उन्नाव: कहते हैं जल ही जीवन है, लेकिन यदि जल साफ न हो तो यह जीवन नहीं मृत्यु को गले लगवा देता है. ईटीवी भारत ने खास ऑपरेशन में जिला अस्पताल में कई अनियमितताएं को उजागर किया है. ईटीवी भारत ने पानी को लेकर खुलासा किया है कि अस्पताल में पानी से भरे टंकियों में काई ही नहीं कीड़े-मकोड़े भी हैं.
- अस्पताल में लगे पानी की टंकियां बिना ढक्कन के हैं. मच्छर जनित बीमारियां डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया पर नियंत्रण पाने के लिए हर रविवार मच्छरवार अभियान चलाया जा रहा है.
- लोगों को डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाव के टिप्स जिला अस्पताल में डॉक्टर देते तो हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं है कि उन पर ही डेंगू का खतरा मंडरा रहा है.
- वहीं दूसरी तरफ इस पानी का इस्तेमाल लोग पीने के लिए कर रहे हैं.
- जिला महिला और पुरुष चिकित्सालय की छतों पर पानी की टंकी रखी गई हैं.
- इन्हीं से वार्ड और ऑपरेशन थिएटर तक में पानी की सप्लाई होती है.
- टंकियों में काई ही नहीं, बल्कि कुछ में कीड़े तक पड़े हैं. इन्हीं टंकियों का पानी अस्पताल के सभी लोगों की जरूरतों को पूरा कर रहा है.
- बता दें कि, ईटीवी भारत की एक इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट में यह सामने आया था कि महिला चिकित्सालय में हर तीसरे दिन एक बच्चे की मौत हो रही है. वहीं महिला सीएमएस ने बात करते हुए बताया था कि यह मौत संक्रमण की वजह से हो रही है.
- वहीं मीडिया से बात करते हुए अस्पताल के सीएमएस डॉ. मेवा लाल ने बताया कि टंकियों पर जल्द ही ढक्कन लगा दिए जाएंगे.