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खुशखबरी: अन्ना गोवंश पालकों को हर महीने मिलेंगे 900 रुपये - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोवंश को लेकर काफी सजग हैं. गोवंश की हिफाजत के लिए सरकार ने एक नया फैसला लिया है, जिसमें हर गोवंश को पालने के लिए किसानों को अब 900 रुपये हर महीने दिया जाएगा.

अन्ना गोवंश पालकों को हर महीने मिलेंगे 900 रुपये.
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Published : Sep 23, 2019, 2:35 PM IST

उन्नाव: शासन ने गोपालकों के घर गोवंश को पहुंचाने की योजना बना ली है. इसके चलते जिले में 1,863 गोवंश को एक साल में गोपालकों के सुपुर्द किया जाएगा. वहीं हर माह उन्हें 900 रुपये चारे के दिए जाएंगे. साथ ही जिनके पास पशु पालने के लिए जमीन नहीं है, उन्हें ग्राम समाज की जमीन भी दिलाई जाएगी. इसमें पशुओं के लिए हरा चारा पैदा किया जाएगा.

मामले की जानकारी देते मुख्य पशु चिकित्साधिकारी.

साथ ही गोपालकों से गोबर लेकर बायोगैस प्लांट बनाने की भी योजना बनाई गई है. सरकार की इस पहल से जिले में तकरीबन खत्म हो चुकी गोबर गैस परियोजना के फिर से शुरू होने की संभावना बढ़ गई है.

सरकार के पास भेजी जाएगी रिपोर्ट
गोपालकों को गोवंश की सुपुर्दगी खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका और नगर पंचायत के साथ जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी करेंगे. संबंधित अधिकारियों के पास वितरित किए गए गो वंश का डाटा होगा और उनकी हर बार मॉनिटरिंग रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके सिंह ने बताया कि जैसा कि सरकार की योजना है कि जो गोवंश सड़क पर घूम रहे हैं या खेतों में नुकसान कर रहे हैं, उन्हें गोपालकों के सुपुर्द किया जाए. इसके लिए उन्नाव में 1,863 गोवंश को चिन्हित किया गया है, जिन्हें गोपालकों को दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: ओवर लोडिंग का खेल जारी, सत्ता के संरक्षण में फल-फूल रहा अवैध खनन व्यापार

इस योजना के अंतर्गत कोई भी गोपालक जो गाय पालना चाहता है. उसे अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड व बैंक पासबुक की फोटोकॉपी और एक हलफनामा, जिसमें यह दर्शाया गया हो कि वह जिस गोवंश को पालने जा रहा है, उसको कभी बेचेगा नहीं और न ही कभी छोड़ेगा, देना होगा. इसके लिए उसे हर महीने प्रति गोवंश के लिए 900रुपये की सहायता राशि दी जाएगी, जिससे वह गोवंश के चारे दाने का प्रबंध कर सके.
-डॉ. पीके सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी

वहीं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एक पशुपालक चार जानवरों को पाल सकता है, जिसके लिए उसे 3600 रुपये प्रति महीने दिए जाएंगे.

उन्नाव: शासन ने गोपालकों के घर गोवंश को पहुंचाने की योजना बना ली है. इसके चलते जिले में 1,863 गोवंश को एक साल में गोपालकों के सुपुर्द किया जाएगा. वहीं हर माह उन्हें 900 रुपये चारे के दिए जाएंगे. साथ ही जिनके पास पशु पालने के लिए जमीन नहीं है, उन्हें ग्राम समाज की जमीन भी दिलाई जाएगी. इसमें पशुओं के लिए हरा चारा पैदा किया जाएगा.

मामले की जानकारी देते मुख्य पशु चिकित्साधिकारी.

साथ ही गोपालकों से गोबर लेकर बायोगैस प्लांट बनाने की भी योजना बनाई गई है. सरकार की इस पहल से जिले में तकरीबन खत्म हो चुकी गोबर गैस परियोजना के फिर से शुरू होने की संभावना बढ़ गई है.

