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उन्नाव की गोशालाएं बन रहीं गायों की 'कब्रगाह', डीएम बोल रहे- ऐसा कुछ नहीं - उन्नाव गोशाला

यूपी के उन्नाव स्थित कान्हा गोशाला में क्षमता से अधिक अन्ना मवेशियों और गोवंशों को बंद करके रखा गया है. गोवंश चारा-पानी की कमी से तड़प कर मर रहे हैं. इसके बावजूद डीएम व्यवस्था चाक चौबंद होने की बात कह रहे हैं.

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गोशालाओं में हो रही गायों की मौत.
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Published : Dec 3, 2019, 3:20 PM IST

उन्नाव: योगी सरकार ने खुलेआम घूम रहे अन्ना मवेशियों को गोशाला में रखने का आदेश दिया था. गोशालाओं में इनके लिए पर्याप्त चारे और पानी की व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए थे. उन्नाव में करीब 120 स्थायी और अस्थायी गोशालाएं बनवाई गईं. इन गोशालाओं में गोवंशों की हालत दयनीय है. चारे-पानी के अभाव में कान्हा गोशाला में कई गायों की मौत हो चुकी है. बावजूद इसके डीएम व्यवस्था चाक चौबंद होने की बात कह रहे हैं.

गोशालाओं में हो रही गायों की मौत.


गोशाला में हो रही गोवंशों की मौत

  • प्रदेश सरकार एक ओर गो संरक्षण के लिए पूरी तरह से संजीदा है.
  • उन्नाव के कान्हा गोशाला में जानवर चारा-पानी की कमी से तड़प कर मर रहे हैं.
  • गोशाला में क्षमता से अधिक अन्ना मवेशियों और गोवंशों को बंद करके रखा गया है.
  • गोशाला में जानवरों के रखे जाने की क्षमता 100 से कम है.
  • बावजूद इसके गोशाला में 150 से अधिक जानवरों को ठूंस कर रखा गया है.

कई गोवंश मरणासन्न हालत में हैं और अपनी मौत का इंतजार करते हुए घुट-घुटकर मरने को मजबूर हैं. गोवंशों की मौत को छिपाने के लिए मृत और मरणासन्न गोवंशों को जेसीबी की मदद से गोशाला से हटा पर पास में गड्ढे खोदकर उसमें दबा दिया जाता है.

इसे भी पढ़ें:- सीतापुरः प्रशासन के दावों के बाद भी खुले में ठंड से ठिठुर रहे गोवंश

ईटीवी भारत ने जब जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय से इस पूरे मामले पर बात की तो वो पल्ला झाड़ते नजर आए. डीएम ऐसा कुछ भी किसी भी गोशाला में होने की बात से इनकार करते नजर आए. डीएम ने बताया कि जनपद में 120 से ज्यादा गोशाला संचालित हैं, जिनमें जानवरों को शिफ्ट किया जा रहा है. नगर पालिका ईओ को भेज कर निरीक्षण कराया गया है. डीएम ने चारे की पर्याप्त व्यवस्था होने की भी बात कही.

उन्नाव: योगी सरकार ने खुलेआम घूम रहे अन्ना मवेशियों को गोशाला में रखने का आदेश दिया था. गोशालाओं में इनके लिए पर्याप्त चारे और पानी की व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए थे. उन्नाव में करीब 120 स्थायी और अस्थायी गोशालाएं बनवाई गईं. इन गोशालाओं में गोवंशों की हालत दयनीय है. चारे-पानी के अभाव में कान्हा गोशाला में कई गायों की मौत हो चुकी है. बावजूद इसके डीएम व्यवस्था चाक चौबंद होने की बात कह रहे हैं.

गोशालाओं में हो रही गायों की मौत.


गोशाला में हो रही गोवंशों की मौत

  • प्रदेश सरकार एक ओर गो संरक्षण के लिए पूरी तरह से संजीदा है.
  • उन्नाव के कान्हा गोशाला में जानवर चारा-पानी की कमी से तड़प कर मर रहे हैं.
  • गोशाला में क्षमता से अधिक अन्ना मवेशियों और गोवंशों को बंद करके रखा गया है.
  • गोशाला में जानवरों के रखे जाने की क्षमता 100 से कम है.
  • बावजूद इसके गोशाला में 150 से अधिक जानवरों को ठूंस कर रखा गया है.

