उन्नाव: योगी सरकार ने खुलेआम घूम रहे अन्ना मवेशियों को गोशाला में रखने का आदेश दिया था. गोशालाओं में इनके लिए पर्याप्त चारे और पानी की व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए थे. उन्नाव में करीब 120 स्थायी और अस्थायी गोशालाएं बनवाई गईं. इन गोशालाओं में गोवंशों की हालत दयनीय है. चारे-पानी के अभाव में कान्हा गोशाला में कई गायों की मौत हो चुकी है. बावजूद इसके डीएम व्यवस्था चाक चौबंद होने की बात कह रहे हैं.
गोशाला में हो रही गोवंशों की मौत
- प्रदेश सरकार एक ओर गो संरक्षण के लिए पूरी तरह से संजीदा है.
- उन्नाव के कान्हा गोशाला में जानवर चारा-पानी की कमी से तड़प कर मर रहे हैं.
- गोशाला में क्षमता से अधिक अन्ना मवेशियों और गोवंशों को बंद करके रखा गया है.
- गोशाला में जानवरों के रखे जाने की क्षमता 100 से कम है.
- बावजूद इसके गोशाला में 150 से अधिक जानवरों को ठूंस कर रखा गया है.
कई गोवंश मरणासन्न हालत में हैं और अपनी मौत का इंतजार करते हुए घुट-घुटकर मरने को मजबूर हैं. गोवंशों की मौत को छिपाने के लिए मृत और मरणासन्न गोवंशों को जेसीबी की मदद से गोशाला से हटा पर पास में गड्ढे खोदकर उसमें दबा दिया जाता है.
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ईटीवी भारत ने जब जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय से इस पूरे मामले पर बात की तो वो पल्ला झाड़ते नजर आए. डीएम ऐसा कुछ भी किसी भी गोशाला में होने की बात से इनकार करते नजर आए. डीएम ने बताया कि जनपद में 120 से ज्यादा गोशाला संचालित हैं, जिनमें जानवरों को शिफ्ट किया जा रहा है. नगर पालिका ईओ को भेज कर निरीक्षण कराया गया है. डीएम ने चारे की पर्याप्त व्यवस्था होने की भी बात कही.