्रिवेदी (चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी) के अनुपस्थित पाये जाने के कारण उसका भी एक दिन का वेतन रोकते हुये स्पष्टीकरण मांगे जाने के निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने वहां कोविड-19 कक्ष का निरीक्षण कर साफ-सफाई की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया. साथ ही विद्युत व्यवस्था, अभिलेख, पानी एवं बेड, दवाओं के वितरण आदि के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की.
निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी राजकीय इण्टर काॅलेज के ग्राउण्ड में उपस्थित ईंट-भट्ठा श्रमिकों से मिले. इस दौरान उन्हें बताया गया कि उन्नाव से 1980 श्रमिकों को बिहार प्रान्त के नेवादा और गया जनपद के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन से भेजा गया. इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट चन्दन पटेल ने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 24 कोच 22 जनरल बोगी हैं. इनमें 1980 ईंट-भट्ठा श्रमिकों को जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशन में उनके गन्तव्य स्थल रवाना करने से पहले खाना-पानी और सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुये भेजा गया.