सरकार के पास भेजी जाएगी रिपोर्ट
गोपालकों को गोवंश की सुपुर्दगी खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका और नगर पंचायत के साथ जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी करेंगे. संबंधित अधिकारियों के पास वितरित किए गए गो वंश का डाटा होगा और उनकी हर बार मॉनिटरिंग रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके सिंह ने बताया कि जैसा कि सरकार की योजना है कि जो गोवंश सड़क पर घूम रहे हैं या खेतों में नुकसान कर रहे हैं, उन्हें गोपालकों के सुपुर्द किया जाए. इसके लिए उन्नाव में 1,863 गोवंश को चिन्हित किया गया है, जिन्हें गोपालकों को दिया जाएगा.

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इस योजना के अंतर्गत कोई भी गोपालक जो गाय पालना चाहता है. उसे अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड व बैंक पासबुक की फोटोकॉपी और एक हलफनामा, जिसमें यह दर्शाया गया हो कि वह जिस गोवंश को पालने जा रहा है, उसको कभी बेचेगा नहीं और न ही कभी छोड़ेगा, देना होगा. इसके लिए उसे हर महीने प्रति गोवंश के लिए 900रुपये की सहायता राशि दी जाएगी, जिससे वह गोवंश के चारे दाने का प्रबंध कर सके.
-डॉ. पीके सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी

वहीं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एक पशुपालक चार जानवरों को पाल सकता है, जिसके लिए उसे 3600 रुपये प्रति महीने दिए जाएंगे.

Intro:शासन ने गोपालकों के घर गौवंश को पहुंचाने की योजना बना ली है इसके चलते जिले में 1863 गोवंश को 1 साल में गौ पालकों के सुपुर्द किया जाएगा वहीं हर माह ₹900 चारे के दिए जाएंगे साथ ही जिनके पास पशु पालने के लिए जमीन नहीं है उन्हें ग्राम समाज की जमीन भी दिलाई जाएगी इसमें पशुओं का हरा चारा पैदा किया जाएगा साथ ही गौ पालकों से गोबर लेकर बायोगैस प्लांट शवदाह के लिए गौकाष्ट बनाने की योजना बनाई गई है। सरकार की इस पहल से जिले में तकरीबन खत्म हो चुकी गोबर गैस परियोजना के फिर से शुरू होने की संभावना बढ़ गई है।


Body:जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गो वंश को लेकर काफी सजग हैं वही गौवंश की हिफाजत के लिए योगी सरकार ने एक नया फैसला लिया है जिसमें हर गोवंश को पालने के लिए किसान को अब ₹900 प्रति जानवर दिलाया जाएगा जिसमें कोई भी पशुपालक जो गोवंश को पालना चाहता है वह अन्ना गोवंश को पालने का प्लान कर सकता है और इसके बदले सरकार उसे ₹900 की सहायता राशि देगी जिससे वह गोवंश के चारे का प्रबंध कर सके वहीं उन्नाव में इसके लिए 1863 गोवंश को गो-पालकों के सुपुर्द करने की योजना है। वही गो-पालको को गोवंश की सुपुर्दगी खंड विकास अधिकारी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका और नगर पंचायत के साथ जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी करेंगे संबंधित अधिकारियों के पास वितरित किए गए गोश्त का डाटा होगा और उनकी हर बार मॉनिटरिंग रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।


Conclusion:वहीं ईटीवी से बात करते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ पी के सिंह ने बताया कि जैसा कि सरकार की योजना है कि जो गोवंश सड़क पर घूम रहे हैं या खेतों में नुकसान कर रहे हैं उन गौवंशों को गौ-पालकों के सुपुर्द किया जाए इसके लिए उन्नाव में 1863 गौवंश को चिन्हित किया गया है जिन्हें गो-पालकों को दिया जाएगा। वहीं इस योजना के अंतर्गत कोई भी गो-पालक जो गाय पालना चाहता है वह अपना आधार कार्ड पैन कार्ड व बैंक पासबुक की फोटोकापी तथा एक हलफनामा जिसमें यह दर्शाया गया हो कि वह जिस गोवंश को पालने जा रहा है उसको कभी बेचेगा नहीं और ना ही कभी छोड़ेगा इसके लिए उसे हर महीने प्रति गोवंश के लिए ₹900 की सहायता राशि दी जाएगी जिससे वह गोवंश के चारे दाने का प्रबंध कर सके। वहीं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया की एक पशुपालक चार जानवरों को पाल सकता है जिसके लिए उसे 3600 रुपए प्रति महीने दिया जाएगा।

बाइट:--डॉ पीके सिंह मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी उन्नाव
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