कई गोवंश मरणासन्न हालत में हैं और अपनी मौत का इंतजार करते हुए घुट-घुटकर मरने को मजबूर हैं. गोवंशों की मौत को छिपाने के लिए मृत और मरणासन्न गोवंशों को जेसीबी की मदद से गोशाला से हटा पर पास में गड्ढे खोदकर उसमें दबा दिया जाता है.

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ईटीवी भारत ने जब जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय से इस पूरे मामले पर बात की तो वो पल्ला झाड़ते नजर आए. डीएम ऐसा कुछ भी किसी भी गोशाला में होने की बात से इनकार करते नजर आए. डीएम ने बताया कि जनपद में 120 से ज्यादा गोशाला संचालित हैं, जिनमें जानवरों को शिफ्ट किया जा रहा है. नगर पालिका ईओ को भेज कर निरीक्षण कराया गया है. डीएम ने चारे की पर्याप्त व्यवस्था होने की भी बात कही.

Intro: खबर रैप से भेजी है।

यूपी सरकार ने खुलेआम घूम रहे अन्ना मवेशियों को गोशाला में रखने का आदेश दिया था। और इन गोशालाओं में इनके लिए पर्याप्त चारे और पानी की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिए थे। उन्नाव में भी करीब 120 स्थाई और अस्थाई गोशालाएं बनवाई गई। लेकिन इन गोशालाओं में गोवंशों की हालत बहुत ज्यादा दयनीय हो गई है। चारे पानी के अभाव में उन्नाव की कान्हा गोशाला में कई गायों की मौत चुकी है। लापरवाही आलम ये है मृत गोवंशो के शव अभी तक गोशाला में ही पड़े हैं। इसके साथ ही कई ऐसी गायें भी हैं जो चारे पानी के अभाव में मरणासन्न हालत में अपनी अंतिम सांसे गिनने को मजबूर हैं। इतना सबकुछ होने के बाद भी जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की नजर में सब कुछ एकदम चाक चौबंद है। लेकिन कैमरे में कैद कान्हा गोशाला के अंदर की तस्वीरें अपने आप मे सब कुछ बयां कर रही हैं, और अपनी हकीकत बता रही हैं।


Body: खबर उन्नाव से है जहां प्रदेश सरकार एक ओर गौ संरक्षण के लिए पूरी तरह से संजीदा है वहीं उन्नाव में कान्हा गौशाला में जानवर भूख-प्यास से तड़प कर मर रहे हैं। इसके पीछे की बड़ी वजह कान्हा गोशाला में चारे और पानी की कमी होना है। इसके साथ ही इस गोशाला में क्षमता से अधिक अन्ना मवेशियों और गोवंशों को बंद करके रखा गया है। इस गौशाला की जानवरों के रखे जाने की क्षमता 100 से कम है, बावजूद इसके गौशाला में 150 से अधीक जानवरो को ठूस दिया गया। जहां इन गोवंशों की हालत दयनीय हो गई है। चारे के अभाव में कई गोवंशों की मौत भी हो गई है। लापरवाही का आलम ये है कि मौत भी मृत गोवंशों के शव गोशाला में ही पड़े हैं। मृत गोवंशों के शवों को दूसरे गोवंश अपने पैरों के तले रौंद रहे हैं। वहीं दूसरी ओर तस्वीरों में देखकर आप स्वयं ही अंदाजा लगा सकते हैं कि गोशाला की हालत क्या है? कई गोवंश मरणासन्न हालात में हैं और अपनी मौत का इंतेजार करते हुए घुट घुट कर मरने को मजबूर हैं। गोवंशों की मौत को छिपाने के लिए मृत और मरणासन्न गोवंशों को जेसीबी की मदद से गोशाला से हटा पर पास में गड्ढे खोदकर उसमें दबा दिया जा रहा हैं।वहीं जिलाधिकारी उन्नाव देवेंद्र पांडेय पूरा मामले से पल्ला झाड़ते नजर आए। डीएम उन्नाव ऐसा कुछ भी किसी गोशाला में होने की बात से इनकार करते नज़र आये। अपने बचाव में जिलाधकारी ने बताया कि हमारे जनपद में 120 से ज्यादा गौशाला संचालित हैं जिनमे जानवरो को शिफ्ट किया जा रहा है। कल नगर पालिका EO को भेज कर निरीक्षण कराया गया है। चारे की पर्याप्त व्यवस्ता होने की बात कही है। वही जिलाधिकारी पूरे मामले में बचते नज़र आए ।


बाइट-जिलाधिकारी उन्नाव देवेंद्र कुमार पांडेय।Conclusion:
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